उत्तर प्रदेश चुनाव: ‘हिंदू-मुस्लिम का मुद्दा बेकार है, चुनावी मुद्दा अपनापन होना चाहिए’

वीडियो: द वायर की टीम उत्तर प्रदेश चुनाव की कवरेज के सिलसिले में कानपुर पहुंची. यहां रिपोर्टर मुकुल सिंह चौहान ने इस चुनाव पर कानपुर के लोगों से उनकी राय जानने की कोशिश की.

यूपी चुनाव: ‘चमड़े का सामान हर कोई पसंद करता है, लेकिन उन्हें बनाने वालों से नफ़रत करते हैं’

वीडियो: द वायर की चुनावी कवरेज उत्तर प्रदेश के कानपुर शहर पहुंची. कानपुर का चमड़ा देश-विदेश में प्रसिद्ध है. द वायर के मुकुल सिंह चौहान ने इस उद्योग की स्थिति जानने की कोशिश की है.

क्यों नोएडा के अंबेडकर सिटी की लड़कियां शाम छह बजे के बाद घर से बाहर नहीं निकलतीं?

वीडियो: विधानसभा चुनाव के मद्देनज़र द वायर की टीम उत्तर प्रदेश के नोएडा में अंबेडकर सिटी पहुंची, जहां के निवासियों को बिजली की समस्या का सामना करना पड़ रहा है. बिजली भी महंगी दरों पर मिल रही है. इसके अलावा उनकी अन्य समस्याओं पर मुकुल सिंह चौहान की उनसे बातचीत.

यूपी चुनाव: ‘हमारा विकास नहीं हुआ तो हमारा साथ भी भूल जाए भाजपा’

वीडियो: विधानसभा चुनाव से पहले उत्तर प्रदेश के नोएडा क्षेत्र में आने वाले गढ़ी चौखंडी गांव के रहवासियों ने खुली नालियों, कच्ची सड़क, पानी और सीवेज संबंधी समस्याएं उठाई हैं.

भारत में आम आदमी की आमदनी घटी, अरबपति बढ़े: रिपोर्ट

वीडियो: ऑक्सफैम की ‘इनइक्वैलिटी किल्स’ नाम की रिपोर्ट में बताया गया है कि साल 2021 में भारत के 84 फ़ीसदी परिवारों की आय घटी है, पर इसी अवधि में देश में अरबपतियों की संख्या 102 से बढ़कर 142 हो गई है. 100 सबसे अमीर लोगों की सामूहिक संपत्ति रिकॉर्ड 57.3 लाख करोड़ रुपये के उच्च स्तर तक पहुंच गई है. इस रिपोर्ट को लेकर जेएनयू के प्रोफेसर प्रवीण झा से मुकुल सिंह चौहान की बातचीत.

क्या प्रसार भारती कर रहा है उर्दू भाषा की अनदेखी?

वीडियो: कोविड-19 से पहले डीडी न्यूज़ और ऑल इंडिया रेडियो, दोनों से उर्दू के दस बुलेटिन प्रसारित होते थे. 2020 में महामारी की पहली लहर के दौरान कोविड प्रोटोकॉल के कारण हिंदी, अंग्रेजी, उर्दू डेस्क पर बुलेटिनों की संख्या कम कर दी गई थी. बाद में सभी भाषाओं के कार्यक्रम बहाल हुए, लेकिन डीडी न्यूज़ पर उर्दू के केवल दो और ऑल इंडिया रेडियो पर तीन बुलेटिन शुरू किए गए.

क्या आरक्षित वर्ग को अकादमिक जगत से दूर रखने की कोशिश की जा रही है?

वीडियो: उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद स्थित गोविंद बल्लभ पंत सामाजिक विज्ञान शोध संस्थान में हुई प्रोफेसर, असिस्टेंट प्रोफेसर और एसोसिएट प्रोफेसरों की नियुक्तियों में ओबीसी की आरक्षित सीटों के लिए ‘योग्य उम्मीदवार’ न मिलने पर विवाद हो गया है. साथ ही जेएनयू में भी वाइवा स्कैम की बात सामने आ रही है. इन मामलों पर द वायर के मुकुल सिंह चौहान ने दिल्ली विश्वविद्यालय के असिस्टेंट प्रोफेसर लक्ष्मण यादव से बात की.

एशिया की सबसे ख़राब करेंसी रह सकता है रुपया, विदेशी निवेशकों ने भारतीय बाज़ार से निकाले करोड़ों

वीडियो: ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक़, भारतीय रुपया इस साल एशिया की सबसे ख़राब प्रदर्शन वाली करेंसी रह सकती है. विदेशी निवेशकों ने बाज़ार से लगभग चार अरब डॉलर की पूंजी निकाल ली है, जिससे इस तिमाही में रुपये की कीमत 2.2 फीसदी गिर गई है. इस बारे में जेएनयू के प्रोफेसर डॉ. प्रवीण झा से बातचीत.

हम देखेंगे: एंटी सीएए प्रदर्शन और दिल्ली दंगों की हक़ीक़त बयां करती किताब

वीडियो: नागरिकता संशोधन क़ानून (सीएए) के ख़िलाफ़ राजधानी दिल्ली के शाहीन बाग में विरोध, जामिया में पुलिस की बर्बरता और दिल्ली दंगों की वास्तविकता को दर्शाने वाली तस्वीरों को एक फोटो बुक में प्रकाशित किया गया है, जिसका नाम ‘हम देखेंगे’ हैं. इस फोटो बुक में शामिल अधिकांश तस्वीरें जामिया के छात्रों द्वारा ली गई हैं.

यूपी: जीबी पंत शोध संस्थान शिक्षक नियुक्ति विवाद, पिछड़ा वर्ग से योग्य उम्मीदवार नहीं मिला

वीडियो: उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद शहर स्थित गोविंद बल्लभ पंत सामाजिक विज्ञान शोध संस्थान में शिक्षकों की नियुक्ति विवाद के केंद्र में है. विवाद ओबीसी की आरक्षित सीटों के लिए ‘योग्य उम्मीदवार’ नहीं मिलने को लेकर है. इस मामले की राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग में शिकायत करने वाले दिल्ली विश्वविद्यालय के सहायक प्रोफेसर लक्ष्मण यादव, वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय की सहायक प्रोफेसर चिंटू कुमारी और मयंक से बातचीत.

जामिया में पुलिसिया हिंसा के दो साल: ‘आंदोलनकारी विक्टिम नहीं, फाइटर थे’

वीडियो: बीते 15 दिसंबर 2019 को दिल्ली के जामिया मिलिया इस्लामिया के छात्रों पर पुलिस द्वारा हिंसा की गई थी. विश्वविद्यालय के छात्रों द्वारा सीएए और एनआरसी का विरोध किया जा रहा था. छात्रों को लाइब्रेरी में पीटा गया और लाइब्रेरी में भी तोड़-फोड़ की गई थी. इस हिंसा के दो साल पूरे होने पर प्रेस क्लब ऑफ इंडिया में उस दिन को अभिव्यक्ति, आंदोलन और लोकतंत्र पर हमले के तौर पर याद किया गया.

जंतर मंतर पर हड़ताल पर बैठे यूपीएससी प्रतिभागी

वीडियो: कोरोना वायरस महामारी ने देश के हर वर्ग को प्रभावित किया है. प्रतियोगी परीक्षाओं के प्रतिभागी भी इससे अछूते नहीं रहे हैं. इन्हीं में से एक यूपीएससी के प्रतिभागी सरकार से परीक्षा में शामिल होने का एक और मौका देने की मांग को लेकर दिल्ली के जंतर मंतर पर प्रदर्शन कर रहे हैं. उनका कहना है कि कोविड-19 के कारण वो परीक्षा की तैयारी नहीं कर पाए और उनको सरकार द्वारा न्याय मिलना चाहिए.

विभिन्न भर्ती परीक्षाओं के आयोजन की मांग को लेकर प्रतिभागियों का डिजिटल प्रदर्शन जारी

वीडियो: भारत भर में छात्र विभिन्न भर्ती परीक्षाओं के रिज़ल्ट और कई भर्ती परीक्षाओं की तारीखों के ऐलान करने का इंतज़ार कर रहे हैं. इसके ख़िलाफ़ तमाम युवाओं ने एक ऑनलाइन विरोध अभियान शुरू किया है. द वायर ने ऐसे कुछ युवाओं से बातचीत की.

महंगाई पर भाजपा नेताओं और मंत्रियों के अजीबोगरीब बयान

वीडियो: देश में महंगाई लगातार बढ़ती जा रही है और इस पर भारतीय जनता पार्टी के नेता और मंत्री लगातार अजीबोगरीब बयान दे रहे हैं. कभी कोई महंगाई के लिए नेहरू को ज़िम्मेदार ठहराता है तो कोई मुफ्त में कोरोना वायरस की वैक्सीन को इसका कारण बताता है.

कोरोना वायरस से प्रभावित यूपीएससी प्रतिभागी सरकार से क्या मांग रहे हैं?

वीडियो: कोरोना संकट के बीच सिविल सेवा के हज़ारों प्रतिभागी परीक्षा में बैठने के लिए अयोग्य हो गए हैं. फिलहाल वे दोबारा परीक्षा की मांग को लेकर धरना दे रहे हैं. बीते दिनों उन्होंने राजधानी दिल्ली में इस मांग के साथ प्रदर्शन किया था.

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