हालांकि, पाकिस्तान ने दावा किया है कि उसकी जवाबी कार्रवाई में भारतीय सेना के नौ सैनिकों की मौत हुई है.
नई दिल्ली: थलसेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत के अनुसार पाकिस्तान की ओर से अकारण की गई गोलीबारी के जवाब में रविवार को भारतीय सेना ने पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) की नीलम घाटी में चार आतंकी शिविरों और पाक सेना के कई ठिकानों को तोपों से निशाना बनाया जिसमें उनके छह से 10 सैनिक और इतनी ही संख्या में आतंकवादी मारे गए.
भारत की जवाबी कार्रवाई के एक दिन पहले शनिवार शाम पाकिस्तानी सेना ने नियंत्रण रेखा के पास जम्मू कश्मीर के तंगधार सेक्टर में आतंकवादियों की घुसपैठ में मदद के लिए गोलीबारी की थी. इस घटना में भारत के दो सैनिक शहीद हो गए थे. गोलीबारी में एक आम नागरिक की भी मौत हो गयी जबकि तीन अन्य घायल हो गए.
इस बीच एक उच्च पदस्थ सूत्र ने कहा कि भारतीय तोपों से की गई गोलाबारी में कम से कम 20 आतंकवादी मारे गए और यह आंकड़ा काफी अधिक भी हो सकता है.
जनरल रावत ने यहां एक कार्यक्रम से इतर संवाददाताओं से बातचीत करते हुए कहा कि जवाबी कार्रवाई में नियंत्रण रेखा के दूसरी तरफ आतंकी ढांचों को खासा नुकसान हुआ है.
उन्होंने कहा, ‘अब तक, हमारे पास उपलब्ध सूचना के मुताबिक 6-10 पाकिस्तानी सैनिक मारे गए हैं और करीब इतने ही आतंकवादी भी ढेर हुए हैं.’ उन्होंने कहा कि मारे गए आतंकवादियों के बारे में और जानकारी हासिल की जा रही है.’
जनरल रावत ने कहा, ‘तीन आतंकवादी शिविर नष्ट किये गए हैं और चौथे शिविर को भी हमने काफी नुकसान पहुंचाया है.’ सेना प्रमुख ने कहा कि पाकिस्तान अगर ऐसी गतिविधियां जारी रखेगा तो भारतीय सेना जवाबी कार्रवाई से नहीं हिचकिचाएगी.
#LtGenRanbirSingh, #ArmyCdrNC and all ranks salute the supreme sacrifice of our brave soldiers & offer deepest condolences to the families. @adgpi @PIB_India @SpokespersonMoD pic.twitter.com/FqGnHhoSzV
— NORTHERN COMMAND – INDIAN ARMY (@NorthernComd_IA) October 20, 2019
सूत्रों ने बताया कि तंगधार सेक्टर के दूसरी तरफ नीलम घाटी में चार आतंकवादी शिविर भारतीय सेना की गोलीबारी में पूरी तरह से नष्ट हो गए. उस समय प्रत्येक ठिकाने में 10-15 आतंकवादी मौजूद थे. भारतीय सेना की इस कार्रवाई को फरवरी में बालाकोट हमले के बाद सबसे महत्वपूर्ण कार्रवाई बताया जा रहा है.
सरकारी सूत्रों ने कहा कि भारत की कार्रवाई के बाद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सेना प्रमुख जनरल रावत से बात की और वह नियंत्रण रेखा के हालात पर नजर रखे हुए हैं.
Indian unprovoked CFVs in Jura, shahkot & Nousehri Sectors deliberately targeting civilians. Effectively responded. 9 Indian soldiers killed several injured. 2 Indian bunkers destroyed.
During exchange of fire 1 soldier & 3 civilians shaheed, 2 soldiers & 5 civilians injured.— DG ISPR (@OfficialDGISPR) October 20, 2019
इस बीच, पाकिस्तान ने दावा किया है कि भारतीय सेना द्वारा जूरा, शाहकोट और नोमश्री में कथित रूप से अकारण गोलीबारी के बाद पाकिस्तान द्वारा जवाब दिए जाने के बाद नौ भारतीय सैनिक मारे गए हैं.
पाकिस्तान की इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (आईएसपीआर) के महानिदेशक मेजर जनरल आसिफ गफूर ने ट्वीट कर कहा कि पाकिस्तान की जवाबी कार्रवाई में दो भारतीय बंकरों को भी नष्ट कर दिया गया.
उन्होंने यह भी लिखा कि एक पाकिस्तानी सैनिक की मौत हो गई है जबकि इस कार्रवाई में कुल पांच पाकिस्तानी नागरिकों की मौत हुई है.
Two more civilian casualties succumbed to injuries. Total 5 civilians Shaheed. Indian guns silent as of now to undertake evacuation of their dead and injured after effective and befitting response from Pakistan Army.
— DG ISPR (@OfficialDGISPR) October 20, 2019
इस बीच, पाकिस्तान विदेश कार्यालय के प्रवक्ता मोहम्मद फैसल ने इस बात से इंकार किया कि भारतीय सेना ने पीओके में चार आतंकवादी शिविरों को निशाना बनाया था. उन्होंने कहा कि भारत के इस ‘झूठ’ को बेनकाब करने के लिए पाकिस्तान संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के पांच स्थायी सदस्य देशों के राजनयिकों के वहां के दौरे की व्यवस्था कर सकता है.
पाकिस्तान ने भारत द्वारा की गयी कार्रवाई की निंदा करने के लिए भारतीय उपउच्चायुक्त गौरव आहलूवालिया को तलब किया.
गफूर ने आरोप लगाया, ‘भारतीय सेना द्वारा निर्दोष नागरिकों को निशाना बनाना कथित शिविरों को निशाना बनाने के उनके झूठे दावों को सही ठहराने का एक प्रयास है.’
गफूर ने दावा किया कि पाकिस्तानी सेना के हमले में नौ भारतीय सैनिकों की मौत हो गई और भारत के दो बंकर तबाह हो गए.
हालांकि भारतीय सेना के एक वरिष्ठ अधिकारी ने गफूर के आरोपों को खारिज कर दिया.
भारतीय सेना ने एक बयान में कहा कि पाकिस्तानी सेना ने कल शाम तंगधार सेक्टर के भारतीय क्षेत्र में आतंकवादियों की घुसपैठ कराने के लिए अकारण संघर्षविराम का उल्लंघन शुरू कर दिया.
इसमें कहा गया है कि भारतीय सेना की जवाबी कार्रवाई में आतंकवादियों के शिविरों और इन शिविरों को सुरक्षा प्रदान करने वाली अनेक पाकिस्तानी चौकियों तथा कुछ शस्त्र स्थलों को निशाना बनाया गया.
बयान के अनुसार अगर पाकिस्तानी सेना सीमा पार से आतंकी गतिविधियों को मदद देना जारी रखता है तो भारतीय सेना को अपने हिसाब के समय और जगह पर जवाब देने का अधिकार है.
जनरल रावत ने कहा, ‘विशेष प्रावधानों (जम्मू कश्मीर के) को रद्द किये जाने के बाद से, हमें सीमा पार से आतंकियों की घुसपैठ के बारे में बार-बार जानकारी मिल रही थी.’
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)