कर्नाटक में चल रहे हिजाब विवाद के बीच होन्नाली से भाजपा विधायक और मुख्यमंत्री के राजनीतिक सलाहकार एमपी रेणुकाचार्य ने कहा कि कॉलेज में पढ़ने के दौरान छात्र-छात्राओं को ऐसे परिधान पहनने चाहिए जिससे उनका पूरा शरीर ढंका रहे. बलात्कार के मामले इसलिए बढ़ रहे हैं क्योंकि महिलाओं द्वारा पहने जाने वाले कुछ परिधान पुरुषों को उत्तेजित करते हैं, जो अच्छी बात नहीं हैं.
बेंगलुरु: कर्नाटक में जारी हिजाब विवाद के बीच राज्य से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायक एमपी रेणुकाचार्य ने बुधवार को दावा किया कि बलात्कार के मामले इसलिए बढ़ रहे हैं क्योंकि महिलाओं द्वारा पहने जाने वाले कुछ परिधान पुरुषों को ‘उत्तेजित’ करते हैं.
विधायक ने यह भांपते हुए कि उनके बयान से विवाद पैदा हो सकता है, बाद में कहा कि अगर उनके बयान से महिलाओं को ठेस पहुंची हो तो वे महिलाओं से माफी मांग लेंगे.
होन्नाली से विधायक रेणुकाचार्य ने यह बयान हिजाब विवाद पर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा के ट्वीट के बाद दिया.
Whether it is a bikini, a ghoonghat, a pair of jeans or a hijab, it is a woman’s right to decide what she wants to wear.
This right is GUARANTEED by the Indian constitution. Stop harassing women. #ladkihoonladsaktihoon
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) February 9, 2022
प्रियंका ने ट्वीट किया था, ‘चाहे वह बिकनी हो, घूंघट हो, जींस हो या हिजाब हो, यह फैसला करने का अधिकार महिलाओं का है कि उन्हें क्या पहनना है. इस अधिकार की गारंटी भारतीय संविधान ने दी है. महिलाओं का उत्पीड़न बंद करो.’
इस पर भाजपा विधायक ने कहा, ‘प्रियंका गांधी एक महिला हैं, कांग्रेस नेता हैं… हम महिलाओं के मौलिक अधिकारों पर प्रश्न नहीं उठा रहे हैं (हिजाब मुद्दे पर).’
उन्होंने कहा, ‘केरल और मुंबई उच्च न्यायालयों ने कहा है कि स्कूल और कॉलेज में ड्रेस अनिवार्य है, सरकार ने भी यही कहा है. छात्राओं के लिए (ड्रेस) बिकनी शब्द के इस्तेमाल से परहेज किया जाना चाहिए.’
नई दिल्ली में पत्रकारों से बातचीत में भाजपा विधायक ने कहा, ‘कॉलेज में पढ़ने के दौरान छात्रों को ऐसे परिधान पहनने चाहिए जिससे उनका पूरा शरीर ढंका रहे. बलात्कार के मामले इसलिए बढ़ रहे हैं क्योंकि महिलाओं द्वारा पहने जाने वाले कुछ परिधान पुरुषों को ‘उत्तेजित’ करते हैं, जो अच्छी बात नहीं हैं, क्योंकि हमारे देश में महिलाओं की इज्जत है. हम उन्हें मां की तरह सम्मान देते हैं.’
उन्होंने वाड्रा से अपना बयान वापस लेने और छात्राओं और महिलाओं से माफी मांगने की भी मांग की. बाद में उन्होंने अपने बयान पर स्पष्टीकरण देते हुए कहा, ‘अगर मेरे बयान से मेरी बहनों को ठेस पहुंची हो, तो यकीनन मैं उनसे माफी मांगूगा. मैं उनका सम्मान करता हूं.’
अमर उजाला के मुताबिक, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) की नेता सुप्रिया सुले ने भाजपा विधायक के उस बयान को शर्मनाक बताया और इसके साथ ही उन्होंने भाजपा पर नैतिक और वैचारिक पुलिसिंग करने का आरोप भी लगाया.
सुले ने इस मुद्दे को संसद में उठाते हुए कहा कि भाजपा विधायक रेणुकाचार्य के इस बयान की सदन को निंदा करनी चाहिए. भाजपा विधायक रेणुकाचार्य कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई के राजनीतिक सचिव भी हैं.
सुप्रिया सुले ने यह मामला उठाते हुए कहा, ‘अगर हिजाब पहना जाए तो भाजपा को समस्या है, यदि कोई अन्य कपड़े पहनता है तो भी उन्हें समस्या है. भाजपा विधायक के इस बयान की निंदा होनी चाहिए. हमें इसे कतई सहन नहीं करना चाहिए.’
सुले ने कहा कि अगर कोई पुरुष यह कहता है कि किसी महिला से बलात्कार उसके कपड़ों की वजह से हुआ है तो यह शर्मनाक है, यह निंदनीय है. एनसीपी नेता ने कहा, ‘हम किसी के परिधान को देखकर उसके चरित्र के बारे में अनुमान नहीं लगाते हैं. यदि कोई ऐसा करता है तो यह गलत है.’
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)