इंफोसिस में कथित अनैतिक कामकाज को लेकर ह्विसिलब्लोअर की शिकायत पर जांच शुरू

इंफोसिस के अनाम कर्मचारियों के एक समूह ने कंपनी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सलिल पारेख और मुख्य वित्त अधिकारी निलांजन रॉय पर लघु अवधि में आय और लाभ बढ़ाने के लिए अनैतिक व्यवहारों में लिप्त होने की शिकायत की है.

(फोटो: रॉयटर्स)

इंफोसिस के अनाम कर्मचारियों के एक समूह ने कंपनी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सलिल पारेख और मुख्य वित्त अधिकारी निलांजन रॉय पर लघु अवधि में आय और लाभ बढ़ाने के लिए अनैतिक व्यवहारों में लिप्त होने की शिकायत की है.

(फोटो: रॉयटर्स)
(फोटो: रॉयटर्स)

नई दिल्ली: इंफोसिस के अनाम कर्मचारियों के एक समूह ने कंपनी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सलिल पारेख और कंपनी के मुख्य वित्त अधिकारी निलांजन रॉय पर लघु अवधि में आय और लाभ बढ़ाने के लिए ‘अनैतिक व्यवहारों’ में लिप्त होने की शिकायत की है.

कंपनी के निदेशक मंडल को 20 सितंबर को लिखे पत्र में समूह ने कहा, ‘हालिया तिमाहियों में मुख्य कार्यकारी अधिकारी द्वारा किए गए अनैतिक व्यवहार को हम आपके संज्ञान में लाना चाहते हैं. लघु अवधि में आय और लाभ को बढ़ाने के लिए इसी तरह के कदम चालू तिमाही में भी उठाए गए हैं.’

ह्विसिलब्लोअर उस व्यक्ति को कहा जाता है जो अनियमितता या भ्रष्टाचार से जुड़े मामलों को उजागर करता है. ह्विसिलब्लोअर का यह समूह खुद को ‘नैतिक कर्मी’ कहता है. उनका दावा है कि उनके पास उनके आरोपों को साबित करने के लिए ईमेल और वॉयस रिकॉर्डिंग हैं.

उन्होंने पत्र में उम्मीद जतायी कि निदेशक मंडल इस पर तत्काल जांच कर कार्रवाई करेगा. इंफोसिस ने एक बयान में कहा, ‘कंपनी की प्रक्रिया के तहत व्हिसिलब्लोअर की शिकायत को ऑडिट समिति के समक्ष रखा गया है. इस पर कंपनी की व्हिसिलब्लोअर नीति के अनुरूप कार्रवाई होगी.’

इन्फोसिस के अध्यक्ष नंदन नीलेकणी ने एक बयान में कहा, ‘एक मुख्य शिकायत सीईओ की अमेरिका और मुंबई की अंतरराष्ट्रीय यात्रा को लेकर है.

शेयर बाजार को दी सूचना में नीलेकणि ने एक बयान में कहा कि समिति ने स्वतंत्र आंतरिक ऑडिटर ईकाई और कानूनी फर्म शारदुल अमरचंद मंगलदास एंड कंपनी से स्वतंत्र जांच के लिए परामर्श शुरू कर दिया है.

नीलेकणि ने कहा कि कंपनी के निदेशक मंडल के सदस्यों में से एक को 20 और 30 सितंबर 2019 को दो अज्ञात शिकायतें प्राप्त हुईं थीं. कंपनी ने सोमवार को व्हिसिलब्लोअर की शिकायत को ऑडिट समिति के समक्ष पेश करने जानकारी दी थी.

समूह ने इस बाबत अमेरिका के नियामक सिक्यूरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन को भी तीन अक्टूबर को एक पत्र लिखा है. इंफोसिस को कंपनी के कामकाज में लापरवाही को लेकर पहले भी व्हिसिलब्लोअर की शिकायत मिल चुकी हैं. इससे पहले इस तरह की एक शिकायत कंपनी के इस्राइल की स्वचालन प्रौद्योगिकी कंपनी पनाया को खरीदने में की गयी गड़बड़ी को लेकर की गयी थी.

इंफोसिस का शेयर 16 फीसदी गिरा

देश की दूसरी सबसे बड़ी सूचना प्रौद्योगिकी कंपनी इंफोसिस का शेयर मंगलवार को 16 प्रतिशत तक गिर गया.

कंपनी के शीर्ष अधिकारियों के खिलाफ लघु अवधि में लाभ बढ़ाने के लिए अनैतिक कारोबारी गतिविधियों में शामिल होने की व्हिसिलब्लोअर समूह की शिकायत को लेकर बाजार में चिंता देखी गयी. इसके चलते सुबह में कारोबार के दौरान कंपनी का शेयर 16 प्रतिशत तक गिर गया.

बीएसई पर कंपनी का शेयर 15.94 प्रतिशत गिरकर 645.35 रुपये पर आ गया. वहीं एनएसई पर यह 15.99 प्रतिशत घटकर 645 रुपये प्रति शेयर रह गया.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)