हिंदू शेख़ हसीना को विकल्पों की कमी के कारण वोट करते थे: राणा दासगुप्ता

राणा दासगुप्ता बांग्लादेश के प्रमुख अल्पसंख्यक नेता हैं. द वायर हिंदी से बात करते हुए उन्होंने दावा किया कि शेख़ हसीना के सत्ता से हटने के बाद 52 ज़िलों में अल्पसंख्यकों पर हमलों और उत्पीड़न की कम से कम 205 घटनाएं हुई हैं.

भारत-बांग्लादेश सीमा पर तनाव, बांग्लादेशी जवानों ने भारत को मवेशियों के लिए बाड़ लगाने से रोका

बांग्लादेश में राजनीतिक अस्थिरता के बीच उत्तर बंगाल के कूचबिहार में भारत-बांग्लादेश सीमा के पास बॉर्डर गार्ड्स बांग्लादेश के जवानों ने भारतीय सीमा सुरक्षा बल को बाड़बंदी करने से रोक दिया, जिसके बाद बीजीबी और बीएसएफ के बटालियन कमांडेंट ने एक फ्लैग मीटिंग भी की, लेकिन कोई समाधान नहीं निकला. 

बांग्लादेश से गुज़रते हुए: क़िस्त पांच

किसी भी देश में बहुसंख्यकवाद हो, उसका प्रभाव दूसरे देश की प्रगति को बाधित करेगा. दोनों देशों की छवियां भी इससे प्रभावित होंगी. यदि भारत और बांग्लादेश में से एक में भी धर्मनिरपेक्षता ख़त्म होती है तो ऊपर से चाहे जितने भी समझौते कर लिए जाएं, कभी अमन क़ायम नहीं हो सकता.

पीएम मोदी का यूक्रेन दौरा: रूस के साथ भारतीय मैत्री के अंतरराष्ट्रीय समीकरण

नरेंद्र मोदी का यूक्रेन दौरा इसलिए भी ऐतिहासिक है क्योंकि लगभग 30 वर्षों में किसी भारतीय प्रधानमंत्री द्वारा यूक्रेन की पहली यात्रा है.

बांग्लादेश से गुज़रते हुए: क़िस्त चार

बांग्लादेश के मूल्यों और संस्कृति के लिए घरेलू सांप्रदायिकता की अपेक्षा भारत में होने वाली मुसलमान विरोधी बयानबाज़ी और राजनीति ज़्यादा घातक है. भारत में मुसलमानों पर किए जा रहे व्यक्तिगत या संगठित अत्याचार हों, या अयोध्या और 'लव जिहाद' से संबंधित अदालती फैसले, इन सबका घातक प्रभाव बांग्लादेश की धर्मनिरपेक्षता पर होता है.

बांग्लादेश से गुज़रते हुए: क़िस्त दो

बांग्लादेश में भारत के विरोध के तीन प्रमुख कारण नज़र आते हैं- सांप्रदायिक ताक़तें, दक्षिणपंथी राजनीतिक दल और घरेलू कारणों से भारत को लेकर खड़ा किया गया भय.

बांग्लादेश से गुज़रते हुए: क़िस्त एक

भारत के लिए आवश्यक है कि वह बांग्लादेश की प्रमुख विपक्षी पार्टियों से अच्छे संबंध कायम करे. यह रेखांकित करना चाहिए कि विपक्ष को 40 फीसदी मतदाताओं का समर्थन है

रूस से भारतीयों की वापसी के वादों के बीच रूसी सैन्य शिविर में केरल के व्यक्ति की मौत

केरल के त्रिशूर जि़ले 36 वर्षीय संदीप पेशे से इलेक्ट्रीशियन थे औरअप्रैल में एक रेस्तरां में काम करने के लिए रूस गए थे. बताया गया है कि वे एक सैन्य कैंटीन में काम कर रहे थे जो यूक्रेन की सेना के हमलों की ज़द में आ गई.

कितने तालिबान, कितना बदला अफ़ग़ानिस्तान

14 अगस्त, 2024 को तालिबान के सशस्त्र बलों ने सत्ता में आने की तीसरी वर्षगांठ का जश्न काबुल के नजदीक बगराम स्थित हवाई अड्डे पर मनाया, एक भव्य सैन्य परेड का आयोजन हुआ, जिसमें चीन और ईरान के राजनयिक भी शामिल थे.

चीनी निवेश बढ़ाने पर आर्थिक सर्वेक्षण के सुझाव: संभावनाएं और चुनौतियां

आर्थिक सर्वेक्षण 2023-24 में चीन से आयात बढ़ाने और प्रत्यक्ष विदेशी निवेश की अनुमति देने पर जोर दिया गया है. हालांकि, केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने कहा है कि आर्थिक सर्वेक्षण सरकार के लिए बाध्यकारी नहीं है.

पाकिस्तान: सेना ने आईएसआई के पूर्व प्रमुख को गिरफ़्तार किया, कोर्ट मार्शल होगा

पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट ने भूमि विकास मामले और रिटायरमेंट के बाद पाकिस्तान सेना अधिनियम के कई उल्लंघनों के संबंध में आईएसआई के पूर्व प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल फैज़ हमीद की गिरफ़्तारी का आदेश दिया था. पाकिस्तान के इतिहास में पहली बार है, जब आईएसआई के किसी पूर्व प्रमुख का कोर्ट मार्शल किया जा रहा है.

क़ानून मंत्रालय कहेगा तो शेख़ हसीना को वापस लाने के प्रयास करेंगे: बांग्लादेश सरकार सलाहकार

बांग्लादेश की अंतरिम सरकार में विदेश मंत्री के समान कद रखने वाले मोहम्मद तौहीद हुसैन ने देश के लोगों से भारत को एक क़रीबी मित्र के रूप में देखने की भी अपील की है.

विदेश मंत्री ने कहा- रूस से नहीं लौटे 69 भारतीय; रूसी उच्चायोग ने बताया कि रूसी सेना में भर्ती बंद

विदेश मंत्री ने शुक्रवार को लोकसभा में कहा था कि अब तक 91 भारतीय रूसी सेना में भर्ती किए गए थे, जिनमें से आठ की मौत हो चुकी है और 14 को छोड़ दिया गया. इसके बाद रूसी दूतावास ने कहा है कि रूस ने इस साल अप्रैल में अपने सशस्त्र बलों में भारतीय नागरिकों की भर्ती बंद कर दी थी.

बांग्लादेश: शेख़ हसीना के देश छोड़ने के बाद से 232 लोगों की मौत; हिंसा के ख़िलाफ़ हिंदुओं का प्रदर्शन

प्रधानमंत्री शेख हसीना के इस्तीफ़ा देने और बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शनों के बीच भारत पहुंचने के बाद बांग्लादेश में विभिन्न हमलों और संघर्षों में कम से कम 232 लोगों की मौत हो गई है. देश में 16 जुलाई से 4 अगस्त के बीच आरक्षण विरोधी छात्र आंदोलनों के दौरान कुल 328 मौतें हुईं थीं. 

1 4 5 6 7 8 184