भाजपा आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय ने उत्तर प्रदेश के हाथरस की 19 वर्षीय दलित युवती के साथ बलात्कार नहीं होने की बात साबित करने के लिए उसका चेहरा दिखाने वाला एक वीडियो ट्वीट किया था. राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष कहा है कि अगर वह रेप पीड़िता हैं, तब वीडियो शेयर किए जाने का मामला बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है और बिल्कुल ग़ैरक़ानूनी है.
महिला अधिकार कार्यकर्ता और सेंटर फॉर सोशल रिसर्च की निदेशक रंजना कुमारी का कहना है कि महिला आयोग एक तरीके से सरकारी संरक्षण का अड्डा बन गया है. जिसे कहीं नहीं ‘एडजस्ट’ कर पा रहे हैं, उनको बैठा दिया जाता है. यहां पर महिलाओं के प्रति कोई संजीदगी नहीं है. अगर होती तो आज पूरा आयोग हाथरस में दिखना चाहिए था.
हाथरस में जो हुआ वह जातीय श्रेष्ठता और उसके अधिकार के अहंकार का ही नतीजा है. इसका एक प्रमाण गांव के कथित उच्चजातीय समूह की प्रतिक्रिया है.
हाथरस ज़िला प्रशासन की ओर कहा गया है कि मामले की जांच करने के लिए गठित विशेष जांच दल ने अपनी आरंभिक जांच का काम पूरा कर लिया है और पीड़ित के गांव में मीडिया को प्रवेश की अनुमति दे दी गई है. उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव (गृह) ने भी पीड़ित परिवार से मुलाकात कर कहा कि दोषियों के विरूद्ध कठोरतम कार्रवाई की जाएगी.
फोरेंसिक साइंस लैब की रिपोर्ट में यह भी कहा गया था कि सीमन या स्पर्म सैंपल, स्वाब और कपड़ों में से किसी पर भी नहीं पाए गए. इसी रिपोर्ट के आधार पर उत्तर प्रदेश के अपर पुलिस महानिदेशक (कानून-व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने दावा किया था कि पीड़िता के साथ बलात्कार नहीं हुआ.
उत्तर प्रदेश के हाथरस ज़िले में 19 वर्षीय दलित युवती के साथ कथित तौर पर सामूहिक बलात्कार और उसके बाद उनकी मौत के बाद प्रशासन द्वारा गांव को सील कर दिया था. इसके बावजूद वहां से क़रीब 500 मीटर दूर ठाकुर समुदाय के सैकड़ों लोगों ने आरोपियों के समर्थन में इकट्ठा होकर विरोध प्रदर्शन किया और उनके लिए न्याय की मांग की.
उत्तर प्रदेश के हाथरस ज़िले में 19 वर्षीय दलित युवती के साथ कथित तौर पर सामूहिक बलात्कार और उसके बाद उनकी मौत की घटना को लेकर राजधानी दिल्ली समेत विभिन्न शहरों में प्रदर्शन हुए. कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने कहा कि मोहरों के निलंबन से क्या होगा, योगी आदित्यनाथ इस्तीफा दें.
वीडियो: उत्तर प्रदेश के हाथरस ज़िले में दलित युवती से गैंगरेप और उनकी मौत की घटना के बाद पुलिस ने उनके गांव की घेराबंदी कर दी है. मीडिया को जाने नहीं दिया जा रहा है. इन परिस्थितियों में मृतक युवती के एक भाई से द वायर की टीम से फोन पर बातचीत.
वीडियो: उत्तर प्रदेश के हाथरस ज़िले में दलित युवती के साथ बर्बरतापूर्वक मारपीट और बलात्कार के बाद उसकी मौत के मामले पर पूर्व डीजीपी एनसी अस्थाना और पत्रकार मीना कोटवाल से द वायर की सीनियर एडिटर आरफ़ा ख़ानम शेरवानी की बातचीत.
हाथरस ज़िले की 19 साल की दलित युवती की कथित बलात्कार और बर्बरतापूर्वक मारपीट के बाद हुई मौत के मामले में इलाहाबाद हाईकोर्ट के अलावा राष्ट्रीय महिला आयोग और राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने भी राज्य सरकार को नोटिस भेजते हुए जवाब मांगा है.
एनसीआरबी के आंकड़ों के मुताबिक, दिल्ली के बाद महाराष्ट्र और फिर कर्नाटक में विदेशियों के ख़िलाफ़ सबसे अधिक अपराध दर्ज किए गए. इस सूची में तमिलनाडु चौथे और गोवा पांचवें स्थान पर रहा.
कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी को हाथरस जाने से रोका गया. राहुल गांधी के साथ पुलिस द्वारा हाथापाई करने का आरोप. महामारी एक्ट समेत विभिन्न धाराओं में दोनों नेताओं के ख़िलाफ़ केस दर्ज. अपर पुलिस महानिदेशक ने दावा किया कि युवती के साथ बलात्कार नहीं हुआ. मामले का संज्ञान लेते हुए इलाहाबाद हाईकोर्ट ने प्रदेश के उच्च अधिकारियों को तलब किया.
वीडियो: यूपी के हाथरस की 19 वर्षीय गैंगरेप पीड़िता के बारे में देश के न्यूज़ चैनलों ने ख़बर दिखाना तब शुरू किया, जब दिल्ली के अस्पताल में उनकी मौत के कई घंटे बाद कार्यकर्ता सड़कों पर आ गए. इस मुद्दे पर वरिष्ठ पत्रकार रवि अरोड़ा और सामाजिक कार्यकर्ता ऋतु सिंह से उर्मिलेश की बातचीत.
आज फिर एक लड़की के साथ वही हुआ, जो तुम्हारे साथ हुआ, शायद उससे भी भयावह. ऐसा लगातार इसलिए हो रहा है क्योंकि गैंगरेप करने वालों को किसी भी क़ानून, किसी भी सरकार या किसी भी प्रशासन का डर नहीं रह गया है.
ग्राउंड रिपोर्ट: उत्तर प्रदेश के हाथरस ज़िले में 14 सितंबर को सवर्ण जाति के चार युवकों ने 19 साल की दलित युवती के साथ बर्बरतापूर्वक मारपीट करने के बाद रेप किया था. दिल्ली के एक अस्पताल में इलाज के दौरान बीते 29 सितंबर को उसकी मौत हो गई.