बसपा प्रमुख मायावती ने 29 अक्टूबर को कहा था कि उनकी पार्टी आगामी विधान परिषद चुनावों में समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार को हराने के लिए वोट करेगी, फिर चाहे वह भाजपा हो या अन्य कोई भी मजबूत उम्मीदवार, बसपा उसे वोट करेगी.
साल के अंत में होने वाले बिहार विधानसभा चुनाव से पहले इस राजनीतिक घटनाक्रम से राजद को बड़ा झटका लगा है. पांच एमएलसी के पार्टी छोड़ने के बाद 75 सदस्यीय सदन में राजद के सदस्यों की संख्या महज़ तीन रह गई है. पर्याप्त संख्या बल के बिना राबड़ी देवी नेता प्रतिपक्ष की कुर्सी गंवा सकती हैं.
चुनाव आयोग का यह फ़ैसला राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी के अनुरोध पर आया है, जिसमें उन्होंने जल्द से जल्द विधान परिषद चुनाव कराने को कहा था. आयोग महामारी के दौरान चुनाव कराने को लेकर आगामी सप्ताह में संचालन प्रक्रिया तैयार करेगा.