पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी सात जून को नागपुर में संघ मुख्यालय पर होने वाले एक कार्यक्रम में शामिल होंगे.
रमज़ान के दौरान उपचुनाव कराने के फैसले पर भी उठे सवाल, आयोग ने उपचुनाव में वोटिंग मशीनों की ख़राबी, मतदान में बाधा की ख़बरों को ख़ारिज किया.
बिहार में शराबबंदी लागू होने के बाद पिछले दो साल में 1,22,392 लोग जेल में बंद हैं.
कर्नाटक के मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने कहा कि कृषि ऋण माफी उनकी पहली प्राथमिकता है, अगर इसमें वे विफल रहे तो पद से इस्तीफा दे देंगे.
उत्तर प्रदेश की कैराना, महाराष्ट्र की भंडारा-गोंदिया, पालघर और नगालैंड लोकसभा सीट और कई राज्यों की 10 विधानसभा सीटों पर सोमवार को मतदान हो रहा है.
भाजपा के राज्यसभा सांसद अमर साबले ने कहा कि लोगों के खाते में 15 लाख रुपये जमा कराए जाएंगे, यह भाजपा के चुनावी घोषणा पत्र में कभी शामिल नहीं था.
उत्तर प्रदेश में कैराना सीट पर लोकसभा उपचुनाव के लिए आज मतदान हो रहा है. यहां मुख्य मुक़ाबला भाजपा और राष्ट्रीय लोक दल के बीच है. राष्ट्रीय लोक दल को सपा, बसपा, कांग्रेस, आम आदमी पार्टी और कई छोटे दलों का समर्थन प्राप्त है.
कर्नाटक के मुख्यमंत्री के शपथ ग्रहण समारोह में एकजुटता दिखाने वाले विपक्ष के नेताओं के सामने सबसे बड़ा सवाल यही है कि क्या वे 2019 के आम चुनावों तक साथ बने रहेंगे?
इस हफ्ते नॉर्थ ईस्ट डायरी में सिक्किम, त्रिपुरा, मिज़ोरम, अरुणाचल प्रदेश, असम, मणिपुर, नगालैंड और मेघालय के प्रमुख समाचार.
हम भी भारत की 35वीं कड़ी में आरफ़ा ख़ानम शेरवानी कश्मीर के शोपियां में कॉलेज छात्रों से रमज़ान में सीज़फायर के ऐलान के आम जनजीवन पर असर के बारे में बात कर रही हैं.
बसपा प्रमुख ने पार्टी की राष्ट्रीय बैठक में कहा कि बसपा का जो भी राष्ट्रीय अध्यक्ष होगा, उसके परिवार के किसी भी नजदीकी सदस्य को पार्टी संगठन में किसी भी स्तर के पद पर नहीं रखा जाएगा.
भारतीय खुफिया एजेंसी रॉ के पूर्व प्रमुख एएस दुलत और पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के पूर्व प्रमुख असद दुर्रानी ने मिलकर ‘द स्पाई क्रॉनिकल्स: रॉ, आईएसआई एंड द इल्यूज़न ऑफ पीस’ नाम की किताब लिखी है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि पिछले चार साल में विकास जन आंदोलन बन गया है. अमित शाह ने कहा कि मोदी ने वंशवाद की राजनीति को ख़त्म किया.
देश को बदलते-बदलते प्रधानमंत्री ख़ुद बदलकर मौनमोदी हो गए हैं. कथित गोरक्षक किसी को मार डालें, कोई बच्ची बलात्कारियों की वहशत का शिकार हो जाए या डीजल-पेट्रोल के दामों में बढ़ोत्तरी रिकॉर्ड तोड़ दे, वे अपना मौन तभी तोड़ते हैं, जब उन्हें अपने मन की बात कहनी होती है.
हर सरकार के दौर में एक राजनीतिक संस्कृति पनपती है. मोदी सरकार के दौर में झूठ नई सरकारी संस्कृति है. जब प्रधानमंत्री ही झूठ बोलते हैं तो दूसरे की क्या कहें. दूसरी संस्कृति है धर्मांधता की.