सत्ता उन लोगों से ख़तरा महसूस करती है जो जनता से जनता की भाषा में बात कर लेते हैं

जनता को नहीं पता होता कि उसके साथ सत्ता क्या कर रही है. ऐसे मेें ख़तरा उनसे होता है जो जनता से उनकी भाषा में सत्ता का सच बताते हैं. इसलिए उन्हें ख़ामोश करने की कोशिश की जाती है.

जन गण मन की बात, एपिसोड 113: पत्रकार गौरी लंकेश की हत्या और रोहिंग्या मुसलमान

जन गण मन की बात की 113वीं कड़ी में विनोद दुआ बेंगलुरु में पत्रकार गौरी लंकेश की हत्या और भारत के रोहिंग्या शरणार्थियों को वापस भेजने के मामले पर चर्चा कर रहे हैं.

पत्रकार गौरी लंकेश की हत्या के विरोध में देशभर में प्रदर्शन और सभाएं

देश के विभिन्न राज्यों के पत्रकार संगठनों समेत आम नागरिकों ने इस जघन्य हत्या की निंदा की. अमेरिकी दूतावास और एमनेस्टी इंटरनेशनल ने भी चिंता जताई.

मोदी मंत्रिमंडल में फेरबदल पाखंड से ज़्यादा कुछ नहीं

यह सरकार लघु उद्योगों, बेरोजगारी और कृषि क्षेत्र के हालातों को लेकर शुतुरमुर्गी रवैया अपनाए हुए है. समस्याओं को स्वीकार न करने से समस्याएं समाप्त नहीं हो जाती हैं. न ही कैबिनेट में फेरबदल कर देने से ही इन्हें सुलझाया जा सकता है.

मीडिया बोल, एपिसोड 13: ज़ी न्यूज़ पर जुर्माना और झूठी ख़बरों का कारोबार

मीडिया बोल की 13वीं कड़ी में वरिष्ठ पत्रकार उर्मिलेश शायर गौहर रज़ा और पत्रकार अनुराधा रमण के साथ ज़ी न्यूज़ पर लगे जुर्माने और झूठी ख़बरों के कारोबार पर चर्चा कर रहे हैं.

तानाशाही का समय है, मीडिया के लोगों को डराया जाता है: राहुल गांधी

चुनावी अभियान पर गुजरात पहुंचे राहुल ने कहा, 'मीडिया को किसान और छोटे व्यापारी नहीं चलाते, उसको मोदी जी के दो-चार दोस्त चलाते हैं.'

वह चुनाव अभियान जिसने सांप्रदायिक राजनीति को बदल दिया

वर्ष 2002 में नरेंद्र मोदी के पहले राजनीतिक चुनाव प्रचार ने सबकुछ बदल दिया. पहली बार किसी पार्टी के नेता और उसके मुख्य चुनाव प्रचारक ने मुस्लिमों के ख़िलाफ़ नफ़रत भरा प्रचार अभियान चलाया.

1 614 615 616 617 618 671