वीडियो: उत्तर भारत के तमाम राज्य उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान और दिल्ली आदि इस समय बाढ़ की चपेट में है. लाखों लोग बेघर हो गए हैं और सड़क किनारे बने शिविरों में रहने को मजबूर हैं. दिल्ली में यमुना किनारे रहने वाले लोगों के घर पूरी तरह डूब गए हैं, वे शिविरों में रहने को मजबूर हैं.
वीडियो: क़रीब तीन महीने पहले तक ज़ी न्यूज़ में बतौर असिस्टेंट न्यूज़ एडिटर काम करने वाले ददन विश्वकर्मा ने नोएडा फिल्मसिटी में कई मीडिया संस्थानों के दफ्तरों के बीच स्टॉल लगाकर पोहा बेचने का काम शुरू किया है और इसे ‘पत्रकार पोहा वाला’ नाम दिया है. उनका कहना है कि काफ़ी समय तक जब किसी ने नौकरी नहीं दी, तब आख़िर में ख़ुद का काम शुरू करने की सोची. उनकी कहानी.
वीडियो: राजस्थान के करौली ज़िले में बीते दो अप्रैल को हिंदू नव वर्ष के मौके पर मुस्लिम बहुल इलाके से गुज़र रही मोटरसाइकिल रैली पर पथराव हो गया था. इसके बाद हिंसा फैल गई थी. अराजक तत्वों ने कुछ दुकानों और मोटरसाइकिलों में आग लगा दी.
वीडियो: पिछले कई सालों से उत्तर प्रदेश के मिर्ज़ापुर ज़िले के एक गांव के लोग तिल- तिलकर मरने को मजबूर हैं. इस गांव का नाम सोनपुर है. ये गांव कई पहाड़ियों से घिरा हुआ है और इन पहाड़ियों से निकलता है गुलाबी पत्थर. बीते तीन दशक से यहां जारी खनन के कारण ग्रामीण दमा, फेफड़े और सांस संबंधी कई गंभीर बीमारियों से जूझ रहे हैं.
वीडियो: उत्तर प्रदेश चुनाव की कवरेज के दौरान द वायर की टीम राजधानी लखनऊ के एक कैफे में पहुंची, जहां एसिड अटैक सर्वाइवर्स काम करती हैं. इस कैफे का नाम ‘शीरोज़ हैंगआउट कैफे’ है. इसे छाया फाउंडेशन के तहत शुरू किया गया था, जो एसिड अटैक सर्वाइवर्स को पुनर्वास का अवसर प्रदान करता है.
वीडियो: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में एक सीट ऐसी भी है, जहां लड़ाई राजघरानों के बीच है. रामपुर सीट पर दो राजघराने आमने-सामने हैं. रामपुर के मोहम्मद आज़म ख़ान और नवाब काजिम अली उर्फ़ नावेद मियां के बीच चुनावी मुकाबला है.
वीडियो: उत्तर प्रदेश में अगले साल की शुरुआत में चुनाव होने वाले हैं. इसके मद्देनज़र द वायर की टीम ने बुलंदशहर ज़िले के बरैना गांव में रहने वालीं गीता नाम की एक महिला से बातचीत की, जो भाजपा विधायक अनीता राजपूत से सवाल पूछने को लेकर चर्चा में आ गई थीं. गीता ने क्या सवाल पूछे और बाकी गांववालों को किन परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है, बता रहे हैं शेखर तिवारी.
वीडियो: उत्तर प्रदेश में अगले साल की शुरुआत में होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनज़र द वायर की टीम राज्य के बुलंदशहर ज़िले के डिबाई विधानसभा पहुंची और महत्वपूर्ण मुद्दों पर जनता की राय मांगी.
वीडियो: उत्तर प्रदेश में चुनावी हलचल होनी शुरू हो गई है. समाजवादी पार्टी, बसपा, कांग्रेस के अलावा सत्तारूढ़ भाजपा मतदाताओं को अपने पक्ष में करने की कवायद में जुट गई हैं. द वायर की टीम ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर ज़िले के नरौरा जाकर लोगों से आने वाले चुनाव के संबंध में प्रतिक्रिया ली और उनका मूड जानने की कोशिश की.
वीडियो: दिल्ली का उत्तम नगर इलाके में लगभग 500 रेहड़ी-पटरी की दुकानें रोज़ लगती हैं. इनमें से अधिकांश मुस्लिम विक्रेता हैं. बीते 18 जून को एक फल विक्रेता और एक दुकानदार के बीच हुई कहासुनी के बाद बजरंग दल ने कुछ पोस्टर लगाए थे जिसमें लिखा था ‘सभी हिंदुओं से निवेदन है कि किसी भी असामाजिक फ्रूट रेहड़ी वाले से ख़रीददारी न करे’. इसके बाद फल विक्रेताओं को अपनी रोज़ी कमाने के लिए मशक़्क़त करनी पड़ रही है.
वीडियो: नूरपुर गांव उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ ज़िले में स्थित है. टप्पल थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले इस गांव में मुस्लिम समुदाय की बड़ी आबादी है. एक रिपोर्ट के मुताबिक कस्बे में करीब 800 मुस्लिम परिवार और 125 हिंदू परिवार रहते हैं. अधिकांश हिंदू परिवार जाटव समुदाय (अनुसूचित जाति) से संबंधित हैं. कुछ दलित परिवारों द्वारा अपने घरों पर ‘बिक्री के लिए घर है’ लिखे जाने के बाद से यह गांव चर्चा में है.
वीडियो: देश में कोरोना वायरस की दूसरी लहर जारी है. इस बीच केंद्र सरकार ने एक मई से 18 से 45 वर्ष की आयु के लोगों के लिए कोविड टीकाकरण शुरू कर दिया है. हालाकि तमाम राज्यों ने वैक्सीन की कमी होने की बात की है. द वायर ने दिल्ली के वैक्सीनेशन सेंटर जाकर वहां का हाल जाना और लोगों से बात की.
वीडियो: उत्तर प्रदेश के ग़ाज़ियाबाद स्थित शिव शक्ति धाम डासना मंदिर में एक मुस्लिम लड़के को पानी पीने के लिए बर्बरतापूर्वक पीटा गया. हिंसा की इस घटना को लेकर पीड़ित परिवार से बातचीत.
वीडियो: दिल्ली-उत्तर प्रदेश सीमा पर स्थित ग़ाज़ीपुर बाॅर्डर पर डटे किसानों का कहना है कि तीनों कृषि क़ानूनों के रद्द होने तक वो पीछे नहीं हटने वाले हैं.
वीडियो: केंद्र सरकार द्वारा लाए गए नए कृषि क़ानून के विरोध में किसान प्रदर्शन कर रहे हैं. दिल्ली सीमा पर प्रदर्शनकारी किसानों से द वायर के शेखर तिवारी की बातचीत.