बिहार में सबसे अधिक मतदाताओं ने दबाया नोटा का बटन, राजस्थान में 3.27 लाख लोगों ने चुना नोटा

भारत में उम्मीदवारों की सूची में नोटा को 2013 में सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद शामिल किया गया था. इससे मतदाताओं को एक ऐसा विकल्प मिला कि अगर वह अपने क्षेत्र के किसी उम्मीदवार को पसंद नहीं करते हैं तो वह नोटा का बटन दबा सकते हैं.

सुप्रीम कोर्ट का आदेश, राज्यसभा चुनाव में अब नहीं होगा नोटा का इस्तेमाल

गुजरात कांग्रेस के चीफ व्हिप शैलेश मनुभाई परमार द्वारा दायर याचिका पर सुनवाई करते हुए अदालत ने कहा कि मतदाताओं द्वारा नोटा का इस्तेमाल केवल प्रत्यक्ष चुनावों किया जाना चाहिए.

नोटा मतों की संख्या जीत के अंतर से अधिक हो तो दोबारा कराया जाए चुनाव: पूर्व सीईसी

गुजरात में हालिया विधानसभा चुनावों में 5.5 लाख से अधिक मतदाताओं ने नोटा बटन दबाया था. वहां कई विधानसभा क्षेत्रों में जीत का अंतर नोटा मतों की संख्या से कम था.