दिल्ली भाजपा नेता और अधिवक्ता अश्विनी कुमार उपाध्याय ने अपनी याचिका में कहा है कि इन राज्यों में अल्पसंख्यक होने के बावजूद हिंदुओं को उनके अधिकारों से वंचित किया जा रहा है.
जन गण मन की बात की 143वीं कड़ी में विनोद दुआ गुजरात में विपक्ष की स्थिति और आधार पर उठ रहे सवालों पर चर्चा कर रहे हैं.
हिमाचल चुनाव राउंडअप: सुखराम के भ्रष्टाचार पर भाजपा प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने कहा, ‘जो बीत गई, वह बात गई. क़ानून अपना काम करेगा.’ प्रेम कुमार धूमल होंगे भाजपा के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार.
हम भी भारत की सातवीं कड़ी में आरफ़ा ख़ानम शेरवानी कांग्रेस नेता अहमद पटेल पर भाजपा द्वारा लगाए गए आरोपों पर प्रोफेसर अपूर्वानंद और सिद्धार्थ वरदराजन से चर्चा कर रही हैं.
मंत्री की अश्लील सीडी मामले में गिरफ़्तार पत्रकार की तीन दिन की पुलिस हिरासत ख़त्म होने पर पुलिस ने न्यायित हिरासत की मांग की थी.
उत्तर दिल्ली नगर निगम 2794 रुपये के बजट घाटे से जूझ रहा है. इस संस्था ने इस साल रामलीला मैदान से 21 लाख रुपये कमाए हैं और 10 लाख और कमाने की उम्मीद है.
गुजरात चुनाव राउंडअप: 'आप' के कई नेता कांग्रेस में शामिल, अहमद पटेल ने राजनाथ से कहा, राष्ट्रीय सुरक्षा के मामलों को राजनीति का बंधक नहीं बना सकते.
वार्ताकार दिनेश्वर शर्मा सिर्फ़ अलगाववादियों से ही वार्ता नहीं कर रहे. उन्हें प्रदेश सरकार में शामिल भाजपा से भी जूझना होगा, जो अलगाववादियों को रियायत देने के बिल्कुल ख़िलाफ़ है.
नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने कहा, आरटीआई से पता चला मुख्यमंत्री की एक आरती के लिए सरकार ने एक इवेंट मैंनेजमेंट कंपनी को 59,000 रुपये का भुगतान किया.
संघ परिवार के संगठन इन दिनों अयोध्या में ख़ुद को राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद विवाद के सद्भावपूर्ण हल का सबसे बड़ा पैरोकार सिद्ध करने में लगे हैं.
मीडिया बोल की 21वीं कड़ी में वरिष्ठ पत्रकार उर्मिलेश पत्रकारों पर बढ़ते हमले पर अधिवक्ता व मानवाधिकार कार्यकर्ता सुधा भारद्वाज और हिंदुस्तान टाइम्स के राजनीतिक संपादक विनोद शर्मा से चर्चा कर रहे हैं.
न्यायाधीश ने सुनवाई के दौरान पाया कि सरकारी वकील नवीन कुमार कौशिक आरोपी के वकील को गवाहों से पूछा जाने वाला सवाल पहले ही बता रहे थे.
सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि केंद्र सरकार के क़दम को कोई व्यक्ति चुनौती दे सकता है, लेकिन राज्य नहीं, यह संघीय व्यवस्था के ख़िलाफ़ है.
पूरी दुनिया में खसरे की बीमारी से हर साल लगभग 90,000 बच्चों की जान चली जाती है, भारत नाइजीरिया के बाद दूसरे नंबर पर.
कैंपस की कहानियां: इस विशेष सीरीज़ में इलाहाबाद विश्वविद्यालय के शोध छात्र अंकित पाठक अपना अनुभव साझा कर रहे हैं.