झारखंडी अस्मिता का उद्घोष, हेमंत सोरेन की ऐतिहासिक वापसी

झारखंड विधानसभा चुनाव के इतिहास में आज तक कोई भी पार्टी दुबारा सरकार बनाने में कामयाब नहीं हो सकी थी, सत्ता विरोधी लहर हमेशा ही बिहार से अलग हुए इस राज्य के चुनाव परिणाम पर हावी रहा, लेकिन अनुसूचित जातियों के लिए आरक्षित 28 विधानसभा सीटों में से 27 जीतने के कगार पर खड़ा हेमंत सोरेन के नेतृत्व वाला ‘इंडिया’ गठबंधन इतिहास रचने की दहलीज पर है. 

झारखंड चुनाव: ‘घुसपैठिए’ पर केंद्रित भाजपा का चुनाव अभियान, मुक़ाबला मोदी बनाम सोरेन

एक ओर भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए गठबंधन का पूरा प्रचार अभियान ‘घुसपैठिए’ पर केंद्रित है, तो दूसरी ओर मुख्य मुक़ाबला मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच नज़र आ रहा है. यह स्थिति झारखंड चुनाव को महाराष्ट्र से भिन्न बनाती है जहां कई स्थानीय कद्दावर नेता अपनी साख बचाने के लिए लड़ रहे हैं.

अमेरिका चुनाव: ट्रंप की दोबारा जीत पर विभिन्न राष्ट्र प्रमुखों की प्रतिक्रिया के क्या मायने हैं

डोनाल्ड ट्रंप की विजय पर आए दुनिया भर के नेताओं के संदेश यह संकेत देते हैं कि आगामी वर्षों में विश्व किस करवट जा सकता है.

हरियाणा: चुनावी दंगल में विनेश को पदक

चुनावी मैदान में जीत विनेश की लड़ाई का अंत नहीं है. यह दरसअल शुरुआत है. जिन आकांक्षाओं को लेकर उन्हें बतौर खिलाड़ी अपना करिअर शिखर पर छोड़कर राजनीति का रुख़ करना पड़ा, उन सपनों को पूरा करने का रास्ता अब आरंभ होता है.  

हिंदी दिवस परिचर्चा: ‘सेलेब्रिटी एंकर’ और वायरल वीडियो के चंगुल में फंसी हिंदी पत्रकारिता?

पिछले वर्षों में हिंदी पत्रकारिता अमूमन यूट्यूब और वायरल वीडियो तक सिमट गई है. ज़मीनी पत्रकार की जगह 'सेलेब्रिटी एंकर' ने ली है. क्या यूट्यूब के भड़काऊ मोनोलॉग खोजी पत्रकारिता का गला घोंट रहे हैं? हिंदी के प्रख्यात नाम वीडियो तक क्यों सिमट गए हैं? उन्होंने गद्य का रास्ता क्यों त्याग दिया है?

इस विषय पर द वायर हिंदी की परिचर्चा.

पीएम मोदी का यूक्रेन दौरा: रूस के साथ भारतीय मैत्री के अंतरराष्ट्रीय समीकरण

नरेंद्र मोदी का यूक्रेन दौरा इसलिए भी ऐतिहासिक है क्योंकि लगभग 30 वर्षों में किसी भारतीय प्रधानमंत्री द्वारा यूक्रेन की पहली यात्रा है.

‘शांति’ के पांच बरस, लेकिन झेलम की कसक सुनेगा कौन

ठीक पांच साल पहले, 5 अगस्त 2019 को केंद्र की भाजपा सरकार ने जम्मू-कश्मीर को आज़ाद भारत में शामिल करने की शर्त के रूप में अनुच्छेद 370 के तहत दिए गए विशेष दर्जे को निरस्त कर दिया था. साथ ही राज्य को दो केंद्रीय शासित प्रदेशों में तब्दील कर दिया- जम्मू कश्मीर और लद्दाख. 

कांग्रेस को अडानी-अंबानी से मिला धन: लोकपाल ने मोदी का दावा ‘चुनावी प्रोपेगंडा’ बता ख़ारिज किया

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा चुनाव प्रचार अभियान के दौरान कांग्रेस पर अंबानी और अडानी से टेंपो में बोरी भरकर पैसे लेने का आरोप लगाया था. सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता प्रशांत भूषण ने कहा है कि इस दावे पर लोकपाल की टिप्पणी मोदी के राजनीतिक बड़बोलेपन को उजागर करती है.

‘पुलिस चौकी के सामने रेप हुआ और उन्हें भनक तक नहीं लगी, इससे अपराधियों के हौसले बुलंद होंगे’

बताया जा रहा है कि 27 जून को दिल्ली के नरेला में नौ साल की लड़की का सामूहिक बलात्कार हुआ, और उसकी नृशंस हत्या कर दी गई. परिजनों के अनुसार, जिस जगह उनकी बेटी का शव मिला, उसके ठीक सामने पुलिस चौकी है.

नरेंद्र मोदी की तीसरी पारी में मुसलमानों पर हमलों का नया दौर शुरू

चुनाव परिणाम के बाद आपराधिक मामलों में तेजी आई है, लेकिन यह मानना गलत होगा कि चुनाव अभियान के दौरान हिंसा कम हुई थी. यह हिंसा भाषा और भाषणों के माध्यम से हुई, जिसे प्रधानमंत्री तथा भाजपा के अन्य बड़े नेता अंजाम दे रहे थे.

संथाल आदिवासी, आरएसएस कार्यकर्ता: ओडिशा के नए मुख्यमंत्री

क्योंझर के निवासी मोहन माझी संथाल जनजाति के सदस्य हैं. संथाल भारत के सबसे बड़े आदिवासी समुदायों में से एक है. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू भी संथाल हैं. वह क्योंझर के सीमावर्ती मयूरभंज ज़िले की निवासी हैं. ये दोनों ज़िले मिलकर राज्य का अत्यंत विस्तृत आदिवासी भूगोल रचते हैं.

हम सियासत और वोट के लिए किसी जाति-धर्म का अपमान नहीं कर सकते: पप्पू यादव

वीडियो: बिहार के पूर्णिया से नवनिर्वाचित सांसद पप्पू यादव का कहना है कि निर्दलीय चुनाव लड़ने के बावजूद वे ख़ुद को कांग्रेसी ही मानते हैं और उनका समर्थन कांग्रेस को है. उनसे बातचीत.

दिल्ली के अस्पताल की आग में खोई परिवार की रोशनी; पिछले बरस नवजात खोया, इस बरस बच्ची

पूर्वी दिल्ली के विवेक विहार स्थित बेबी केयर न्यू बॉर्न हॉस्पिटल में लगी आग में साहिबाबाद के राज कुमार की इकलौती संतान, उनकी पंद्रह दिनों की बेटी नहीं रही. पिछले साल एक सरकारी अस्पताल में उचित सुविधाओं के अभाव में अपने पहले बच्चे को खोने वाले राज कुमार इस बार बेटी के इलाज में कोई कोताही नहीं रखना चाहते थे.

लोकसभा चुनाव: 2020 दंगों के बाद पहले चुनाव में किसे चुनेंगे उत्तर पूर्वी दिल्ली के मतदाता?

ग्राउंड रिपोर्ट: 2020 में दंगों की चपेट में रहे उत्तर पूर्वी दिल्ली संसदीय क्षेत्र के मतदाता बंटे हुए हैं. जहां एक तबका भाजपा का परंपरागत मतदाता है, वहीं कई लोग सांप्रदायिक राजनीति से इतर स्थानीय मुद्दों पर बात कर रहे हैं. यहां भाजपा के मनोज तिवारी और 'इंडिया' गठबंधन के कन्हैया कुमार के बीच मुक़ाबला है.