एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार ने कहा कि लोगों को 288 में से 220 सीट की बात नहीं भाई. एनसीपी जनादेश को विनम्रतापूर्वक स्वीकार करती है.
नई दिल्लीः महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए जारी मतगणना के रुझानों में भाजपा-शिवसेना गठबंधन के 220 सीट जीतने के लक्ष्य से काफी पीछे रहने का संकेत मिलने के साथ ही राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) अध्यक्ष शरद पवार ने गुरुवार को कहा कि संदेश यह है कि लोगों को सत्ता का गुरूर पसंद नहीं आता.
पवार ने यह भी कहा कि लोगों ने राकांपा को विपक्ष में ही रखना चाहा है और पार्टी सरकार बनाने का प्रयास नहीं करेगी.
उन्होंने कहा, ‘लोगों को 288 में से 220 सीट की बात नहीं भाई. एनसीपी जनादेश को विनम्रतापूर्वक स्वीकार करती है. कांग्रेस, एनसीपी, पीडब्ल्यूपी, स्वाभिमानी शेतकरी संघटना और अन्य सहयोगियों ने पूरे दिल से एक-दूसरे का सहयोग किया. चुनाव परिणाम दिखाते हैं कि लोगों को सत्ता का गुरूर पसंद नहीं.’
पवार ने सत्तारूढ़ दलों के नेताओं का नाम लिए बिना कहा कि कुछ लोगों ने बेहद कट्टर नजरिया रखने की सीमा पार की.
उन्होंने कहा, ‘लोगों ने हमसे विपक्ष में रहने को कहा है. किसी तरह सत्ता में आने का विचार हमारे जेहन में आता नहीं. हम अपना जनाधार बढ़ाने पर काम करेंगे.’
पवार ने कहा कि सत्तारूढ़ पार्टी में शामिल होने के लिए विपक्षी खेमे का साथ छोड़ने वालों को लोगों ने स्वीकार नहीं किया.
सतारा से एनसीपी के पूर्व सांसद उदयनराजे भोसले का नाम लिए बिना उनकी तरफ इशारा करते हुए कहा, ‘लोगों को चुनाव से पहले लाभ लेने की उनकी हरकत पसंद नहीं आई.’
अब तक उपलब्ध रुझानों एवं परिणामों के मुताबिक भाजपा ने तीन सीट पर जीत दर्ज कर ली है और 98 पर आगे चल रही है. उसकी सहयोगी शिवसेना तीन सीटों पर जीत दर्ज कर चुकी है और 57 सीटों पर आगे चल रही है.
एनसीपी ने एक सीट जीत ली है और 54 सीटों पर आगे चल रही है जबकि कांग्रेस प्रत्याशी 45 सीटों पर आगे चल रही है.
एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक, शरद पवार ने कहा, ‘लोगों ने कुछ अपवादों के साथ दल-बदल राजनीति को पसंद नहीं किया. जो भी निर्णय जनता ने दिया है उसे एनसीपी दिल से स्वीकार करती है.’
यह पूछे जाने पर कि क्या उनकी पार्टी द्वारा शिवसेना का समर्थन करने की संभावना है. इस पर पवार ने कहा, ‘अभी तक कोई फैसला नहीं लिया गया है. इस तरह का कोई प्रस्ताव भी नहीं है.’
हालांकि, शरद पवार ने संकेत दिया कि वह इस तरह के प्रस्ताव के पक्ष में नहीं हैं.
उन्होंने कहा, ‘हम आगे एक नए नेतृत्व को लेकर विचार करेंगे. लोगों ने हमें विपक्ष में बैठाया है और हम इसे स्वीकार करते हैं.’
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)