आरएसएस आज भी गोलवलकर की विरासत से अलग नहीं हुआ है सच यह है कि गोलवलकर की कथनी का तरीका भले ही अप्रचलित हो गया हो, पर उनका एजेंडा आज भी सामाजिक परिदृश्य पर हावी है.22/10/2023