मुंबई का कूड़ेदान बनकर रह​ गया है गोवंडी!

गोवंडी के मौज़ूदा हालात और आम लोगों का जीवन बताता है कि मुंबई शहर ने इसे अपना कूड़ेदान बना रखा है. 21 फरवरी को बीएमसी का चुनाव है और सवाल है कि क्या चुनाव बाद यहां के हालात सुधरेंगे?

‘सलमा आपा ने उतना लिखा नहीं जितना वे लिख सकती थीं’

सलमा सिद्दीक़ी को अधिकतर लोग कृश्न चंदर की हमसफ़र के रूप में ही जानते हैं, पर उनकी एक अलग पहचान भी थी..एक लेखक की. सलमा 13 फरवरी को इस दुनिया से रुख़सत हो गईं. सलमा आपा, सब उन्हें इसी नाम से जानते थे…अक्सर ही लोग उनकी ख़ूबसूरती के ही क़ायल रहते. उनकी बड़ी, गहरी आंखें मानो उर्दू की ‘ग़िलाफ़ी आंखें’ जैसी मिसाल उन्हीं के लिए गढ़ी गई हो…उनके चेहरे की तारीफ़, जिसमें उनकी मां बेग़म राशिद अहमद सिद्दीक़ी का अक़्स

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