गोरखपुर अस्पताल में पिछले 72 घंटे में 61 बच्चों की मौत, इस महीने 290 जानें गईं

योगी आदित्यनाथ बोले, 'कहीं ऐसा ना हो कि लोग अपने बच्चों के दो साल के होते ही सरकार के भरोसे छोड़ दें कि सरकार उनका पालन पोषण करे.'

सुप्रीम कोर्ट सुनेगा बीएचयू में छात्राओं से भेदभाव का मामला

महिला महाविद्यालय के हॉस्टल की छात्राओं द्वारा लैंगिक भेदभाव भरे नियमों का दावा करने वाली याचिका पर सुनवाई के लिए शीर्ष न्यायालय ने सहमति जताई है.

मैरिटल रेप को अपराध घोषित करना वैवाहिक संस्था के लिए ख़तरा: केंद्र सरकार

दिल्ली हाईकोर्ट में मैरिटल रेप पर हो रही सुनवाई में केंद्र ने कहा कि पश्चिमी देशों में इसे अपराध माने जाने का ये मतलब नहीं कि भारत भी आंख मूंदकर वही करे.

आईटीबीपी में भर्ती के लिए मंदारिन भाषा अनिवार्य

डोकलाम विवाद के बाद आईटीबीपी के जवानों को प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान चीनी भाषा- मंदारिन और तिब्बत में बोली जाने वाली चीनी भाषा के एक स्वरूप का प्रशिक्षण दिया जाएगा.

सेना से ज़्यादा विस्फोटक तो दिल्ली और आसपास के पटाखा भंडारों में है: उच्चतम न्यायालय

शीर्ष अदालत में बताया गया कि राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में पटाखा वितरकों के पास 50 लाख और अकेले दिल्ली में एक लाख किलोग्राम पटाखों का भंडार है.

सतलोक आश्रम के संचालक रामपाल दो मामलों में बरी, देशद्रोह और हत्या का मामला चलता रहेगा

हिसार की जिला अदालत ने रामपाल को सरकारी काम में बाधा डालने और लोगों को बंधक बनाने के मामले से बरी क​र दिया है.

कोर्ट के फ़ैसले के बाद भी जारी है एक बार में तीन तलाक़, सामने आए पांच मामले

एक बार में तीन तलाक़ को कोर्ट द्वारा असंवैधानिक क़रार देने के बाद उत्तर प्रदेश से चार और मध्य प्रदेश से एक मामला सामने आया है.

‘महिलाएं पंडितों और मौलानाओं के हाथों की कठपुतली बनी हुई हैं’

बीते दिनों सुप्रीम कोर्ट ने एक बार में तीन तलाक़ कहने को असंवैधानिक क़रार दिया. अदालत के फैसले पर आम मुस्लिम महिलाओं से बातचीत.

‘इस फैसले से उम्मीद जगी है कि मेरे पिता की हत्या के मामले में भी जल्द न्याय होगा’

पत्रकार रामचंद्र छत्रपति के बेटे ने गुरमीत को सज़ा होने पर कहा, लोगों ने डेरे में हो रही आपत्तिजनक गतिविधियों पर विश्वास नहीं किया था, लेकिन कोर्ट में यह साबित हो गया.

जब शोषण का शिकार हुई साध्वी ने प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को लिखी थी चिट्ठी

गुरमीत राम रहीम के डेरे में रहने वाली साध्वी का यह अनाम पत्र सिरसा के पत्रकार रामचंद्र छत्रपति ने 2002 में अपने अख़बार 'पूरा सच' में प्रकाशित किया था, जिसके बाद यह मामला सामने आया.