बीते एक फरवरी को म्यांमार की सेना ने चुनावों में धोखाधड़ी का आरोप लगाते हुए देश का नियंत्रण अपने हाथ में लेते हुए आंग सान सू ची और अन्य नेताओं को नज़रबंद कर दिया है. 14 मार्च सबसे हिंसक दिनों में से एक रहा. इस दिन प्रदर्शनों के खिलाफ कार्रवाई में कम से कम 38 लोगों की मौत हुई.
भारत में कोरोना वायरस के बीते 24 घंटे के दौरान 24,492 नए मामले दर्ज किए गए हैं, जिससे कुल मामलों की संख्या बढ़कर 1.14 करोड़ से अधिक हो गई है. इस दौरान 131 और लोगों की मौत हुई है, जिसके बाद मरने वालों की संख्या 1.58 लाख से अधिक है. विश्व में यह महामारी अब तक 26.61 लाख लोगों की जान ले चुकी है.
श्रीलंका ने राष्ट्रीय सुरक्षा का हवाला देते हुए इन प्रतिबंधों की योजना की घोषणा की है. इससे पहले पिछले हफ़्ते स्विट्जरलैंड ने सार्वजनिक जगहों पर पूरी तरह से चेहरा ढंकने या बुर्का पहनने पर पाबंदी लगाने के लिए मतदान किया था. 51.2 फीसदी मतदाताओं ने इस प्रस्ताव का समर्थन किया था.
भारत में कोरोना वायरस संक्रमण के कुल मामलों की संख्या 11,385,339 है और इस महामारी की चपेट में आकर अब तक 1,58,725 लोग जान गंवा चुके हैं. विश्व में संक्रमण के 11.98 करोड़ से ज़्यादा मामले सामने आए हैं और 26.53 लाख से अधिक लोगों की मौत हुई है.
भारत में कोरोना वायरस संक्रमण के कुल मामलों की संख्या बढ़कर 11,359,048 हो गई है. बीते 24 घंटे के दौरान इस महामारी ने 161 लोगों की जान ली है, जो पिछले 44 दिन में सर्वाधिक आंकड़ा है. भारत को पछाड़कर ब्राज़ील दूसरा सर्वाधिक प्रभावित देश बन गया है. विश्व में संक्रमण के मामले 11.95 करोड़ से ज़्यादा हैं और 26.48 लाख से अधिक लोगों की मौत हुई है.
देश में अब तक कोरोना वायरस संक्रमण के कुल मामलों की संख्या बढ़कर 11,333,728 हो गई है और 158,446 लोगों की जान जा चुकी है. विश्वभर में कुल मामले 11.90 करोड़ से ज़्यादा हो गए हैं और 26.39 लाख से अधिक लोगों की मौत हुई है.
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने बीते साल 11 मार्च को कोरोना वायरस को महामारी घोषित किया था. इससे पहले संगठन ‘महामारी’ शब्द के इस्तेमाल से बचता रहा था. विशेषज्ञों के मुताबिक, जब तब संगठन ने इसे महामारी घोषित किया तब तक बहुत देर हो चुकी थी और वायरस अंटार्कटिका को छोड़ दुनिया के सभी महाद्वीपों में पहुंच चुका था.
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने कहा कि वैश्विक टीकाकरण अभियान हमारे समय की सबसे बड़ी नैतिक परीक्षा है. उन्होंने चिंता जताते हुए कहा कि अनेक निम्न आय वाले देशों को अभी एक भी ख़ुराक नहीं मिल पाई है, जबकि अन्य धनी देश अपनी पूर्ण आबादी के टीकाकरण की दिशा में बढ़ रहे हैं.
भारत में कोरोना वायरस संक्रमण के कुल मामलों की संख्या बढ़कर 1.13 करोड़ से अधिक हो गई है, वहीं मरने वालों का आंकड़ा 1.58 लाख के पार पहुंच गया है. विश्व में संक्रमण के 11.85 करोड़ से ज़्यादा मामले हैं, 26.29 लाख से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है.
स्वीडन के एक टीवी चैनल के अनुसार 2017 के अंत में बस निर्माता स्कैनिया के ऑडिटर्स को कंपनी द्वारा भारत के परिवहन मंत्री को उपहार के तौर पर एक लक्ज़री बस देने के संकेत मिले थे. केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी के कार्यालय ने आरोपों से इनकार करते हुए इन्हें दुर्भावनापूर्ण, मनगढ़ंत और आधारहीन बताया है.
देश में कोविड-19 के 76 दिन बाद इतने अधिक नए मामले सामने आए हैं, जिसके बाद कुल मामलों की संख्या बढ़कर 1.12 करोड़ से अधिक हो गई है. विश्व में संक्रमण के 11.80 करोड़ से ज़्यादा मामले सामने आए हैं और 26.19 लाख से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है.
भारत में कोरोना वायरस संक्रमण के कुल मामलों की संख्या बढ़कर 1.12 करोड़ से अधिक हो गई है और मृतक संख्या 158,063 हो गई है. विश्व में संक्रमण के 11.75 करोड़ से ज़्यादा मामले सामने आए हैं और 26.10 लाख से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है.
विश्व स्वास्थ्य संगठन का कहना है कि यह अध्ययन महिलाओं के ख़िलाफ़ हिंसा पर सबसे बड़ा अध्ययन है. इसमें 2010 से 2018 की अवधि को शामिल किया गया है. रिपोर्ट में अंतरंग साथी द्वारा हिंसा को महिलाओं के ख़िलाफ़ हिंसा का सबसे अधिक व्याप्त रूप बताया गया है, जिससे 64 करोड़ से ज़्यादा महिलाएं प्रभावित हैं.
संयुक्त राष्ट्र एजेंसी यूनिसेफ के रिपोर्ट के मुताबिक, दशक के अंत से पहले एक करोड़ अतिरिक्त बाल विवाह हो सकते हैं. इससे इस प्रथा को कम करने की वर्षों की प्रगति को ख़तरा उत्पन्न हो सकता है. दुनिया में आज अनुमानित 65 करोड़ लड़कियों और महिलाओं का विवाह बचपन में हुआ है. इनमें से आधी संख्या बांग्लादेश, ब्राज़ील, इथियोपिया, भारत और नाइज़ीरिया में है.
ब्रिटिश सांसदों ने किसान आंदोलन- शांतिपूर्ण प्रदर्शन के अधिकार संबंधी चर्चा की, भारत ने नाराज़गी जताई
भारत में तीन कृषि क़ानूनों के ख़िलाफ़ चल रहे किसान आंदोलन के बीच ब्रिटिश सांसदों ने शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन के अधिकार और प्रेस की आज़ादी को लेकर एक लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर वाली ‘ई-याचिका’ पर चर्चा की. भारत ने इसकी निंदा करते हुए कहा कि इस ‘एकतरफा चर्चा में झूठे दावे’ किए गए.