गोवंडी के मौज़ूदा हालात और आम लोगों का जीवन बताता है कि मुंबई शहर ने इसे अपना कूड़ेदान बना रखा है. 21 फरवरी को बीएमसी का चुनाव है और सवाल है कि क्या चुनाव बाद यहां के हालात सुधरेंगे?
अरुणाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कालिखो पुल की पहली पत्नी दांगविम्साई पुल ने सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस से उनके पति द्वारा लिखित 60 पन्नों के सुसाइड नोट में दर्ज भ्रष्टाचार के आरोपों पर संज्ञान लेने की गुज़ारिश की है.
द वायर के पास 60 पन्नों का वह सुसाइड लेटर है जिसे अरुणाचल प्रदेश के पूर्व सीएम कालिखो पुल ने आत्महत्या करने के चंद घंटे पहले लिखा था, जिसमें उन्होंने संवैधानिक पदों पर बैठे कई लोगों पर बेहद गंभीर आरोप लगाए हैं.
जिस हवा में भारतीय सांस लेते हैं, वह दिन-ब-दिन जहरीली होती जा रही है. एक नए शोध में कहा गया है कि वायु प्रदूषण के कारण हर दिन औसतन दो लोग मारे जाते हैं.
इस वक़्त बड़ी चुनौती आतंकियों पर दबाव बनाने की है. इसके लिए समझदारी की ज़रूरत है लेकिन यह सेना प्रमुख के बयान और मोदी सरकार के इससे निपटने के तरीके में कम ही दिखता है.
उत्तर प्रदेश की बारी आते-आते पांच राज्यों में चुनाव की मीडिया कवरेज कई कारणों से बेहद विवादास्पद और यादगार होती गई. यह पहला मौका है जब एक फर्जी ‘एक्ज़िट-पोल’ के गैर-क़ानूनी प्रकाशन के चलते देश के एक बड़े मीडिया घराने से संबद्ध संपादक को गिरफ्तार किया गया.
सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस जेएस खेहर को पत्र लिखने के अलावा उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने की बात कही है.
‘जन की बात’ की चौथी कड़ी में वरिष्ठ पत्रकार विनोद दुआ कर रहे हैं मीडिया का भारत, बीजेपी आईटी सेल और आईएसआई के जासूसी रैकेट पर चर्चा.
इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा के टर्मिनल-3 के लिए नांगल देवत गांव के 59 दलित परिवारों की ज़मीन ली गई थी. ज़मीन के बदले ज़मीन का वादा था जो एक दशक बाद भी पूरा नहीं हुआ.
शराबबंदी नीतीश कुमार के एक-डेढ़ दशकों की राजनीति की बड़ी उपलब्धि नहीं, बल्कि उनकी राजनीतिक महत्वाकांक्षा के अवसान का सूचक है.
सशस्त्र बलों की कठिनाईयों को गंभीरता से समझने की जरूरत है सिर्फ सोशल मीडिया पर बहस करने से इसका हल नहीं निकलने वाला है
अरुणाचल के पूर्व मुख्यमंत्री कालिखो पुल ने पिछले साल आत्महत्या कर ली थी. उन्होंने एक सुसाइड नोट लिखा था, जिसमें संवैधानिक पदों पर बैठे कई लोगों पर गंभीर आरोप लगाए थे.
कंंपनियों की खिंचाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि ये लोग पैसा बनाना जानते हैं लेकिन भारतीय कानूनों का सम्मान करना नहीं जानते.
अक्टूबर, 2005 में दिल्ली में हुए सीरियल बम धमाकों के मामले में कोर्ट ने 12 साल बाद दो आरोपियों को बरी कर दिया है.
‘जन की बात’ के तीसरे एपिसोड में वरिष्ठ पत्रकार विनोद दुआ बात कर रहे हैं इसरो की हालिया उपलब्धि और रीमोनेटाइज़ इंडिया मूवमेंट पर