विदेशी दुश्मनों को ज़रूरत से ज़्यादा निचोड़ लिया गया है. अब नये दुश्मन की ज़रूरत है. अब घर में तलाश की जा रही है. इसके लिए इतिहास को काम पर लगाया गया है.
मनरेगा का मसौदा तैयार करने वाले अर्थशास्त्री ने कहा, आप विकास सूचकों की किसी भी रैंकिंग, गरीबी सूचकांक देखिए, गुजरात लगभग हमेशा बीच के आसपास ही रहा है.
संविधान दिवस: केंद्रीय क़ानून मंत्री ने कहा, शासन का काम उनके पास रहना चाहिए जो इसके लिए निर्वाचित हुए हों. सीजेआई बोले, नागरिकों का अधिकार सर्वोच्च होना चाहिए.
इस हफ़्ते नॉर्थ ईस्ट डायरी में असम, मेघालय, त्रिपुरा, अरुणाचल प्रदेश और मणिपुर के प्रमुख समाचार.
सीबीआई अधिकारियों ने बताया, कथित रूप से नियमों का उल्लंघन करके प्रबंधन कोटे के तहत चार कॉलेजों में कुल 229 प्रवेश हुए, प्रति सीट 50 लाख से एक करोड़ रुपये वसूले गए.
जलवायु परिवर्तन के प्रकोपों को गुटों की कूटनीति में बंट कर नहीं, बल्कि मानवता का सामूहिक संकट समझ कर ही जूझा जा सकता है.
'नेता साबरमती के संत गीत की आलोचना कर बापू और अहिंसक आंदोलन के प्रति अपनी नफ़रत दिखा रहे हैं. अगर दिक्कत है तो इस गीत को प्रतिबंधित क्यों नहीं करा देते.'
जन्मदिन विशेष: इस सियासी उथल-पुथल में एक बुजुर्ग की हैसियत से मुझे ख़ौफ़ लगता है कि कहीं हिंदुस्तान में ज़बान, तहज़ीब और मज़हब के आधार पर कई हिंदुस्तान बन जाएं. यह बहुत अफ़सोसनाक होगा.
जन्मदिन विशेष: इस मुल्क़ में 25 करोड़ मुसलमान हैं, इनको आप कहां फेंकेंगे? ज़मीन में बोएंगे तो ज़मीन छोटी पड़ जाएगी. हल यही है कि इनको अपने सीने से लगाइए.
गुजरात चुनाव राउंड अप: अरुण जेटली-अमित शाह सहित भाजपा के आधा दर्जन से ज़्यादा मंत्री, सांसद लोगों के साथ चाय पीते हुए सुनेंगे पीएम के 'मन की बात', प्रधानमंत्री ने ट्वीट किया, ख़ुश हूं.
सीबीआई जज बृजगोपाल हरकिशन लोया की मौत और न्यायपालिका पर उनके परिवार द्वारा उठाए गए सवालों पर पूर्व केंद्रीय मंत्री और पत्रकार अरुण शौरी का नज़रिया.
लेखिका नयनतारा सहगल ने कहा, फिल्म पद्मावती का विरोध हिंदुत्व से प्रेरित है, न कि हिंसा की मनाही करने वाले हिंदूवाद से.
उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने पद्मावती विवाद में सिर काटने पर इनाम की घोषणा करने वालों पर कहा कि क्या इनके पास इतना धन है?
गुजरात चुनाव राउंड अप: राहुल ने राफेल विमान सौदे पर उठाए सवाल, सीतारमण ने कहा, कांग्रेस अलगाववादियों की भाषा बोलती है और सेना का मनोबल गिराती है.
पूर्व केंद्रीय मंत्री और पत्रकार अरुण शौरी से द वायर के संस्थापक संपादक एमके वेणु की बातचीत.