तिरुवनंतपुरम ज़िले का मामला. एक जूनियर स्वास्थ्य अधिकारी पर होम क्वारंटीन की अवधि पूरी होने पर नो-कोविड सर्टिफिकेट लेने उनके घर पहुंची महिला से बलात्कार का आरोप है.
घटना कटिहार ज़िले के एक गांव की है, जहां पंचायत ने अवैध संबंधों के आरोप में एक युवक और उसकी महिला मित्र का सिर मुंडवाकर पूरे गांव में घुमाया. ग्रामीणों ने महिला से सामूहिक बलात्कार किया और इसका वीडियो बनाया. फिर दोनों को निर्वस्त्र कर उनके निजी अंगों को लोहे के सरिये से दागा गया.
आवासीय संगीत गुरुकुल ध्रुपद संस्थान के दो लोकप्रिय गुरु रमाकांत और अखिलेश गुंदेचा पर अपनी छात्राओं का यौन उत्पीड़न और उनसे छेड़छाड़ करने के आरोप लगाए गए हैं. रमाकांत गुंदेचा की पिछले साल दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई थी.
बीते बीस दिनों में लखीमपुर खीरी ज़िले में बलात्कार के बाद हत्या का यह तीसरा मामला है. बच्ची बुधवार से लापता थी और अगले दिन उसका शव खेत में मिला. मामले में अब तक कोई गिरफ़्तारी नहीं हुई है.
मामला लखीमपुर खीरी ज़िले का है. बीते दस दिनों में जनपद में बलात्कार और हत्या का यह दूसरा मामला है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आरोपी पर रासुका के तहत कार्रवाई का आदेश दिया है.
यूपी प्रशासन की महिला हेल्पलाइन 181 की 351 कर्मचारी 17 अगस्त से लखनऊ के इको पार्क में अनिश्चितकालीन धरने पर हैं. उनका कहना है कि उन्हें जुलाई 2019 से वेतन नहीं मिला है.
घटना गोरखपुर के गोला बाज़ार में 14 अगस्त की शाम को हुई. ईंट भट्ठे पर काम करने वाले एक मज़दूर की नाबालिग बेटी हैंडपंप से पानी लेने बाहर गई थी, जब बाइक पर आए दो लोग उसे जबरन उठाकर ले गए और कथित तौर पर उसका बलात्कार किया.
मामला लखीमपुर खीरी ज़िले का है. पीड़िता के पिता का आरोप है कि उनकी बेटी की आंखें निकाल दी गईं और ज़बान भी काट दी गई, पर पुलिस ने इससे इनकार किया है. मामले में दो लोगों को गिरफ़्तारी हुई है.
मामला चंद्रपुर के नागभीड का है. आरोप है कि 16 साल की नाबालिग का उसी के गांव के दो लोगों द्वारा अपहरण कर बलात्कार किया गया, जिसके बाद उसने खेत के कुएं में कूदकर आत्महत्या कर ली.
घटना पश्चिम विहार के पीरागढ़ी इलाके में चार अगस्त को हुई. बलात्कार के बाद बच्ची की हत्या का प्रयास भी किया गया. पुलिस का कहना है कि आरोपी ने अपना अपराध स्वीकार कर लिया है.
बिहार के अररिया में एक गैंगरेप पीड़िता सहित दो सामाजिक कार्यकर्ताओं को अदालत की अवमानना के आरोप में 10 जुलाई को हिरासत में लिया गया था. पीड़िता को 18 जुलाई को ज़मानत मिल गई थी, जबकि दोनों कार्यकर्ता समस्तीपुर ज़िले की एक जेल में बंद थे.
उज्जैन की शिकायतकर्ता महिला ने अपने पड़ोसी के ख़िलाफ़ शिकायत में कहा था कि वह जबरन उनके घर में घुसा और उनसे छेड़छाड़ की. हाईकोर्ट ने आरोपी को ज़मानत देते हुए कहा कि वह रक्षाबंधन के दिन महिला से राखी बंधवाए और वादा करे कि अपनी क्षमता के अनुसार भविष्य में हमेशा उसकी रक्षा भी करेगा.
पीड़ित परिवार का कहना है कि दबाव में यह शिकायत वापस ली गई है. पुलिस ने शिकायत वापस लेने से कुछ घंटे पहले ही एबीवीपी अध्यक्ष के ख़िलाफ़ एफआईआर दर्ज की थी.
महिला और एबीवीपी के अध्यक्ष के बीच पार्किंग को लेकर विवाद हुआ. महिला ने पुलिस को सीसीटीवी फुटेज और कुछ तस्वीरें दी हैं, जिसमें कथित तौर पर एबीवीपी अध्यक्ष डॉ. सुब्बैया षणमुगम महिला के घर के दरवाज़े पर पेशाब करते दिख रहे हैं.
सुप्रीम कोर्ट द्वारा इस मामले की जांच के लिए गठित कमेटी ने कहा कि कोविड-19 महामारी के कारण उत्पन्न हुई अपरिहार्य परिस्थितियों की वजह से जांच का काम पूरा नहीं कर सका है.