तेज बहादुर यादव ने कहा कि मेरा उद्देश्य जीत या हार नहीं है. मेरा मक़सद लोगों के सामने यह लाना है कि किस तरह से इस सरकार ने सेनाओं, ख़ासकर अर्धसैनिक बलों को निराश किया है. पीएम मोदी हमारे जवानों के नाम पर वोट मांगते हैं लेकिन उनके लिए कुछ नहीं करते हैं.
बीएसएफ जवान तेज बहादुर यादव के 22 वर्षीय बेटे हरियाणा के रेवाड़ी ज़िले में रहते थे. मृतक के घरवालों ने साज़िश की आशंका जताई.
बीएसएफ जवान तेज बहादुर यादव द्वारा सोशल मीडिया पर वीडियो डालकर सीमा पर तैनात जवानों को ख़राब खाना परोसने के लगाए आरोपों के साल भर बाद सेना ने यह कदम उठाया है. तेज बहादुर को बीते वर्ष बर्खास्त किया जा चुका है.
जवान ने अधिकारियों जैसा भोजन, साप्ताहिक छुट्टी और शारीरिक दंड का रिवाज़ ख़त्म करने के साथ नरेंद्र मोदी और राजनाथ सिंह की आलोचना की थी.
बीएसएफ जवान तेज बहादुर यादव ने सीमा रेखा पर तैनात जवानों को ख़राब गुणवत्ता का खाना परोसे जाने का आरोप लगाया था.
इस साल नौ जनवरी को सोशल मीडिया पर एक वीडियो डालकर तेज बहादुर सिंह ने ख़राब खाना दिए जाने की शिकायत की थी.