भाजपा के पूर्व विधायक और इलाहाबाद के प्रभावशाली नेता उदयभान करवरिया और उनके दो भाइयों को को 2019 में सपा के पूर्व विधायक जवाहर यादव की हत्या के लिए दोषी क़रार दिया गया था. उनकी समय-पूर्व रिहाई के कारणों में पुलिस और डीएम ने उनके 'अच्छे बर्ताव' का हवाला दिया है.
घटना सिद्धार्थनगर ज़िले की है. पुजारी ने पुलिस को बताया कि दोनों मुस्लिम युवकों का उसके साथ पहले से विवाद चल रहा था, इसलिए उन्हें झूठे आपराधिक मामले में फंसाने के लिए ख़ुद ही मंदिर की प्रतिमा तोड़कर पुलिस से शिकायत कर दी.
बीते 04 जुलाई को यूपी के शामली में कबाड़ बेचने वाले फ़िरोज़ की कथित मारपीट के बाद मौत हो गई थी, जिसे कुछ पत्रकारों ने लिंचिंग बताया था. पुलिस ने घटना को लेकर ग़ैर-इरादतन हत्या का मामला दर्ज करने के साथ ही दो पत्रकारों समेत पांच लोगों के ख़िलाफ़ एफआईआर दर्ज की है.
उत्तर प्रदेश पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि क्या भोले बाबा उर्फ नारायण साकार हरि के संगठन या उनके कार्यक्रम के आयोजकों को किसी राजनीतिक दल से धन प्राप्त हुआ था? पुलिस का इशारा मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी की ओर जान पड़ता है, क्योंकि जनवरी 2023 में भोले बाबा के कार्यक्रम में अखिलेश यादव शामिल हुए थे.
उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में 18 जून की रात को स्थानीय लोगों की भीड़ ने एक मुस्लिम शख़्स को चोरी के संदेह में पीटा था, जिसके बाद उनकी मौत हो गई. अब पुलिस ने मृतक के ख़िलाफ़ डकैती और एक महिला पर हमले के आरोप में एफआईआर दर्ज की है.
घटना चित्रकूट ज़िले की है, जहां दसवीं कक्षा में पढ़ने वाली छात्रा ने 23 जून को ख़ुदकुशी कर ली थी. परिजनों का आरोप है कि दो लोगों के ख़िलाफ़ यौन उत्पीड़न की उनकी शिकायत पर पुलिस की निष्क्रियता से निराश होकर उन्होेंने यह कदम उठाया.
अयोध्या: राम मंदिर का निर्माण सवालों के घेरे में, मुख्य पुजारी ने बारिश में टपकती छत का मुद्दा उठाया
उत्तर प्रदेश के अयोध्या स्थित राम मंदिर में उद्घाटन के पांच महीने बाद ही पहली ही बारिश में छत से पानी का रिसाव होने लगा है. मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने कहा है कि छत से टपकने वाला बारिश का पानी मंदिर के गर्भगृह में जमा हो रहा है और इसे बाहर निकालने का कोई रास्ता नहीं है.
भाजपा को पश्चिमी यूपी में राष्ट्रीय लोक दल और पूर्वांचल में निषाद पार्टी, अपना दल (सोनेलाल) और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी का साथ मिला था. इनके कुल छह उम्मीदवारों में से तीन को हार का सामना करना पड़ा.
फर्रुखाबाद लोकसभा सीट के लिए तीसरे चरण में 13 मई को मतदान हुआ था. सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक वीडियो में नाबालिग युवक कई बार भाजपा उम्मीदवार और मौजूदा सांसद मुकेश राजपूत के लिए ईवीएम पर मतदान करते देखा जा सकता है.
मामला गौतम बुद्ध नगर ज़िले के बिसरख का है, जहां चिपियाना पुलिस चौकी में योगेश नाम के व्यक्ति को एक मामले में पूछताछ के लिए बुलाया गया था और वहां उनकी मौत हो गई. मृतक के परिजनों का आरोप है कि पुलिसकर्मियों ने योगेश को छोड़ने के लिए पांच लाख रुपये की रिश्वत मांगी थी.
चुनाव आयोग ने 15 मई को तकनीकी आधार पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ख़िलाफ़ वाराणसी निर्वाचन क्षेत्र से कॉमेडियन श्याम रंगीला का नामांकन ख़ारिज कर दिया. रंगीला ने कहा है कि 'लोकतंत्र में केवल (चुनाव) आयोग द्वारा चुने गए लोगों को ही चुनाव लड़ने का अधिकार है.’
बीते 21 मार्च को बाराबंकी की एमपी-एमएलए अदालत ने मुख़्तार अंसारी की एक अर्ज़ी पर सुनवाई करते हुए बांदा जेल अधीक्षक को निर्देश दिया था कि वह 29 मार्च तक अंसारी को कथित तौर पर ज़हर दिए जाने के मामले में उनके स्वास्थ्य और सुरक्षा के बारे में एक रिपोर्ट पेश करें.
साल 2018 में हापुड़ में क़ासिम नाम के बकरी व्यापारी को हिंदू भीड़ द्वारा गोहत्या का आरोप लगाते हुए बेरहमी से पीटा गया था, जिनकी बाद में मौत हो गई थी. इस मामले में पुलिसकर्मियों द्वारा बेहद संवेदनहीनता दिखाते हुए घायल क़ासिम को सड़क पर घसीटते हुए अस्पताल पहुंचाया गया था.
बरेली के अतिरिक्त जिला न्यायाधीश रवि कुमार दिवाकर ने एक फैसले में सीएम योगी आदित्यनाथ की प्रशंसा करते हुए लिखा है कि सत्ता का प्रमुख धार्मिक व्यक्ति को होना चाहिए, क्योंकि उनका जीवन भोग का नहीं, त्याग व समर्पण का होता है. दिवाकर ने 2022 में वाराणसी की ज्ञानवापी मस्जिद से जुड़े मामले में वहां का एक हिस्सा सील करने का आदेश दिया था.
हाउसिंग एंड लैंड राइट्स नेटवर्क (एचएलआरएन) द्वारा जारी रिपोर्ट में पाया गया है कि 2022 और 2023 में अदालत के आदेशों के कारण लगभग 3 लाख लोगों को बेदखल किया गया. 2022 में अदालती आदेशों के चलते 33,360 से अधिक लोगों को बेदखल करना पड़ा, जबकि 2023 में यह आंकड़ा लगभग 2.6 लाख तक पहुंच गया.