गगन गिल को 'मैं जब तक आई बाहर' के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार देने की घोषणा हुई है. उनकी कविताएं स्त्री मन के अकेलेपन, जीवन की क्षणभंगुरता और सामाजिक बदलाव को उकेरती हैं. उनका लेखन जीवन के स्याह पक्ष को आत्मसात करते हुए भारतीय ज्ञान परंपरा का गहन दर्शन प्रस्तुत करता है.