भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि चुनाव सिर्फ़ हवा बनाने से नहीं जीते जाते, चुनावी जीत के लिए थोड़ा-सा प्रबंधन भी करना पड़ता है. हरियाणा विधानसभा चुनाव के अब तक आए परिणाम में सत्ताधारी दल भाजपा का मत प्रतिशत 22 प्रतिशत तक गिरा.
इंदौर: भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने बृहस्पतिवार को कहा कि हरियाणा विधानसभा चुनावों के दौरान पार्टी के प्रबंधन में स्पष्ट कमी के चलते सत्तारूढ़ दल को उसकी उम्मीद के मुताबिक कामयाबी नहीं मिली है. हालांकि उन्होंने दावा कि अंतिम चुनाव परिणाम घोषित होने के बाद इस सूबे में भाजपा ही फिर सरकार बनाएगी.
विजयवर्गीय ने मध्य प्रदेश के इंदौर शहर में संवाददाताओं से कहा, ‘हरियाणा में हमारे चुनाव प्रबंधन में कमी मुझे बिल्कुल साफ दिखाई देती है. हमारे कुछ नेता (भाजपा से चुनावी टिकट नहीं मिलने पर) निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर खड़े हुए और उन्हें हम (पर्चा वापस लेने के लिए) समझा नहीं सके.’
भाजपा में हरियाणा मामलों के पूर्व प्रभारी ने कहा, ‘मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने हालांकि बहुत ईमानदारी और पारदर्शिता के साथ सूबे के विकास के लिए काम किया. लेकिन चुनाव सिर्फ हवा बनाने से नहीं जीते जाते. चुनावी जीत के लिये थोड़ा-सा प्रबंधन भी करना पड़ता है.’
उन्होंने कहा, ‘मतदाताओं तक अपनी बात पहुंचाने और उन्हें मतदान केंद्र तक लाने के महत्वपूर्ण चुनावी प्रबंधन में हमारी कमी रही. चुनाव परिणाम के बाद हम इस विषय में भी हम आत्मावलोकन करेंगे.’
हरियाणा में खट्टर के खिलाफ जाट समुदाय की कथित चुनावी नाराजगी के बारे में पूछे जाने पर भाजपा महासचिव ने कहा, ‘खट्टर ने हरियाणा के मुख्यमंत्री के रूप में पिछले पांच साल में परिवारवाद, जातिवाद और भाई-भतीजावाद की राजनीति समाप्त करते हुए आम जनता की सियासत शुरू की. लेकिन कहीं न कहीं मुझे लगता है कि हम अपनी बात ठीक तरीके से जनता के सामने नहीं रख सके.’
हालांकि उन्होंने कहा, ‘हरियाणा में हमने जैसा सोचा था, हमें वैसी चुनावी सफलता नहीं मिली. लेकिन मुझे लगता है कि अंतिम चुनाव परिणाम घोषित होने के बाद हम वहां अपने बूते फिर सरकार बनायेंगे. अगर हमें अपने दम पर बहुमत नहीं मिला, तो हम देखेंगे कि आगे क्या करना है. लेकिन हम (विधायकों की) कोई खरीद-फरोख्त नहीं करेंगे.’
विजयवर्गीय ने उम्मीद जताई कि टिकट न मिलने पर भाजपा से बागी होकर चुनाव जीतने वाले उम्मीदवारों को सरकार गठन में पार्टी का साथ देने के लिये मना लिया जाएगा.
अपने गृहराज्य मध्य प्रदेश की झाबुआ विधानसभा सीट के उपचुनाव में सत्तारूढ़ कांग्रेस का पलड़ा भारी रहने पर भाजपा महासचिव ने कहा, ‘झाबुआ, कांग्रेस की परंपरागत सीट रही है और वहां आजादी के बाद के अधिकांश चुनाव कांग्रेस ने ही जीते हैं.’
बहरहाल, वह यह आरोप लगाने से नहीं चूके कि सूबे की कमलनाथ सरकार ने झाबुआ विधानसभा उपचुनाव में सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग किया.
भाजपा का मत प्रतिशत 22 प्रतिशत तक गिरा
नई दिल्ली: हरियाणा विधानसभा चुनाव के गुरुवार को अब तक आए परिणाम में सत्ताधारी दल भाजपा का मत प्रतिशत 22 प्रतिशत गिर गया है. गौरतलब है कि अप्रैल-मई में हुए लोकसभा चुनाव में भाजपा ने सभी दस सीटों पर जीत हासिल की थी और उसे 58 प्रतिशत मत मिला था.
मनोहर लाल खट्टर के नेतृत्व वाली सरकार के कई मंत्री चुनाव हार गए हैं. ‘अबकी बार 75 पार’ का नारा देने वाली भाजपा 90 सीटों वाली विधानसभा में बहुमत के 46 के आंकड़े से दूर है. निर्वाचन आयोग के ताजा रुझान के मुताबिक भगवा पार्टी 40 सीटों पर या तो जीत रही है या आगे है.
भारतीय जनता पार्टी ने 2014 के विधानसभा चुनाव में 47 सीटें जीती थीं. निर्वाचन आयोग की वेबसाइट पर उपलब्ध ताजा सूचना के अनुसार, भाजपा को 36.3 प्रतिशत मत मिले हैं. इस विधानसभा चुनाव में पिछले चुनाव से अच्छा प्रदर्शन करने वाली कांग्रेस को लोकसभा चुनाव के आसपास ही मत प्रतिशत मिला है.
कांग्रेस को लोकसभा चुनाव में 28.42 प्रतिशत मत मिला था जबकि इस विधानसभा चुनाव में उसे कुल मतदान का 28.2 प्रतिशत मिला है.
लोकसभा चुनाव के नतीजे के अनुसार भाजपा 79 विधानसभा क्षेत्रों में आगे चल रही थी वहीं अब 40 सीटों पर सिमटती नजर आ रही है.
वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस 30 सीटों पर कब्जा जमाती दिख रही है. जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) लोकसभा चुनाव के नतीजे के अनुसार केवल एक सीट पर आगे दिख रही थी लेकिन अब वह पांच सीटें जीत चुकी है और पांच पर आगे चल रही है.
हरियाणा की 90 विधानसभा सीटों पर बीते 21 अक्टूबर को मतदान हुए थे. इस बार राज्य में 68 प्रतिशत मतदान हुआ. साल 2014 के विधानसभा चुनाव का मत प्रतिशत 76.54 था.
हरियाणा में विभिन्न राजनीतिक दलों से 105 महिलाओं सहित कुल 1,169 उम्मीदवार चुनावी किस्मत आजमा रहे हैं. चुनाव लड़ रहीं प्रमुख हस्तियों में मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर, पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा, जेजेपी के दुष्यंत चौटाला और इनेलो के अभय सिंह चौटाला शामिल हैं.
साल 2014 में हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा ने 47 सीटों पर कब्जा जमाया था. इनलो 19, कांग्रेस ने 15 सीट, हरियाणा जनहित कांग्रेस (बीएल) दो तथा बसपा और शिरोमणि अकाली दल ने एक-एक सीट जीती थी.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)