बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के दावे के उलट कैग की रिपोर्ट बताती है कि शराबबंदी के कारण वित्त वर्ष 2016-2017 में कर राजस्व में गिरावट आई है.
बिहारः मोकामा शेल्टर होम से सात लड़कियां लापता, मुज़फ़्फ़रपुर बालिका गृह मामले की पीड़िताएं भी शामिल
एक पुलिस अधिकारी ने शेल्टर होम प्रबंधन पर सहयोग नहीं करने का आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने गुपचुप तरीके से काम किया है. उन्होंने कहा कि सरकार की महिला प्रतिनिधियों को भी लड़कियों से मिलने की अनुमति नहीं दी जा रही.
बीते शनिवार को एक न्यूज़ एजेंसी द्वारा ख़बर प्रसारित की गई थी कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के ख़िलाफ़ मुज़फ़्फ़रपुर बालिका आश्रय गृह यौन शोषण मामले में सीबीआई को जांच का आदेश दिया गया है.
नोट: ये ख़बर समाचार एजेंसी भाषा की ओर से गलती से जारी कर दी गई थी. पाठकों को हुई असुविधा के लिए हमें खेद है.
बिहार के कटिहार जिले का मामला. बिहार के शिक्षा मंत्री केएन प्रसाद वर्मा ने कहा कि अगर इस तरह की कोई घटना हुई है तो कार्रवाई की जाएगी, राष्ट्रीय गीत का अपमान बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.
रविवार तड़के चार बजे हुए इस हादसे में कम से कम 29 लोग घायल हो गए हैं. मृतकों के परिजनों के लिए रेल मंत्रालय ने पांच लाख रुपये जबकि बिहार सरकार ने चार लाख रुपये की सहायता राशि की घोषणा की.
सीबीआई की चार्जशीट के अनुसार, दिसंबर 2014 में एक स्थानीय अख़बार में ख़बर के कारण पूर्व सांसद शहाबुद्दीन ने पत्रकार राजदेव रंजन की हत्या की साज़िश रची थी.
बिहार सरकार में मंत्री और भाजपा नेता विनोद नारायण झा ने कहा कि प्रियंका गांधी बेहद खूबसूरत हैं, लेकिन उसके अलावा उनकी कोई राजनीतिक उपलब्धि नहीं.
महिला के भाई ने बताया कि सोमवार को पहले तो उसके साथ मारपीट की गई, इसके बाद जब वह बेहोश हो गई तो उसे सोन नदी के किनारे पर एक चिता बनाकर जिंदा जलाने का प्रयास किया गया.
राजस्थान के चूड़ी कारख़ानों से दिसंबर 2017 से नवंबर 2018 के बीच में मुक्त कराए गए ये सभी बच्चे बिहार से हैं.
टीआईएसएस की ऑडिट रिपोर्ट के आधार पर बिहार में आश्रय गृहों पर मामले दर्ज किए गए हैं. रिपोर्ट में इन आश्रय गृहों के कुप्रबंधन और वहां रहने वाली महिलाओं के उत्पीड़न की बात सामने आई थी.
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अक्टूबर में चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर को जेडीयू का राष्ट्रीय उपाध्यक्ष नियुक्त किया था.
विशेष रिपोर्ट: एक रिपोर्ट के मुताबिक साल 2005 से लेकर अब तक देशभर में 79 आरटीआई कार्यकर्ताओं की हत्या की जा चुकी है, जिसमें क़रीब 20 फीसदी की हत्याएं केवल बिहार में हुई हैं. साल 2018 में बिहार में पांच आरटीआई कार्यकर्ताओं की हत्या के मामले सामने आए हैं.
सीबीआई ने 73 पन्नों का आरोप पत्र दाखिल किया है जिसमें बताया गया है कि कैसे बालिका गृह के मालिक ब्रजेश ठाकुर ने लड़कियों को खुले कपड़े पहनने, भोजपुरी गानों पर नाचने, नशा करने और मेहमानों द्वारा बलात्कार करने के लिए मजबूर किया.
नालंदा ज़िले में स्थानीय राजद नेता की मंगलवार को गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. हत्या के संदेह में भीड़ ने कथित हत्यारों के घरों पर हमला किया और एक घर में आग लगा दी.