कर्नाटक के कॉलेज में पिछले महीने से हिजाब पहनने को लेकर मचे विवाद से संबंधित याचिका पर सुनवाई करते हुए हाईकोर्ट ने कक्षाओं में हिजाब और भगवा शॉल नहीं ले जाने का आदेश दिया था. सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई से इनकार करते हुए कहा कि वह प्रत्येक नागरिक के संवैधानिक अधिकारों की रक्षा करेगा और हाईकोर्ट के उस निर्देश को चुनौती देने वाली याचिकाओं पर ‘उचित समय’ पर विचार करेगा.
कर्नाटक में चल रहे हिजाब विवाद के बीच होन्नाली से भाजपा विधायक और मुख्यमंत्री के राजनीतिक सलाहकार एमपी रेणुकाचार्य ने कहा कि कॉलेज में पढ़ने के दौरान छात्र-छात्राओं को ऐसे परिधान पहनने चाहिए जिससे उनका पूरा शरीर ढंका रहे. बलात्कार के मामले इसलिए बढ़ रहे हैं क्योंकि महिलाओं द्वारा पहने जाने वाले कुछ परिधान पुरुषों को उत्तेजित करते हैं, जो अच्छी बात नहीं हैं.
किसी भी प्रबंधन को अपनी संस्था के नियम-क़ायदे तय करने का अधिकार है, लेकिन कोई भी नीति-नियम संविधान के दायरे में ही हो सकता है और धार्मिक स्वतंत्रता और शिक्षा के संवैधानिक अधिकार के रास्ते में नहीं आ सकता.
कर्नाटन के कोलार ज़िले में स्थित मुलबगल सोमेश्वरा पालया बाले चंगप्पा सरकारी कन्नड मॉडल हायर प्राइमरी स्कूल का मामला. बीते 22 जनवरी को हिंदू संगठनों और अभिभावकों के एक वर्ग द्वारा विरोध प्रदर्शन के बाद इसमें शामिल पूर्व छात्रों में से एक ने मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई, कोलार सांसद और शिक्षा विभाग के अधिकारियों से हस्तक्षेप करने की मांग की है.
कर्नाटक में धारवाड़ के एसडीएम मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में पाए गए अधिकतर संक्रमितों में लक्षण नहीं दिखे हैं, जबकि कुछ को हल्के लक्षण दिखाई दिए हैं. उन्हें क्वारंटीन में रखा गया है. ज़िला प्रशासन ने एहतियात के तौर पर मेडिकल कॉलेज के 500 मीटर के दायरे में स्कूलों और कॉलेजों के लिए अवकाश घोषित कर दिया है. वहीं ओपीडी सेवाएं भी तीन दिनों के लिए बंद कर दी गई हैं.
बीते आठ सितंबर को मैसूर के नंजनगुड तालुक में श्री आदिशक्ति महादेवम्मा मंदिर को तोड़ने के बाद हिंदू महासभा के महासचिव धर्मेंद्र ने कर्नाटक के मुख्यमंत्री को धमकाते हुए कहा था कि हमने गांधी को नहीं बख्शा. तुम हमारे लिए कुछ नहीं हो. हम तुम्हें भी नहीं बख्शेंगे. बाद में स्पष्टीकरण देते हुए उन्होंने कहा कि उनका बयान ग़ुस्से की अभिव्यक्ति था.
बीएस येदियुरप्पा ने मुख्यमंत्री पद से हटाए जाने पर लगाई जा रहीं अटकलों को विराम देते हुए बीते सोमवार को इस्तीफ़ा दे दिया था. उन्होंने इस्तीफ़ा ऐसे दिन दिया जब उनकी सरकार को दो साल पूरे हुए थे. बसवराज बोम्मई उनकी जगह लेने वाले शीर्ष दावेदारों में से थे. उत्तर कर्नाटक से लिंगायत समुदाय के नेता बोम्मई को येदियुरप्पा का क़रीबी माना जाता है.