एल्गार परिषद मामला: एनआईए का दावा, आरोपी ‘दलित मिलिटेंसी’ शुरू करने की कोशिश कर रहे थे

एल्गार परिषद मामले में दायर तीसरी चार्जशीट में एनआईए ने कहा है कि आरोपियों ने 'जंगलों में जाकर हथियार चलाने की ट्रेनिंग' ली थी. अपने आरोपपत्र में एनआईए ने पुणे पुलिस द्वारा 'प्रधानमंत्री की हत्या की साज़िश रचने' के दावे को तवज्जो नहीं दी है.

भीमा-कोरेगांव: वरवरा राव की पत्नी ने दायर की ज़मानत याचिका, कहा- लगातार हिरासत अमानवीय है

81 वर्षीय तेलुगू कवि एवं कार्यकर्ता वरवरा राव को एल्गार परिषद मामले में 28 अगस्त 2018 को गिरफ़्तार किया गया था. उनकी पत्नी ने याचिका में कहा है कि राव की तबीयत बहुत ख़राब है, जिसके कारण उनकी लगातार देखभाल की ज़रूरत है.

अस्पताल ने बॉम्बे हाईकोर्ट को बताया- वरवरा राव की सेहत पर क़रीब से नज़र रखने की ज़रूरत

भीमा कोरेगांव मामले में 2018 से जेल में बंद 81 साल के राव तलोजा जेल में कोरोना संक्रमित होने के बाद 16 जुलाई से से अस्पताल में भर्ती हैं.

बॉम्बे हाईकोर्ट ने नानावती अस्पताल से वरवरा राव की स्वास्थ्य रिपोर्ट पेश करने को कहा

बॉम्बे हाईकोर्ट ने वरवरा राव के परिवार के सदस्यों को मुंबई के नानावती अस्पताल में उनसे मिलने की मंज़ूरी दी है. 81 साल के राव तलोजा जेल में कोरोना संक्रमित होने के बाद से अस्पताल में भर्ती हैं.

वरवरा राव के परिवार ने की एनएचआरसी से अपील, अस्पताल से बीमार राव की जानकारी दिलवाएं

भीमा कोरेगांव मामले में 2018 से जेल में बंद 81 वर्षीय वरवरा राव को कोरोना संक्रमित पाए जाने के बाद सेंट जॉर्ज अस्पताल से नानावती अस्पताल में शिफ्ट किया गया. परिजनों का कहना है कि अब अस्तपाल ने राव की स्थिति और इलाज संबंधी कोई भी जानकारी देने से इनकार कर दिया है.

वरवरा राव ज़मानत के लिए अपनी उम्र और महामारी का लाभ लेने की कोशिश कर रहे हैं: एनआईए

भीमा कोरेगांव हिंसा और एल्गार परिषद मामले में 2018 से जेल में बंद 81 साल के सामाजिक कार्यकर्ता और कवि वरवरा राव में बीते हफ्ते कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है.

वरवरा राव को जेजे अस्पताल में भर्ती किया गया, कांग्रेस नेता ने रिहाई के लिए प्रधानमंत्री को लिखा

भीमा कोरेगांव मामले में गिरफ़्तार 81 साल के कवि वरवरा राव के परिजनों द्वारा काफ़ी समय से उनके बीमार होने के बारे में कहा जा रहा था. लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने उनके स्वास्थ्य का हवाला देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से उनकी रिहाई के मामले में हस्तक्षेप करने को कहा है.

बीमार वरवरा राव को जेल में रखने की इजाज़त नहीं देता क़ानून: सामाजिक कार्यकर्ता

इतिहासकार रोमिला थापर, अर्थशास्त्री प्रभात पटनायक जैसे सामाजिक कार्यकर्ताओं ने महाराष्ट्र सरकार और एनआईए को पत्र लिखकर अपील की है कि कवि वरवरा राव को जेल से जेजे अस्पताल में शिफ्ट किया जाए, जहां उन्हें उचित इलाज मिल सके. राव भीमा कोरोगांव हिंसा मामले में जेल में हैं.

सामाजिक कार्यकर्ता वरवरा राव की जेल में तबियत बिगड़ी, जेल प्रशासन पर लापरवाही का आरोप

भीमा-कोरेगांव हिंसा मामले में गिरफ़्तार राजनीतिक कार्यकर्ता और कवि वरवरा राव अगस्त, 2018 से जेल में बंद हैं. राव के परिवार का कहना है कि जेल विभाग उनके स्वास्थ्य से जुड़ी जानकारी मुहैया नहीं करा रहा है.

भीमा-कोरेगांव: तेलतुम्बड़े की अंतरिम जमानत याचिका खारिज, 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजे गए

70 वर्षीय दलित अधिकार कार्यकर्ता आनंद तेलतुम्बड़े ने जेल में कोविड-19 से संक्रमित होने का खतरा बताते हुए जमानत अर्जी दी थी. एनआईए ने स्वीकार किया कि उनका एक सहायक सब इंस्पेक्टर कोविड-19 से संक्रमित पाया गया है. इसके बाद भी अदालत ने उनकी अंतरिम जमानत की अर्जी खारिज कर दी.

25 अप्रैल तक हिरासत में रहेंगे तेलतुम्बड़े, एनआईए ने कहा- जांच अभी पूरी नहीं हुई

सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर जाने-माने कार्यकर्ता और लेखक आनंद तेलतुम्बड़े ने 14 अप्रैल को राष्ट्रीय जांच एजेंसी के समक्ष आत्मसमर्पण किया था जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया था.

तेलतुम्बड़े और नवलखा की गिरफ़्तारी भारत के राजनीतिक इतिहास में ओछेपन का नया स्तर: पीयूडीआर

पीपुल्स यूनियन फॉर डेमोक्रेटिक राइट्स ने कहा कि लॉकडाउन के बीच मानवाधिकार कार्यकर्ताओं- आनंद तेलतुम्बड़े और गौतम नवलखा की गिरफ़्तारी भारत में मानवाधिकार उल्लंघन के मुद्दों को उठाने वाले कार्यकर्ताओं, वकीलों और पत्रकारों को चुप कराने के केंद्र सरकार के प्रयासों को मज़बूत करती है.

भीमा-कोरेगांव: आनंद तेलतुम्बड़े और गौतम नवलखा का आत्मसमर्पण, एनआईए ने किया गिरफ़्तार

नागरिक अधिकार कार्यकर्ता आनंद तेलतुम्बड़े और गौतम नवलखा पर 31 दिसंबर, 2017 को पुणे में आयोजित एलगार परिषद की बैठक में भड़काऊ भाषण देने के आरोप हैं, जिसके बाद पुणे के भीमा कोरेगांव में हिंसा भड़की थी.

कोलकाता प्रोफेसर को याहू ने किया अलर्ट, कहा- हो सकता है सरकार समर्थित लोगों ने जासूसी की हो

एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, भीमा कोरेगांव हिंसा के संबंध में सामाजिक कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी के बाद साल 2018 में गृह मंत्रालय ने पश्चिम बंगाल सरकार को पत्र लिखकर कहा था कि वह राज्य के 10 संगठनों पर नज़र रखे. इन संगठनों से जुड़े लोगों में कोलकाता के एसोसिएट प्रोफेसर पार्थसारथी रे भी शामिल थे.