पाकिस्तान ने दूसरी बार भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विमान को अपने हवाईक्षेत्र के इस्तेमाल की अनुमति देने से इनकार किया है. पाकिस्तान के विदेश मंत्री का कहना है कि जम्मू कश्मीर में मानवाधिकारों के कथित हनन के चलते ऐसा किया गया है.
इस्लामाबाद: पाकिस्तान ने रविवार को कहा कि उसने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विशेष विमान को अपने हवाई क्षेत्र से गुजरने देने के भारत के आग्रह को ठुकरा दिया है.
उसने जम्मू कश्मीर में मानवाधिकारों के कथित हनन का हवाला देते हुए यह कदम उठाया है.
Pakistan media: Pakistan has denied Prime Minister Narendra Modi's request to use Pakistan’s airspace to travel to Saudi Arabia. Pakistan's Foreign Minister Shah Mehmood Qureshi will be informing the Indian High Commissioner of its decision through a written statement. pic.twitter.com/oBhAReCS3j
— ANI (@ANI) October 27, 2019
‘रेडियो पाकिस्तान’ के अनुसार पाकिस्तानी विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने एक बयान में कहा कि यह फैसला किया गया है कि प्रधानमंत्री मोदी के विमान को पाकिस्तान के हवाई क्षेत्र का इस्तेमाल करने की अनुमति नहीं दी जाएगी.
कुरैशी ने कहा कि जम्मू कश्मीर में मानवाधिकार के कथित उल्लंघन और ‘काला दिवस’ के मद्देनजर यह फैसला किया गया है. पाकिस्तान कश्मीरियों के समर्थन में रविवार को ‘काला दिवस’ मनाया.
कुरैशी ने कहा कि भारतीय उच्चायोग को इस फैसले के बारे में लिखित रूप से सूचित किया जा रहा है.
मालूम हो कि प्रधानमंत्री मोदी 28 अक्टूबर को सऊदी अरब जाने वाले हैं, जहां वे 29 अक्टूबर को होने वाले एक अंतरराष्ट्रीय व्यापार शिखर सम्मेलन को संबोधित करेंगे और खाड़ी देश के नेतृत्व से बातचीत करेंगे. पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान भी इस सम्मेलन में भाग लेंगे.
पिछले एक महीने में पाकिस्तान ने तीसरी बार ऐसा किया है. सितंबर महीने में पाक ने प्रधानमंत्री मोदी के विमान के तब अपने हवाई क्षेत्र से गुजरने की अनुमति देने से इनकार कर दिया था, जब वे संयुक्त राष्ट्र महासभा की बैठक के लिए जा रहे थे.
उससे पहले पाकिस्तान ने इसी महीने आइसलैंड के दौरे जा रहे भारतीय राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के विमान को भी अपने हवाई क्षेत्र के इस्तेमाल की इजाजत देने से इनकार किया था.
उस समय पाकिस्तान ने कहा था कि कश्मीर में तनावपूर्ण स्थिति के मद्देनजर प्रधानमंत्री इमरान खान ने यह निर्णय लिया गया था.
उस समय भारत के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने पाकिस्तान के इस फैसले पर अफसोस जताते हुए कहा था कि हम चाहते हैं कि पाकिस्तान ऐसे एकतरफा कदमों की निरर्थकता समझे.
बता दें कि इस साल की शुरुआत में फरवरी में हुए पुलवामा हमले के बाद दोनों देशों के बीच बढ़े तनाव के बाद पाकिस्तान ने भारत के लिए अपना हवाई क्षेत्र बंद कर दिया था. जुलाई महीने इसे दोबारा खोला गया था.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)