रिहंद सरोवर में औद्योगिक कचरा डाले जाने के कारण मध्य प्रदेश के सिंगरौली स्थित इस परियोजना के ख़िलाफ़ याचिका दायर की गई है. कहा गया है कि इस साल अप्रैल में ऐश डैम टूटने से संयंत्र से निकलने वाली राख आसपास के खेतों में फैल गई. इससे कथित तौर पर छह ग्रामीणों की मौत हो गई, जिसमें तीन नाबालिग भी शामिल थे.
मामला मध्य प्रदेश के सिंगरौली जिले का है. रिलायंस पावर प्लांट का ऐश डैम टूटने से जिन दो लोगों की मौत हुई है, उनकी पहचान आठ वर्षीय अभिषेक और 35 वर्षीय दिनेश कुमार के रूप में की गई है.
फ्लाई ऐश में भारी धातु जैसे आर्सेनिक, सिलिका, एल्युमिना, पारा और आयरन होते हैं, जो दमा, फेफड़े में तकलीफ, टीबी और यहां तक कि कैंसर तक का कारण बनते हैं.
सिंगरौली ज़िले के एक गांव में एक विक्षिप्त महिला घूम रही थी. पुलिस के मुताबिक, स्थानीय लोगों ने उसे बच्चा चोर समझकर सवाल पूछे, जिसके बाद उसे पीटने लगे और वन विभाग की नर्सरी में लाश फेंककर भाग गए.
पीड़ित युवक नाच-गाने का काम करता है. घटना के समय वह महिला के वेश में एक कार्यक्रम से लौट रहा था. उसका पहनावा देख लोगों ने बच्चा चोर समझकर पीटना शुरू कर दिया. पुलिस ने युवक को बच्चा चोर नहीं माना है.