नजमा दिल्ली की किसी केंद्रीय यूनिवर्सिटी की पहली महिला वाइस चांसलर हैं. वह इससे पहले एनआईईपीए में शैक्षणिक प्रशासन विभाग के प्रमुख के पद पर थीं.
नई दिल्ली के जामिया मिलिया इस्लामिया में विरोध के बाद एक फैशन शो के रद्द हो जाने से ये सवाल उठता है कि क्यों जामिया का प्रशासन कार्यक्रम के सुरक्षित होने देने की गारंटी न कर सका?
मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने कहा कि यह सही नहीं होगा क्योंकि शाहरुख़ ख़ान को पहले ही हैदराबाद की मौलाना आज़ाद नेशनल उर्दू यूनिवर्सिटी से मानद डॉक्टरेट नवाज़ा जा चुका है.
नई दिल्ली के जामिया मिलिया इस्लामिया की एक छात्रा उमैया ख़ान को हिजाब पहनने की वजह से यूजीसी नेट-परीक्षा में बैठने की अनुमति नहीं दी गई थी.
दिल्ली के जामिया मिलिया इस्लामिया की एक और गोवा की एक मुस्लिम छात्रा को हिजाब पहनने की वजह से प्रशासन पर परीक्षा में बैठने की इजाजत नहीं देने का आरोप है.
मुशीरुल हसन को विभाजन और दक्षिण एशिया में इस्लाम के इतिहास को लेकर किए गए उनके काम के लिए जाना जाता है. इसके लिए उन्हें पद्मश्री समेत कई पुरस्कारों से सम्मानित किया गया.
जामिया मिलिया इस्लामिया परिसर में आंदोलन कर रहे छात्रों का आरोप है कि प्रशासन ने बैचलर ऑफ इंजीनियरिंग (बीई) को फुल टाइम कोर्स बताकर दाखिला दिया था जबकि सरकार से उसे सिर्फ पार्ट टाइम की मान्यता प्राप्त है.
सुरक्षा का हवाला देकर जामिया प्रबंधन ने छात्राओं के हॉस्टल बंद होने की समयसीमा रात 10:30 बजे से घटाकर नौ बजे की. इस नियम के ख़िलाफ़ प्रदर्शन पर भी लगाया प्रतिबंध.
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाल में एएमयू और जामिया मिलिया इस्लामिया में अनुसूचित जाति एवं जनजाति के लिए आरक्षण की व्यवस्था नहीं होने पर सवाल उठाये थे.
बुरक़ा और टोपी को मुसलमानों की प्रगति की राह में रोड़ा बताने वालों को अपने पूर्वाग्रहों के परदे हटाने की ज़रूरत है.
कैंपस की कहानियां: इस विशेष सीरीज़ में जामिया मिलिया इस्लामिया विश्वविद्यालय के छात्र शिशिर अग्रवाल अपना अनुभव साझा कर रहे हैं.
वीडियो: दिल्ली के जामिया मिलिया इस्लामिया विश्वविद्यालय में पिछले 11 साल से छात्रसंघ चुनाव नहीं हुआ. अब कुछ विद्यार्थी चाहते हैं यहां चुनाव हो. इसे लेकर छात्र-छात्राओं से बातचीत.
इस कार्यक्रम में समाजशास्त्री सतीश देशपांडे, अभिनेता माया राव, गायक सोनम कालरा और महिला अधिकार कार्यकर्ता आभा भैया को आमंत्रित किया गया था.
दिल्ली विश्वविद्यालय के कॉलेजों में सभा, वाद-विवाद और विभिन्न मुद्दों पर चर्चा करने के लिए प्रबंधन की अनुमति मिलने में विद्यार्थियों को कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है.
केंद्र सरकार ने हाईकोर्ट में यह हलफनामा देने का फैसला किया है कि जामिया अल्पसंख्यक संस्थान नहीं है.