मेहसाणा जिले की दो विधानसभाओं- ऊंझा, वडनगर और बेचराजी में भाजपा को हार का सामना करना पड़ा है.
गुजरात राज्यसभा चुनाव के वक्त कांग्रेस छोड़ भाजपा का दामन थामने वाले 6 में से 5 विधायकों को भाजपा ने मैदान में उतारा, लेकिन एक को छोड़ सभी कांग्रेस उम्मीदवारों से हार गए.
गुजरात में भाजपा को 99 और कांग्रेस को 80 सीटों पर जीत मिली, वहीं हिमाचल प्रदेश में भाजपा ने 44 और कांग्रेस ने 21 पर जीत दर्ज की.
हिमाचल विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह और बेटे विक्रमादित्य सिंह ने अर्की और शिमला ग्रामीण से जीत दर्ज की.
हार्दिक ने दावा किया, मतदान के दौरान कई जगह वाई-फाई नेटवर्क पकड़ा गया. कई स्थानों पर मतगणना से पहले ईवीएम की सील टूटी मिली.
कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अर्जुन मोढ़वाडिया, सिद्धार्थ चिमनभाई पटेल और राष्ट्रीय प्रवक्ता शक्तिसिंह गोहिल को क़रारी शिकस्त का सामना करना पड़ा है.
गुजरात में अपनी कमज़ोरियों के कारण कांग्रेस भले ही बाज़ी नहीं पलट पायी, लेकिन मतदाताओं ने पिछली बार से डेढ़ दर्जन ज़्यादा सीटें देकर साफ कर दिया है कि वे ‘अपने’ प्रधानमंत्री के ‘कांग्रेसमुक्त भारत’ के आह्वान को कान नहीं दे रहे.
कांग्रेस ने गुजरात के परिणामों को बताया नैतिक जीत, राहुल ने गुजरात और हिमाचल प्रदेश की नई सरकारों को बधाई दी.
अगर हिंदुत्ववादी आख्यान का जादू इस देश में चलेगा तो इससे यही प्रमाणित होता है कि भारत की राजनीति में विचारधारा की मौत नहीं हुई है. वह अगर दक्षिणपंथ के रूप में जिंदा है तो उसके वामपंथी या मध्यमार्गी होने की संभावना भी है.
हार्दिक पटेल बोले, यह कैसी जीत है जिसमें मुट्ठी भर लोगों को छोड़कर पूरा प्रदेश बेबस है. यह हैरान करने वाली बात है. मेरा गुजरात परेशान है.
मीडिया बोल में उर्मिलेश विधानसभा चुनाव के नतीजों पर प्रो. अपूर्वानंद और पत्रकार अशोक टंडन से चर्चा कर रहे हैं.
पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त टीएस कृष्णमूर्ति ने कहा, कांग्रेस और भाजपा दोनों ईवीएम पर हमले के दोषी हैं.
अगरतला में संघ प्रमुख मोहन भागवत ने कहा, भारत में रहने वाले सभी हिंदू हैं तो उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने कहा, जीवन पद्धति है हिंदुत्व.
68 सदस्यों वाली विधानसभा में भाजपा 45 सीटों पर आगे चल रही हैं, वहीं सत्तारूढ़ कांग्रेस महज़ 19 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है.
गुजरात की जनता भाजपा सरकार से नाराज़ थी, लेकिन उनकी परेशानी को सुनने और आवाज़ उठाने वाला विपक्ष सड़कों पर नहीं था.