यूपी चुनाव में दल बेरोज़गार युवाओं का इस्तेमाल करने में पीछे नहीं हैं. कहीं 500 रुपये दिहाड़ी पर तो कहीं बाइक में फुल टंकी तेल भराकर रैलियों के लिए भीड़ जुटाई जा रही है.
‘जन की बात’ की आठवीं कड़ी में वरिष्ठ पत्रकार विनोद दुआ रामजस कॉलेज में हुए विवाद और नोटबंदी से आई आर्थिक मंदी पर चर्चा कर रहे हैं.
फरक्का बैराज का निर्माण जिस तरह राजनीतिक कारणों से किया गया था. उसी तरह की राजनीति अब इसे हटाने को लेकर हो रही है.
मैं ये बचपन से सुनता आ रहा हूं कि मस्जिदों में असलहे रखे जाते हैं. हिंदुओं की एक बड़ी आबादी इसे सच मानती है. आप उसको कुरेद सकते हैं, हिंसक बना सकते हैं.
एक साक्षात्कार में कांग्रेस की वरिष्ठ नेता शीला दीक्षित ने कहा है कि कांग्रेस उपाध्यक्ष को थोड़ा और वक़्त दिया जाना चाहिए.
‘जन की बात’ की सातवीं कड़ी में वरिष्ठ पत्रकार विनोद दुआ राजनीति में परिवारवाद और विजय माल्या व आर्म्स डीलर संजय भंडारी के विदेश भागने के प्रकरण पर चर्चा कर रहे हैं.
बृहनमुंबई महानगर पालिका (बीएमसी) चुनाव में शिवसेना 84 सीटें जीतकर सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है. वहीं भाजपा ने तगड़ी बढ़त हासिल करते हुए 82 सीटें हासिल की.
तुलसीदास का निषाद प्रभु राम से विवाद बढ़ाने से डरता था जबकि 2017 में निषादों ने राजनीति के अखाडे़ में ताल ठोक दी है. उत्तर प्रदेश के इस विधानसभा चुनाव में निषाद एक बड़ी ताकत के रूप में उभरे हैं.
उत्तर प्रदेश में चुनावी सरगर्मी चरम पर है लेकिन सुल्तानपुर के सांसद और भाजपा के स्टार प्रचारक वरुण गांधी गायब हैं.
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के चौथे दौर में बसपा और सपा की सीधी टक्कर है, यह देखना दिलचस्प होगा कि इनकी लड़ाई में भाजपा अपना फ़ायदा कैसे ढूंढ पाती है.
अरुणाचल प्रदेश के पूर्व सीएम कालिखो पुल की पत्नी ने चीफ जस्टिस को पत्र भेजकर उनके सुसाइड नोट में लगाए गए भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच कराने की अपील की थी.
‘जन की बात’ की छठी कड़ी में वरिष्ठ पत्रकार विनोद दुआ कर रहे हैं, दिल में लगने वाले स्टेंट उपकरण के सस्ते होने की कहानी और पाकिस्तान के लाल शाहबाज़ क़लंदर दरगाह की चर्चा.
नगालैंड की राजनीतिक उठापटक और मणिपुर विधानसभा चुनाव पर अमित सिंह की द वायर की डिप्टी एडिटर संगीता बरूआ पिशारोती से बातचीत.
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने उत्तर प्रदेश में एक रैली के दौरान विपक्षी दलों की तुलना ‘कसाब’ से की है.
रायबरेली सदर क्षेत्र से लगातार पांच बार सीट जीतने वाले अखिलेश सिंह के विजयी रथ को आगे बढ़ाने का जिम्मा इस बार उनकी 29 वर्षीय बेटी अदिति सिंह के कंधों पर है.