यह घटना हावड़ा के टिकियापाड़ा की है. लॉकडाउन और सोशल डिस्टेंसिंग नियमों का उल्लंघन करते हुए लोग बड़ी तादाद में स्थानीय बाजार में जमा हो गए थे.
मामला बांकुरा का है, जहां 12 अप्रैल को दो लोगों की मौत के बाद भाजपा सांसद सुभाष सरकार ने सोशल मीडिया पर लिखा था कि वे दोनों कोविड-19 पॉज़िटिव थे और अधिकारियों ने अंतिम संस्कार कर ग़लती की है.
सीबीएसई ने भी स्कूल फीस भुगतान तथा शिक्षकों के वेतन के मुद्दे पर संवेदनशीलता के साथ विचार करने की सलाह दी है. इसके साथ ही दिल्ली, गुजरात और पश्चिम बंगाल की सरकारों ने भी निजी स्कूलों से फीस न बढ़ाने की अपील की है.
देश में लॉकडाउन की अवधि को बढ़ाने के मुद्दे पर शनिवार को प्रधानमंत्री मोदी ने विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ चर्चा की. इसके बाद महाराष्ट्र, कर्नाटक, तेलंगाना और पश्चिम बंगाल ने अपने-अपने राज्यों में लॉकडाउन को बढ़ा दिया.
एनपीआर अपडेट करने और हाउस लिस्टिंग का काम 1 अप्रैल से शुरू होकर 30 सितंबर तक पूरा होना था. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश में कोरोना वायरस से निपटने के लिए 21 दिन के लॉकडाउन की घोषणा की है.
पुलिस ने कहा कि भाजपा कार्यकर्ता ने दावा किया था कि गोमूत्र के सेवन से कोरोना वायरस से बचा जा सकता है और पहले से संक्रमित लोग भी इससे ठीक हो जाएंगे. हालांकि गोमूत्र के सेवन के बाद एक स्वयंसेवी ही बीमार पड़ गया था.
रविवार को शहीद मीनार मैदान में हुई गृहमंत्री अमित शाह की रैली में जाते हुए भाजपा समर्थकों के समूह द्वारा 'देश के गद्दारों को, गोली मारो...' के नारे लगाता हुआ एक वीडियो सामने आया है. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इसकी निंदा करते हुए कहा कि यह दिल्ली नहीं है, यहां ये बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.
धार ज़िले के मनावर क्षेत्र में मज़दूरों से अपनी रकम वापस लेने आए इंदौर के सात किसानों पर भीड़ ने पत्थरों और लाठियों से हमला कर दिया था, जिसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई, जबकि छह गंभीर रूप से घायल हो गए. हमले का मुख्य आरोपी स्थानीय भाजपा नेता को बताया जा रहा है.
घटना दक्षिण दीनाजपुर ज़िले के फाटानगर गांव की है, जहां कथित तौर पर सड़क बनाने के लिए पंचायत द्वारा तय ज़मीन से ज़्यादा भूमि लेने का विरोध कर रही एक अध्यापिका और उनकी बहन को पंचायत के एक टीएमसी नेता की अगुवाई वाले समूह ने पांव बांधकर घसीटा और मारपीट की.
पश्चिम बंगाल की विश्व भारती यूनिवर्सिटी के एक छात्र ने वाइस चांसलर विद्युत चक्रवर्ती द्वारा गणतंत्र दिवस पर दिए गए संबोधन की वीडियो रिकॉर्डिंग की थी. संबोधन में वे कह रहे थे कि नागरिकता संशोधन कानून का विरोध करने वाले जिस संविधान की प्रस्तावना पढ़ रहे हैं वह अल्पसंख्यक मतों द्वारा तैयार किया गया था लेकिन अब यह हमारे लिए वेद बन गया है. अगर हमें प्रस्तावना पसंद नहीं हैं तो हम मतदाता इसे बदल देंगे.
पश्चिम बंगाल विधानसभा में पारित प्रस्ताव में केंद्र सरकार से इस क़ानून को रद्द करने के साथ एनआरसी को क्रियान्वित करने और एनपीआर को अपडेट करने की योजनाओं को निरस्त करने की भी अपील की गई है. इससे पहले केरल, पंजाब और राजस्थान में इस विवादास्पद क़ानून के ख़िलाफ़ प्रस्ताव पारित किया जा चुका है.
पश्चिम बंगाल के विश्व भारती यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर विद्युत चक्रवर्ती पर आरोप है कि उन्होंने एक रैली में कहा था कि कुछ छात्रों को सबक सिखाने की जरूरत है. इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.
नागरिकता संशोधन क़ानून को लेकर अपने एक आपत्तिजनक बयान पर पश्चिम बंगाल भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा, ‘मैंने बस इतना कहा था कि जो लोग राष्ट्रीय संपत्ति नष्ट कर रहे हैं, उन्हें गोली मार देनी चाहिए. लेकिन देखो, उसके बाद हर जगह रोना-पीटना मच गया... इतना रोया जैसे उनके बाप मर गए हों.’
इससे पहले पश्चिम बंगाल भाजपा के अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा था कि असम और उत्तर प्रदेश में हमारी सरकार ने नागरिकता संशोधन कानून का विरोध करने वाले प्रदर्शनकारियों को 'कुत्तों' की तरह मारा था.
पश्चिम बंगाल भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा कि बुद्धिजीवी कहे जाने वाले कुछ जीव कोलकाता की सड़कों पर निकल आए हैं. दूसरों के खर्चों पर रहने और आनंद लेने वाले ये परजीवी बुद्धिजीवी उस दौरान कहां थे जब बांग्लादेश में हमारे पूर्वजों पर अत्याचार हो रहे थे?