राजस्थान चुनाव प्रचार के दौरान शरद यादव बोले, वसुंधरा मोटी हो गई हैं, इन्हें आराम दो

राजस्थान चुनाव प्रचार के आखिरी दिन अलवर में कांग्रेस गठबंधन के एक प्रत्याशी की रैली को संबोधित करते हुए वरिष्ठ नेता शरद यादव ने कहा, 'वसुंधरा को आराम दो, बहुत थक गईं हैं, बहुत मोटी हो गई हैं, पहले पतली थीं. हमारे मध्य प्रदेश की बेटी हैं.'

शरद यादव. (फोटो: पीटीआई)

राजस्थान चुनाव प्रचार के आखिरी दिन अलवर में कांग्रेस गठबंधन के एक प्रत्याशी की रैली को संबोधित करते हुए वरिष्ठ नेता शरद यादव ने कहा, ‘वसुंधरा को आराम दो, बहुत थक गई हैं, बहुत मोटी हो गई हैं, पहले पतली थीं. हमारे मध्य प्रदेश की बेटी हैं.’

शरद यादव. (फोटो: पीटीआई)
शरद यादव. (फोटो: पीटीआई)

जयपुर: वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद यादव ने राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे को लेकर एक विवादित बयान दिया है.

शरद यादव ने राजस्थान के अलवर में एक चुनाव प्रचार रैली में वसुंधरा राजे को ‘मोटी’ कह दिया. उन्होंने कहा, ‘वसुंधरा को आराम दो, बहुत थक गई हैं, बहुत मोटी हो गई हैं, पहले पतली थीं. हमारे मध्य प्रदेश की बेटी हैं.’

शरद यादव चुनाव प्रचार के आखिरी दिन बीते गुरुवार को अलवर की मुंडावर सीट पर कांग्रेस गठबंधन के एक प्रत्याशी के समर्थन में रैली को संबोधित कर रहे थे.

न्यूज़ एजेंसी एएनआई द्वारा शेयर किए गए शरद यादव के इस भाषड़ वाले वीडियो को लेकर लोगों ने खूब आलोचना की और सोशल मीडिया पर ट्रोल भी किया. भाजपा ने इस मामले को लेकर चुनाव आयोग से शिकायत की है.

हालांकि बढ़ते विवाद के बाद शरद यादव ने स्पष्टीकरण देते हुए कहा कि मैने ये बात मज़ाक में कही थी. किसी का अपमान करने का इरादा नहीं था.

उन्होंने कहा, ‘मैंने इसे मजाक में कहा. मेरा उनसे पुराना रिश्ता है. यह किसी तरह से अपमानजनक नहीं है. उन्हें दुख पहुंचाने का मेरा कोई इरादा नहीं था. जब मैं उनसे मिला तब भी मैंने उनसे कहा कि उनका वजन बढ़ रहा है.’

वहीं वसुंधरा राजे ने कहा है कि वे शरद यादव की टिप्पणी से अपमानित महसूस कर रही हैं. ये सभी महिलाओं का अपमान है.

राजे ने कहा, ‘मैं अपमानित महसूस कर रही हूं. ये सिर्फ मेरी ही नहीं, बल्कि सभी महिलाओं का अपमान है. चुनाव आयोग को इस तरह की भाषा को लेकर संज्ञान लेना चाहिए.’

उन्होंने आगे कहा, ‘मैं बिल्कुल अचम्भित हूं कि इतने अनुभवी नेता और जिसका हमारे परिवार से काफी करीबी रिश्ता है, उन्होंने ऐसी टिप्पणी की. इससे बुरा कुछ नहीं हो सकता है कि वे अपनी ज़बान संभाल नहीं सके. इस तरह की भाषा युवाओं को प्रभावित करती है और हम नहीं चाहते की कोई भी युवा इस तरह की भाषा का प्रयोग करे.’