नफ़रत भरे भाषण देने में भाजपा सबसे आगे, बिहार में दिए गए सबसे ज़्यादा भाषण

सर्वेक्षण: पीपुल्स यूनियन ऑफ सिविल लिबर्टीज़ के तत्वावधान में क़ानून की पढ़ाई कर रहे छात्रों द्वारा तैयार की गई एक रिपोर्ट में यह खुलासा हुआ है.

भाजपा लोकसभा चुनाव से ठीक पहले नीतीश को छोड़ सकती है: तेजस्वी

तेजस्वी ने कहा कि नीतीश की महागठबंधन में जरूरत नहीं. राजद, कांग्रेस और हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा मिलकर भाजपा और जदयू को धूल चटाने मेें सक्षम हैं.

2014 के बाद हुए 27 लोकसभा उपचुनाव में एनडीए एक भी नई सीट जीत नहीं पाया

15 राज्यों में लोकसभा की 27 सीटों पर उपचुनाव हुए हैं. इन 27 में से 16 सीटों पर राजग का क़ब्ज़ा था लेकिन उपचुनावों के बाद इसमें से 9 सीटों पर भाजपा और उनके सहयोगी दलों को हार मिली है, जबकि सात सीट बचाए रखने में वो कामयाब रहे हैं.

उपचुनाव परिणाम: गोरखपुर-फूलपुर के बाद भाजपा ने कैराना में गठबंधन के आगे ​टेके घुटने

चार लोकसभा और 11 विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव के नतीजे भाजपा के लिए सुखद नहीं रहे. विपक्ष ने 11 सीटें जीती, भाजपा और उसके सहयोगी तीन सीटों तक ही सीमित.

कर्नाटक प्रभाव: ​गोवा-मणिपुर में कांग्रेस, बिहार में राजद ने पेश किया सरकार बनाने का दावा

कर्नाटक में राज्य की सबसे बड़ी पार्टी को सरकार बनाने का न्यौता दिए जाने के बाद गोवा, मणिपुर में कांग्रेस और बिहार में राजद के विधायकों ने राज्यपाल से मुलाकात कर सरकार बनाने का दावा पेश किया है.

कर्नाटक प्रभाव: गोवा में सबसे बड़ी पार्टी कांग्रेस और बिहार में राजद करेगी सरकार बनाने का दावा

कर्नाटक में भाजपा की ‘सबसे बड़ी पार्टी’ वाली थ्योरी के तहत ​गोवा में कांग्रेस और बिहार में राजद नेता राज्यपाल से मुलाकात करेंगे.

भागलपुर दंगों का ‘दाग’ जिस अधिकारी पर है, नीतीश ने उसे बिहार पुलिस का मुखिया क्यों बनाया?

विवादित पुलिस अधिकारी केएस द्विवेदी की बिहार डीजीपी पद पर नियुक्ति से नाराज़ विपक्ष ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर भाजपा के दबाव में घुटने टेकने का आरोप लगाया है.

हम सत्ता में आए तो शराबबंदी से जुड़े मामले वापस होंगे: राजद

राष्ट्रीय जनता दल के उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी ने बिहार में सत्ता में आने पर शराबबंदी क़ानून के तहत जेल में बंद 1.3 लाख लोगों को छोड़ने की बात कही.

क्या सच में ​भ्रष्टाचार महागठबंधन में महाभारत की मूल वजह है?

चारा घोटाले में दोषी पाए गए लालू के साथ गठबंधन बनाते समय नीतीश का भ्रष्टाचार विरोधी छवि का ख्याल कहां चला गया था. 2015 के बाद बिहार में घटी हर छोटी-बड़ी घटना को लेकर लालू-नीतीश की इस सियासी दोस्ती पर सवाल उठे, लेकिन नीतीश ने चुप्पी साध रखी थी.

भ्रष्टाचार के आरोप में सीबीआई ने लालू यादव के घर मारा छापा

पटना के अलावा दिल्ली, रांची, पुरी, गुड़गांव समेत लालू के 12 ठिकानों पर छापेमारी की गई. बतौर रेल मंत्री टेंडर में हेराफेरी के आरोप में सीबीआई ने उनके ख़िलाफ़ मामला दर्ज किया है.