केंद्र सरकार ने जम्मू कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक का तबादला करते हुए उन्हें गोवा का राज्यपाल नियुक्त किया है. 31 अक्टूबर को जम्मू कश्मीर और लद्दाख केंद्रशासित प्रदेश के तौर पर अस्तित्व में आ जाएंगे.
नई दिल्ली: बीते पांच अगस्त को जम्मू कश्मीर का विशेष राज्य का दर्जा हटाकर उसे दो केंद्रशासित प्रदेश में बांटने के फैसले के तकरीबन ढाई महीने बाद केंद्र ने शुक्रवार को यहां के होने वाले उपराज्यपालों की घोषणा कर दी.
केंद्र सरकार ने आईएएस अधिकारी गिरीश चंद्र मुर्मु को केंद्रशासित जम्मू कश्मीर का पहला उपराज्यपाल बनाया गया है, जबकि आईएएस अधिकारी राधा कृष्ण माथुर केंद्रशासित लद्दाख के पहले उपराज्यपाल नियुक्त किए गए हैं.
इसके अलावा सरकार ने जम्मू कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक का तबादला कर उन्हें गोवा का राज्यपाल बना दिया है.
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, 1985 बैच के गुजरात काडर के अधिकारी गिरीश चंद्र मुर्मु केंद्रीय वित्त मंत्रालय में व्यय सचिव हैं. इसके अलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गुजरात का मुख्यमंत्री रहने के दौरान मुर्मु उनके प्रधान सचिव थे.
वहीं राधा कृष्ण माथुर 1977 बैच के आईएएस अधिकारी हैं. इससे पहले वह रक्षा सचिव और मुख्य सूचना आयुक्त (सीआईसी) के तौर पर अपनी सेवाएं दे चुके हैं.
बता दें कि सरदार पटेल के जन्मदिवस पर 31 अक्टूबर को जम्मू कश्मीर और लद्दाख केंद्रशासित प्रदेश के तौर पर अस्तित्व में आ जाएंगे.
मालूम हो सरकार ने यह फैसला ऐसे समय लिया है, जब हाल ही में जम्मू कश्मीर के राज्यपाल रहे सत्यपाल मलिक ने कहा था, ‘राज्यपाल एक कमजोर पद है. उसे प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित करने या अपने दिल की बात कहने का अधिकार नहीं है. मैं लगभग तीन दिनों तक आशंकित रहता हूं कि मेरे शब्दों ने दिल्ली में किसी को नाराज तो नहीं किया है.’
रिपोर्ट के अनुसार, केरल भाजपा अध्यक्ष पीएस श्रीधरन पिल्लई को मिजोरम का राज्यपाल नियुक्त किया गया है.