मोरीगांव भाजपा आईटी सेल के सेक्रेटरी नीतू बोरा ने सोशल मीडिया पर लिखा था कि राज्य की भाजपा सरकार प्रवासी मुस्लिमों से स्थानीय असमियों की रक्षा करने में नाकाम रही है.
शामली में मंगलवार की रात पटरी से उतरी मालगाड़ी पर स्टोरी करने गए न्यूज 24 के पत्रकार अमित शर्मा की जीआरपी जवानों ने गाली देते हुए पिटाई कर दी थी. सूचना और प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि वे इस मामले पर रिपोर्ट तलब करेंगे.
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ख़िलाफ़ कथित आपत्तिजनक टिप्पणियों के लिए हुई गिरफ़्तारियां विभिन्न राज्यों की सरकारों द्वारा आम लोगों की आवाज़ दबाने के लिए क़ानून के दुरुपयोग के पैटर्न का ही हिस्सा है.
मामला शामली शहर के धीमानपुरा फाटक के पास का है. पटरी से उतरी मालगाड़ी पर स्टोरी करने गए न्यूज 24 के पत्रकार अमित शर्मा की जीआरपी पुलिसवालों ने गाली देते हुए पिटाई कर दी. पिटाई करने के आरोपी जीआरपी एसएचओ राकेश कुमार और कॉन्स्टेबल संजय पवार को सस्पेंड कर दिया गया है.
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के ख़िलाफ़ कथित आपत्तिजनक टिप्पणियों को लेकर तीन पत्रकारों को गिरफ़्तार करने पर राहुल गांधी ने कहा कि योगी आदित्यनाथ मूर्खतापूर्ण व्यवहार कर रहे हैं. पत्रकारों को तत्काल रिहा किया जाए.
मीडिया बोल की इस कड़ी में उर्मिलेश उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ख़िलाफ़ कथित आपत्तिजनक कंटेट प्रसारित करने को लेकर तीन पत्रकारों की गिरफ़्तारी पर वकील विराग गुप्ता और प्रेस क्लब ऑफ इंडिया के अध्यक्ष अनंत बागाईतकर से चर्चा कर रहे हैं.
द वायर में काम कर चुके पत्रकार प्रशांत कनौजिया को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ख़िलाफ़ कथित आपत्तिजनक पोस्ट लिखने के चलते यूपी पुलिस द्वारा शनिवार सुबह दिल्ली में उनके घर से गिरफ़्तार किया गया है. हालांकि, यूपी पुलिस गिरफ़्तारी से इनकार कर रही है.
ईडी द्वारा दर्ज यह मामला राघव बहल के ख़िलाफ़ आयकर विभाग द्वारा कालाधन-निरोधक कानून के तहत दाखिल आरोपपत्र पर आधारित है.
पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त एसवाई क़ुरैशी ने कहा कि सामान्य तौर पर मीडिया की भूमिका सरकार से सवाल पूछने की होती है. लेकिन यहां पर मीडिया ने केवल विपक्ष से सवाल पूछा. विपक्षी पार्टियों से सवाल पूछा गया कि उन्होंने 50 साल पहले कुछ क्यों नहीं किया? क्या मीडिया को यही करना होता है?
वीडियो: कांग्रेस ने अपने प्रवक्ताओं से एक महीने तक टीवी चैनलों से दूर रहने को कहा है. मीडिया बोल की इस कड़ी में उर्मिलेश कांग्रेस के इस क़दम पर प्रो. अपूर्वानंद, वरिष्ठ पत्रकार मुकेश कुमार और लेखक व पत्रकार अनिल यादव के साथ चर्चा कर रहे हैं.
अखबार ‘विश्ववाणी’ के संपादक विश्वेश्वर भट ने कहा कि खबर सूत्रों पर आधारित थी और अगर किसी को कोई आपत्ति है तो वे स्पष्टीकरण जारी कर सकते थे. बहुत अधिक तो मानहानि का मामला दायर किया जा सकता था लेकिन प्राथमिकी दर्ज कराना एक नई परिपाटी शुरू करने जैसा है. मैं निश्चित रूप से अदालत में इसे चुनौती दूंगा.
फेसबुक की विज्ञापन से जुड़ी रिपोर्ट के मुताबिक, इस साल फरवरी की शुरुआत से 15 मई तक उसके प्लेटफॉर्म पर 1.21 लाख राजनीतिक विज्ञापनों का प्रसारण हुआ. इन विज्ञापनों पर राजनीतिक दलों ने 26.5 करोड़ रुपये ख़र्च किए.
लोकसभा चुनाव 2019 के दौरान पेड न्यूज की 703 शिकायतें मिली थी, जिनमें से 647 शिकायतें सही पाई गईं जबकि 2014 के चुनाव में पेड न्यूज के 1,297 मामलो की पुष्टि हुई थी.
मोदी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस नहीं की. यह तथ्य है. यह भी एक तथ्य है कि मोदी से पूछने वाला प्रेस ही नहीं है. होता तो उसे प्रेस कॉन्फ्रेंस की ज़रूरत नहीं होती. वह अपनी ख़बरों से मोदी को जवाब के लिए मजबूर कर देता.
कोलकाता में बीते मंगलवार को अपने रोड शो के दौरान हुई हिंसा के मीडिया कवरेज से आहत क्यों हैं भाजपा अध्यक्ष अमित शाह?