वीडियो: आज भी मुस्लिम लड़कियों को किताबों में 'अच्छी' औरत बनने के तरीके, खाने-पकाने और शौहर को ख़ुश रखने के हुनर सिखाए जा रहे हैं.
अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण को लेकर चल रहे विवाद पर भाजपा अध्यक्ष ने स्पष्ट किया है कि उनकी पार्टी अदालत के फैसले का इंतज़ार करेगी और शीतकालीन सत्र में कोई अध्यादेश या बिल नहीं लाएगी.
फ़हमीदा रियाज़ को पाकिस्तान के साहित्यिक हलकों में महिला अधिकारों की सबसे साहसी पैरोकार माना जाता था, जिन्होंने कलम चलाते वक्त किसी सरहद, किसी बंधन को नहीं माना.
राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (रालोसपा) प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा ने एनडीए में सीट बंटवारे को लेकर की जा रही बातों पर नाराजगी जताते हुए कहा कि रालोसपा अपमानित महसूस कर रही है.
उर्दू वाला चश्मा की 43वीं कड़ी में नूपुर शर्मा भारत में वायु प्रदूषण पर चर्चा कर रही हैं.
बसपा प्रमुख मायावती ने आरोप लगाया कि भीम आर्मी जैसे संगठन लोगों को जातियों के नाम पर एक-दूसरे के ख़िलाफ़ खड़ा करने की कोशिश कर रहे हैं. इससे केवल हिंसा होगी और समाज का ध्रुवीकरण होगा.
बॉम्बे हाईकोर्ट में एक याचिका दाख़िल कर अभिनेत्री मौसमी चटर्जी ने अपने दामाद पर आरोप लगाया है कि वह उनकी बेटी से मिलने नहीं देते इसलिए उचित देखभाल के लिए उन्हें बेटी का अभिभावक घोषित किया जाए.
वीडियो: पाकिस्तान की मशहूर शायरा और लेखक फ़हमीदा रियाज़ को याद कर रही हैं यासमीन रशीदी.
पूर्व सैन्य तानाशाह जनरल ज़िया-उल-हक़ के शासनकाल के दौरान नारीवादी संघर्ष की एक प्रमुख आवाज रहीं फ़हमीदा ने पाकिस्तान छोड़ दिया था और सात साल तक भारत में रही थीं.
क्या अमित शाह कभी सोचते होंगे कि हरेन पांड्या की हत्या और सोहराबुद्दीन-कौसर बी-तुलसीराम एनकाउंटर की ख़बर ज़िंदा कैसे हो जाती है? अमित शाह जब प्रेस के सामने आते होंगे तो इस ख़बर से कौन भागता होगा? अमित शाह या प्रेस?
तुलसीराम प्रजापति फर्जी एनकाउंटर केस के मुख्य जांच अधिकारी संदीप तमगड़े ने सीबीआई कोर्ट को बताया कि अमित शाह और डीजी वंजारा, दिनेश एमएन और राजकुमार पांडियन जैसे आईपीएस अधिकारी इस मामले के मुख्य साजिशकर्ता थे.
कन्फेडरेशन आॅफ एटीएम इंडस्ट्री का कहना है कि एटीएम बंद होने से हज़ारों नौकरियों के अलावा सरकार की ओर से दी जा रही सब्सिडी आधारित योजनाओं को झटका लगेगा.
दिल्ली विश्वविद्यालय के छात्रसंघ अध्यक्ष अंकिव बैसोया ने फ़र्ज़ी डिग्री विवाद को लेकर 15 नवंबर को इस्तीफ़ा दे दिया था. दिल्ली विश्वविद्यालय ने छात्रसंघ अध्यक्ष पद के लिए दोबारा चुनाव कराने से इनकार किया.
कृषि मंत्रालय ने स्वीकार किया है कि नोटबंदी की वजह से किसानों को खाद और बीज खरीदने में गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ा था.
भारत के ज़्यादातर पत्रकार आज़ाद नहीं हैं बल्कि मालिक के अंगूठे के नीचे दबे हैं. वह मालिक, जो राजनेताओं के सामने दंडवत रहता है.