एनडीटीवी प्रमोटर्स को पूंजी बाज़ार से प्रतिबंधित करने के सेबी के आदेश पर लगी रोक

बीते 14 जून को सेबी ने आदेश पारित करते हुए एनडीटीवी के तीन प्रवर्तकों को दो साल के लिए पूंजी बाज़ार से प्रतिबंधित कर दिया था. साथ ही इस अवधि के दौरान प्रणय रॉय और राधिका रॉय पर कंपनी के बोर्ड में या शीर्ष प्रबंधन स्तर पर बने रहने पर भी रोक लगाई गई थी. प्रतिभूति अपीलीय न्यायाधिकरण ने सेबी के इस आदेश पर रोक लगा दी.

सेना-आईएसआई के आलोचक पाकिस्तानी ब्लॉगर और पत्रकार की हत्या

पाकिस्तान के 22 वर्षीय मोहम्मद बिलाल ख़ान के पिता ने कहा कि उनके शरीर पर किसी धारदार हथियार के निशान थे. इस संबंध में आतंकवाद रोधी कानून समेत विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है.

मीडिया बोल: डॉक्टर-हड़ताल और अदावत का क्रिकेटी जलसा

मीडिया बोल की इस कड़ी में उर्मिलेश देश भर में हुई डॉक्टरों की हड़ताल पर वरिष्ठ पत्रकार गौतम लाहिड़ी, वरिष्ठ पत्रकार क़ुर्बान अली और बीएचयू के हृदय रोग विशेषज्ञ डॉक्टर ओमशंकर से चर्चा कर रहे हैं.

शुजात बुख़ारी की हत्या के एक साल बाद दर्द और सवाल दोनों ज़िंदा हैं

जून 2018 में भाजपा ने महबूबा सरकार से गठबंधन तोड़ते समय राज्यपाल शासन लगाने के कारणों में शुजात बुख़ारी की हत्या का ज़िक्र भी किया था. लेकिन, एक साल बाद भी बुख़ारी की हत्या का रहस्य बना हुआ है.

सेबी ने प्रणय और राधिका रॉय को एनडीटीवी में शीर्ष प्रबंधकीय पदों पर बने रहने पर लगाई पाबंदी

एनडीटीवी के एक शेयर होल्डर क्वांटम सिक्योरिटीज प्राइवेट लिमिटेड की ओर से साल 2017 में की गई शिकायत के बाद सेबी ने यह रोक लगाई है. इसके साथ ही एनडीटीवी प्रमोटर्स प्रणय रॉय और राधिका रॉय को पूंजी बाजार में दो साल तक के लिए प्रतिबंधित कर दिया है. दोनों ने सेबी के आदेश को कानून और तय प्रक्रिया के खिलाफ बताते हुए अदालत में चुनौती देने का फैसला किया है.

‘अभिव्यक्ति की आज़ादी संविधान ने दी है, किसी राजनीतिक दल ने नहीं’

वीडियो: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर कथित आपत्तिजनक पोस्ट लिखने के कारण गिरफ़्तार हुए पत्रकार प्रशांत कनौजिया से सृष्टि श्रीवास्तव की बातचीत.

असम: मुख्यमंत्री के ख़िलाफ़ पोस्ट लिखने के आरोप में भाजपा आईटी सेल का सदस्य गिरफ़्तार

मोरीगांव भाजपा आईटी सेल के सेक्रेटरी नीतू बोरा ने सोशल मीडिया पर लिखा था कि राज्य की भाजपा सरकार प्रवासी मुस्लिमों से स्थानीय असमियों की रक्षा करने में नाकाम रही है.

यूपी: शामली में पत्रकार की पिटाई मामले में चार जीआरपी कर्मियों पर मामला दर्ज

शामली में मंगलवार की रात पटरी से उतरी मालगाड़ी पर स्टोरी करने गए न्यूज 24 के पत्रकार अमित शर्मा की जीआरपी जवानों ने गाली देते हुए पिटाई कर दी थी. सूचना और प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि वे इस मामले पर रिपोर्ट तलब करेंगे.

संपादकीय: अभिव्यक्ति पर अंकुश

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ख़िलाफ़ कथित आपत्तिजनक टिप्पणियों के लिए हुई गिरफ़्तारियां विभिन्न राज्यों की सरकारों द्वारा आम लोगों की आवाज़ दबाने के लिए क़ानून के दुरुपयोग के पैटर्न का ही हिस्सा है.

यूपी: ट्रेन हादसे को कवर करने गए पत्रकार को जीआरपी कर्मियों ने पीटा, एसएचओ समेत दो सस्पेंड

मामला शामली शहर के धीमानपुरा फाटक के पास का है. पटरी से उतरी मालगाड़ी पर स्टोरी करने गए न्यूज 24 के पत्रकार अमित शर्मा की जीआरपी पुलिसवालों ने गाली देते हुए पिटाई कर दी. पिटाई करने के आरोपी जीआरपी एसएचओ राकेश कुमार और कॉन्‍स्‍टेबल संजय पवार को सस्‍पेंड कर दिया गया है.

मेरे ख़िलाफ़ दुष्प्रचार कर रहे पत्रकारों पर कार्रवाई हो तो चैनलों में स्टाफ कम हो जाएगा: राहुल

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के ख़िलाफ़ कथित आपत्तिजनक टिप्पणियों को लेकर तीन पत्रकारों को गिरफ़्तार करने पर राहुल गांधी ने कहा कि योगी आदित्यनाथ मूर्खतापूर्ण व्यवहार कर रहे हैं. पत्रकारों को तत्काल रिहा किया जाए.

मीडिया बोल: पत्रकारों की गिरफ़्तारी, यूपी पुलिस की योगी-शैली

मीडिया बोल की इस कड़ी में उर्मिलेश उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ख़िलाफ़ कथित आपत्तिजनक कंटेट प्रसारित करने को लेकर तीन पत्रकारों की गिरफ़्तारी पर वकील विराग गुप्ता और प्रेस क्लब ऑफ इंडिया के अध्यक्ष अनंत बागाईतकर से चर्चा कर रहे हैं.

योगी आदित्यनाथ को लेकर कथित आपत्तिजनक पोस्ट लिखने पर पत्रकार गिरफ़्तार

द वायर में काम कर चुके पत्रकार प्रशांत कनौजिया को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ख़िलाफ़ कथित आपत्तिजनक पोस्ट लिखने के चलते यूपी पुलिस द्वारा शनिवार सुबह दिल्ली में उनके घर से गिरफ़्तार किया गया है. हालांकि, यूपी पुलिस गिरफ़्तारी से इनकार कर रही है.

‘द क्विंट’ के संस्थापक संपादक राघव बहल के ख़िलाफ़ ईडी ने दर्ज किया मनी लॉन्ड्रिंग का मामला

ईडी द्वारा दर्ज यह मामला राघव बहल के ख़िलाफ़ आयकर विभाग द्वारा कालाधन-निरोधक कानून के तहत दाखिल आरोपपत्र पर आधारित है.

2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान मीडिया ने केवल विपक्ष से सवाल पूछा: पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त

पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त एसवाई क़ुरैशी ने कहा कि सामान्य तौर पर मीडिया की भूमिका सरकार से सवाल पूछने की होती है. लेकिन यहां पर मीडिया ने केवल विपक्ष से सवाल पूछा. विपक्षी पार्टियों से सवाल पूछा गया कि उन्होंने 50 साल पहले कुछ क्यों नहीं किया? क्या मीडिया को यही करना होता है?

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