सोमवार को उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर जिले में भड़की भीड़ की हिंसा में इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह की मृत्यु हो गई थी. इंस्पेक्टर दादरी के अख़लाक़ लिंचिंग मामले में जांच अधिकारी थे
बुलंदशहर के स्याना गांव में कथित गोकशी के बाद हुई हिंसा में पुलिस अधिकारी सुबोध कुमार सिंह की मौत हो गई थी. सुबोध दादरी में गोमांस के शक में पीट-पीट कर मार दिए गए अख़लाक मामले के जांच अधिकारी रहे थे.
गुस्साई भीड़ ने पुलिस पर पथराव करने के साथ बुलंदशहर के चिंगरावठी पुलिस चौकी और पुलिस के कई वाहनों में आग लगा दी. मामले की एसआईटी जांच के आदेश. इस संबंध में एक मामला गोकशी का दर्ज किया गया है जिसमें सात लोग नामज़द हैं.
जन गण मन की बात की 92वीं कड़ी में विनोद दुआ भारत में पनामा पेपर मामले में जांच की स्थिति और भीड़ की हिंसा को लेकर पूर्व सैनिकों द्वारा प्रधानमंत्री को लिखे पत्र पर चर्चा कर रहे हैं.
उत्तर प्रदेश में दादरी के बिसाहड़ा गांव में 28 सितंबर, 2015 को हुए मोहम्मद अख़लाक़ की भीड़ ने बीफ़ खाने के संदेह में पीट-पीट कर हत्या कर दी थी.
भीड़ को राजनीति और सत्ता मिलकर पैदा करते हैं. उन्हें निर्देशित करते हैं. फिर भीड़ उनके नियंत्रण से भी बाहर निकल जाती है. वह किसी की नहीं सुनती.