इस हफ्ते नॉर्थ ईस्ट डायरी में मणिपुर, मिज़ोरम, असम, त्रिपुरा, मेघालय, अरुणाचल और सिक्किम के प्रमुख समाचार.
अलवर ज़िले के बहरोड़ स्थित अदालत में सुनवाई के लिए जा रहे थे गवाह. अलवर में राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या आठ पर हुआ हमला. पुलिस ने अज्ञात लोगों के ख़िलाफ़ केस दर्ज किया.
सत्या, मॉनसून वेडिंग, वक़्त: द रेस अगेंस्ट टाइम, गांधी माय फादर, द लास्ट लीयर, लक्ष्मी, दिल धड़कने दो जैसी फिल्मों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाली शेफाली शाह हाल ही में रिलीज़ फिल्म वंस अगेन में मुख्य भूमिका में नज़र आईं. उनसे प्रशांत वर्मा की बातचीत.
प्रधानमंत्री जी! इतनी लचर तैयारी से तो भारत ‘आयुष्मान’ होने से रहा.
नियम के मुताबिक महाराष्ट्र सरकार विभिन्न विभागों में पदस्त कर्मचारियों के दो से ज़्यादा बच्चे नहीं होने चाहिए. महिला की दलील है कि यह प्रस्ताव 2014 में आया था और उस समय वो आठ महीने की गर्भवती थीं.
बीते मई में दिल्ली हाईकोर्ट ने कोबरापोस्ट के ऑपरेशन- 136 पर दैनिक भास्कर समूह की याचिका के बाद रोक लगा दी थी. शुक्रवार को इस आदेश को रद्द करते हुए अदालत ने कहा कि जब तक यह साबित न हो कि कथित अपमानजनक सामग्री दुर्भावनापूर्ण या झूठी है, तब तक एकतरफा रोक का आदेश नहीं दिया जाना चाहिए.
दिल्ली के महर्षि वाल्मीकि संक्रामक रोग अस्पताल में 23 बच्चों की मौत हुई है जबकि एक मौत एलएनजेपी अस्पताल में हुई. एंटीटॉक्सिन की ख़रीद में देरी मौत की मुख्य वजह बताई जा रही है.
भारतीय सेना के लांस नायक संदीप सिंह सोमवार को जम्मू कश्मीर के तंगधार सेक्टर में हुई एक मुठभेड़ में शहीद हो गए थे.
प्रख्यात वास्तुकार और नगर नियोजक क्रिस्टोफर बेननिंगर ने कहा कि सरकार को स्मार्ट सिटी के बजाय गरीब लोगों को गरिमापूर्ण रहन-सहन देने वाले शहरों के निर्माण पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए.
राजधानी लखनऊ के गोमती नगर इलाके में हुई घटना में एरिया मैनेजर की मौत. हत्या के आरोप में दो पुलिसकर्मी हिरासत में लिए गए. पद से बर्ख़ास्त किया गया. मामले की जांच के लिए एसआईटी गठित.
विशेष रिपोर्ट: सरकार ने इसके लिए जयपुर के जगद्गुरु रामानंदाचार्य राजस्थान संस्कृत विश्वविद्यालय में 22 करोड़ रुपये की लागत से मंत्र प्रतिष्ठान की स्थापना की है.
महाराष्ट्र के बीड ज़िले का मामला. पुलिस ने हत्या के आरोप में मृतक के पति को गिरफ़्तार कर लिया है.
बीते दिनों तेलंगाना में विधानसभा को निर्धारित कार्यकाल पूरा होने से पहले ही भंग कर दिया गया. चुनाव आयोग द्वारा यह स्थिति स्पष्ट किए जाने के साथ ही तेलंगाना में आचार संहिता लागू मानी जाएगी.
सबरीमाला मंदिर मामले में अन्य 4 जजों से सहमत न होते हुए पीठ की एकमात्र महिला जज जस्टिस इंदु मल्होत्रा ने कहा कि धार्मिक प्रथाओं को केवल समानता के अधिकार के आधार पर नहीं परखा जा सकता.
1994 में सुप्रीम कोर्ट के फैसले ‘मस्जिद इस्लाम का अभिन्न भाग नहीं है’ को पुनर्विचार के लिए पांच सदस्यीय पीठ को भेजे जाने के ख़िलाफ़ निर्णय देने वाली तीन सदस्यीय पीठ में शामिल जस्टिस एस. अब्दुल नज़ीर ने बहुमत से अलग राय दी. उन्होंने कहा, ‘इस फैसले को संबंधित धर्म के विश्वास, सिद्धांत और आस्था की रोशनी में जांचा जाना चाहिए.’