‘जन की बात’ की छठी कड़ी में वरिष्ठ पत्रकार विनोद दुआ कर रहे हैं, दिल में लगने वाले स्टेंट उपकरण के सस्ते होने की कहानी और पाकिस्तान के लाल शाहबाज़ क़लंदर दरगाह की चर्चा.
नगालैंड की राजनीतिक उठापटक और मणिपुर विधानसभा चुनाव पर अमित सिंह की द वायर की डिप्टी एडिटर संगीता बरूआ पिशारोती से बातचीत.
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने उत्तर प्रदेश में एक रैली के दौरान विपक्षी दलों की तुलना ‘कसाब’ से की है.
पुल का सुसाइड लेटर सामने आने के बाद उनकी पत्नी ने चीफ जस्टिस को पत्र भेजकर जांच कराने की अपील की थी
चुनावी नारों की भारत की राजनीति में बड़ी भूमिका रही है. जुमलेबाजी के इस दौर में एक निगाह डालते हैं उन नारों पर जो नेता से लेकर जनता के बीच काफी चर्चित रहे.
दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रो. अपूर्वानंद से द वायर हिंदी के कार्यकारी संपादक बृजेश सिंह से बातचीत.
‘जन की बात’ की पांचवीं कड़ी में वरिष्ठ पत्रकार विनोद दुआ कर रहे है हिंदू-मुस्लिम बिजली, कब्रिस्तान-श्मशान और जोधपुर विश्वविद्यालय में मचे घमासान की चर्चा.
हालांकि राज्य सरकार ने कालिखो पुल की ओर से अपने सुसाइड नोट में वरिष्ठ नेताओं और राजनीतिज्ञों पर लगाए गए भ्रष्टाचार के आरोपों को गलत और बेबुनियाद बताया.
अरुणाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कालिखो पुल की पहली पत्नी दांगविम्साई पुल ने सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस से उनके पति द्वारा लिखित 60 पन्नों के सुसाइड नोट में दर्ज भ्रष्टाचार के आरोपों पर संज्ञान लेने की गुज़ारिश की है.
द वायर के पास 60 पन्नों का वह सुसाइड लेटर है जिसे अरुणाचल प्रदेश के पूर्व सीएम कालिखो पुल ने आत्महत्या करने के चंद घंटे पहले लिखा था, जिसमें उन्होंने संवैधानिक पदों पर बैठे कई लोगों पर बेहद गंभीर आरोप लगाए हैं.
एक दौर में मुलायम सिंह यादव को इस बात की आशंका थी कि संघ उनकी हत्या की साज़िश रच रहा है.
तमिलनाडु विधानसभा में तोड़-फोड़ और जोरदार हंगामे के बीच विपक्षी विधायकों को सदन से बाहर करने के बाद मुख्यमंत्री इदापडी के. पलानीसामी ने बहुमत साबित किया.
‘जन की बात’ की चौथी कड़ी में वरिष्ठ पत्रकार विनोद दुआ कर रहे हैं मीडिया का भारत, बीजेपी आईटी सेल और आईएसआई के जासूसी रैकेट पर चर्चा.
वर्दी वाला गुंडा, दुल्हन मांगे दहेज, दहेज में रिवॉल्वर जैसे उपन्यासों के रचयिता वेद प्रकाश शर्मा ने शुक्रवार देर रात दुनिया को अलविदा कह दिया.
अरुणाचल के पूर्व मुख्यमंत्री कालिखो पुल ने पिछले साल आत्महत्या कर ली थी. उन्होंने एक सुसाइड नोट लिखा था, जिसमें संवैधानिक पदों पर बैठे कई लोगों पर गंभीर आरोप लगाए थे.