अलवर ज़िले के थानागाजी थाना क्षेत्र में 26 अप्रैल को अपने पति के साथ जा रही एक दलित महिला से पांच लोगों ने सामूहिक बलात्कार कर उसका वीडियो सोशल मीडिया पर अपलोड कर दिया था. राज्य में 29 अप्रैल को मतदान होना था और आरोप है कि चुनाव के चलते स्थानीय पुलिस मामले को टालती रही और दो मई को मामला दर्ज हुआ था.
आरोप है कि राजस्थान के अलवर में बीते 26 अप्रैल को पति के साथ रही एक दलित महिला के साथ पांच लोगों ने सामूहिक बलात्कार किया था. इसके अलावा घटना का वीडियो बनाकर उसे सोशल मीडिया पर डाल दिया था.
राजस्थान के अलवर में 26 अप्रैल को अपने पति के साथ मोटरसाइकिल पर जा रही दलित महिला के साथ कथित तौर पर पांच लोगों ने सामूहिक बलात्कार किया था. इस घटना का वीडियो बनाकर उसे सोशल मीडिया पर अपलोड भी कर दिया गया था.
चुनाव आयोग को भाजपा नेताओं के ख़िलाफ़ सबसे अधिक आचार संहिता उल्लंघन की शिकायतें मिलने समेत दिनभर की महत्वपूर्ण ख़बरों का अपडेट.
राजस्थान के अलवर ज़िले का मामला. पुलिस ने घटना के 12 दिन बाद तीन आरोपियों को गिरफ़्तार किया. अलवर पुलिस अधीक्षक हटाए गए. लापरवाही बरतने के आरोप में थाना प्रभारी, एएसआई और तीन सिपाही निलंबित.
सड़क से संसद की इस कड़ी में हम अलवर लोकसभा क्षेत्र में पहुंचे हैं. कलाकंद के लिए मशहूर अलवर हालिया सालों में यहां गोरक्षा के नाम पर हुई मॉब लिंचिंग की घटनाओं के लिए सुर्ख़ियों में रहा.
अलवर ज़िले के किशनगढ़बास थाना क्षेत्र के बघेरी खुर्द गांव में रविवार सुबह मोहम्मद सगीर को कथित गोरक्षकों ने बेरहमी से पीटा. गंभीर रूप से घायल सगीर ज़िला अस्पताल के आईसीयू में ज़िंदगी और मौत के बीच संघर्ष कर रहे हैं.
राजस्थान चुनाव प्रचार के आखिरी दिन अलवर में कांग्रेस गठबंधन के एक प्रत्याशी की रैली को संबोधित करते हुए वरिष्ठ नेता शरद यादव ने कहा, 'वसुंधरा को आराम दो, बहुत थक गईं हैं, बहुत मोटी हो गई हैं, पहले पतली थीं. हमारे मध्य प्रदेश की बेटी हैं.'
अलवर के रामगढ़ से विधायक ज्ञानदेव आहूजा ने आगामी विधानसभा चुनाव में भाजपा द्वारा टिकट न दिए जाने के बाद पार्टी छोड़कर जयपुर के सांगानेर से निर्दलीय प्रत्याशी के बतौर नामांकन दाख़िल किया था.
राजस्थान के अलवर ज़िले के रामगढ़ से विधायक ज्ञानदेव आहूजा ने कहा था कि जेएनयू में 3,000 कॉन्डोम और एबॉर्शन के लिए इस्तेमाल होने वाले 500 इंजेक्शन रोज़ाना मिलते हैं. एक अन्य बयान में उन्होंने कहा था कि गोकशी और गो-तस्करी करने वाले मारे जाएंगे.
अलवर मॉब लिंचिंग मामले में पुलिस की ओर से दाख़िल अधूरी चार्जशीट न सिर्फ जेल में बंद आरोपियों के लिए क़ानूनी तौर पर मुफ़ीद है, बल्कि इससे यह भी साफ़ होता है कि पुलिस का बाकी आरोपियों को पकड़ने का फ़िलहाल कोई इरादा नहीं है.
इस घटना के पहले शीर्ष न्यायालय ने कथित गोरक्षा के नाम पर हिंसा से निपटने के लिए कई दिशा-निर्देश जारी किए थे.
राजस्थान के अलवर में पहलू ख़ान और उत्तर प्रदेश के हापुड़ में कासिम को पीट-पीट कर मार डालने वाले कथित गोरक्षकों ने एनडीटीवी के स्टिंग आॅपरेशन में स्वीकार किया कि वे पीड़ितों की हत्या में शामिल रहे और पुलिस उनके साथ है.
अलवर ज़िले के गोविंदगढ़ थानाक्षेत्र में बीती 30 जुलाई को पुलिस ने तीन महिलाओं को 40 किग्रा कथित गोमांस के साथ गिरफ़्तार किया था. पुलिस ने इस संबंध में राजस्थान गोवंश पशु अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया है.
अलवर ज़िले के गोविंदगढ़ थाना क्षेत्र में पुलिस ने 40 किलो कथित गोमांस बरामद करने का दावा किया. मांस के नमूने फॉरेंसिक जांच के लिए भेजे गए. पांच लोगों के ख़िलाफ़ केस दर्ज.