समाजवादी पार्टी भी किसानों के आंदोलन में कूद पड़ी है. सपा ने ऐलान किया है कि 25 अक्टूबर तक किसानों की मांग नहीं मानी गई तो 28 अक्टूबर को जिला मुख्यालय पर धरना दिया जाएगा.
कुशीनगर के जंगल खिरकिया गांव के रहने वाले शैलेश माइक्रोफाइनेंस कंपनियों के क़र्ज़ में फंसे थे. उनकी पत्नी ने सिलाई मशीन लेकर कपड़े सिलकर गुजर-बसर करने की कोशिश भी की, पर क़र्ज़ की क़िस्त जमा न करने पर माइक्रोफाइनेंस कंपनी का एजेंट सिलाई मशीन ही उठा ले गया.
आज़मगढ़ ज़िले के मिर्ज़ापुर ब्लॉक के दौलतपुर गांव में छह वर्षीय ज़ाकिर अहमद और कुजियारी गांव में चार वर्षीय प्रीति की संदिग्ध डिप्थीरिया से मौत हुई है. डिप्थीरिया जीवाणु बैक्टीरिया जनित संक्रामक रोग है जो संक्रमित व्यक्ति के खांसने, छींकने से एक-दूसरे में फैल सकता है.
उत्तर प्रदेश सरकार के सहयोगी अपना दल (एस) के नेता और शोहरतगढ़ से विधायक विनय वर्मा हफ्तेभर से सिद्धार्थनगर ज़िले की पुलिस कप्तान प्राची सिंह को हटाए जाने की मांग को लेकर धरने पर हैं. उनका दावा है कि उनके क्षेत्र में थाने और पुलिस चौकी पर कोई भी काम बिना पैसे लिए नहीं हो रहा है.
कुशीनगर के लक्ष्मीना और हरेश ने उनके नवजात शिशु को अस्पताल से 'छुड़ाने' के लिए क़रीब ढाई साल के बेटे राजा को बेच दिया था. उसके वापस मिल जाने से वे ख़ुश तो हैं लेकिन भविष्य की चिंता उनके चेहरे पर है. उन्हें नहीं मालूम कि वे अपनी संतानों का पालन-पोषण कैसे करेंगे.
आज़मगढ़ ज़िले में महीने भर के भीतर आठ बच्चों की मौत संदिग्ध डिप्थीरिया (गलाघोंटू) बीमारी के चलते हो गई है और दर्जनों बच्चों में संक्रमण के लक्षण पाए गए हैं. मिर्ज़ापुर ब्लॉक के सीधा सुल्तानपुर गांव में 5, दौलतपुर गांव में एक और रानी सराय ब्लॉक के फरिहा में 2 बच्चों की मौत की ख़बर है.
संतकबीर नगर ज़िले में क़रीब 2,900 हेक्टेयर में फैले विशाल बखिरा ताल को पक्षियों का स्वर्ग कहा जाता है, लेकिन इस जगह पर प्राकृतिक आवास के क्षरण और व्यवधान से प्रवासी व स्थानीय पक्षियों की संख्या में कमी आ रही है. बावजूद इसके सरकारी तंत्र घोषणाओं के आगे बढ़ता नहीं दिखता.
राजधानियों में बैठे विश्लेषकों और वाचाल एंकरों के लिए गांव की भाषा व राजनीतिक मुहावरे पहले भी अबूझ रहे हैं और इस बार भी अबूझ रहे. वे न इन आवाजों को सुन पाए, न समझ पाए.
गोरखपुर के बड़हलगंज क्षेत्र के रहने वाले रामभुआल निषाद अपने 28 वर्ष के राजनीतिक करिअर में बसपा, सपा, भाजपा में लगातार आवाजाही करते रहे हैं. सुल्तानपुर सीट पर पूर्व केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी को हराकर उन्होंने 18 वर्ष और छह लगातार चुनाव हारने के बाद जीत हासिल की है.
कुशीनगर संसदीय क्षेत्र काफ़ी समय से भाजपा का मज़बूत गढ़ है, जहां सफलता की चाह में सपा ने इस बार अजय सिंह उर्फ पिंटू सैंथवार को उतारा है. हालांकि, सपा को भाजपा की तरफ से दोबारा उतारे गए विजय दुबे से ज़्यादा चुनौती स्वामी प्रसाद मौर्य से मिल सकती है, जो इस बार अपने बूते अपनी नई पार्टी को खड़ा करने का प्रयास कर रहे हैं.
मुख्यमंत्री का गृह-ज़िला होने की वजह से चौराहों, पार्कों, ताल व नदी घाटों का सौंदर्यीकरण हुआ है. लगभग हर सड़क फोर लेन हो रही है. पूरे शहर का दृश्य बदलता दिख रहा है. लेकिन इन निर्माण कार्यों के कारण बड़े पैमाने पर विस्थापन हुआ है और विस्थापित हुए लोगों की पीड़ा को सुनने वाला कोई नहीं है.
गोरखपुर के जिस सहसरांव ग्राउंड में पसीना बहाने के बाद 3,800 लड़के और 28 लड़कियों का चयन पिछले ढाई दशकों में सेना व अर्धसैनिक बल में हुआ, वह आज वीरान है. अग्निपथ योजना के कारण युवाओं में सेना का उत्साह ख़त्म हो गया है.
भारतीय जनता पार्टी ने बलिया से वीरेंद्र सिंह मस्त का टिकट काटकर पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर के बेटे नीरज शेखर को टिकट दिया है. नीरज शेखर 2014 का लोकसभा चुनाव सपा के टिकट पर लड़े थे, पर भाजपा प्रत्याशी भरत सिंह से हार गए थे. उनका सामना इस बार सपा के सनातन पांडेय से है.
उत्तर प्रदेश में भाजपा के सत्ता में आने के बाद से कोई साल ऐसा नहीं गुज़रा जिसमें प्रतियोगी परीक्षाओं के पेपर लीक न हुए हों. शुरूआत 2017 में यूपी आरक्षी परीक्षा का पेपर लीक होने से हुई थी, जिसमें 1.20 लाख आवेदक शामिल हुए थे.
बस्ती मंडल के तीन लोकसभा क्षेत्रों- बस्ती, संत कबीर नगर और डुमरियागंज में पिछले दोनों लोकसभा चुनावों में भारतीय जनता पार्टी जीती है. हालांकि, इस बार समाजवादी पार्टी ने उसे दलित, पिछड़ा और अल्पसंख्यकों की लामबंदी करके घेरा है.