बीते 29 मई को छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी की मृत्यु के बाद ख़ाली हुई इस सीट के लिए उपचुनाव कराया गया था. राज्य बनने के बाद यह सीट उन्हीं के परिवार के पास थी. यह पहली बार है कि इस सीट से जोगी परिवार का कोई भी सदस्य चुनाव नहीं लड़ सका.
बिहार विधानसभा की 243 सीटों में से राजद के नेतृत्व वाली महागठबंधन को कुल 110 सीटों पर जीत मिली है. राजद ने 75, भाजपा ने 74, जदयू ने 43, कांग्रेस ने 19, भाकपा माले ने 12 और एआईएमआईएम ने 5 सीटों पर जीत दर्ज की है. लोजपा को सिर्फ़ एक सीट ही मिल सकी.
प्रदेश की सात विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव में भाजपा और सपा अपनी-अपनी सीटें बचाने में कामयाब रहे हैं. भाजपा ने बांगरमऊ, देवरिया, टूंडला, बुलंदशहर, नौगांव सादात और घाटमपुर सीट पर जीत हासिल की है, वहीं मल्हनी सीट सपा ने जीती है.
इन सीटों पर जीत दर्ज करने के बाद 182 सदस्यीय गुजरात विधानसभा में भाजपा सदस्यों की संख्या बढ़कर अब 111 पहुंच गई है. जून में राज्यसभा चुनाव से पहले कांग्रेस के आठ विधायकों ने इस्तीफा दे दिया था. इनमें से पांच ने भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ा और जीत दर्ज की.
बिहार में सत्ताधारी राजग में शामिल भाजपा ने 74 सीटों पर, जदयू ने 43 सीटों पर, विकासशील इंसान पार्टी ने 4 सीटों पर और हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा ने 4 सीटों पर जीत दर्ज की है. वहीं, विपक्षी महागठबंधन में शामिल राजद ने 75 सीटों पर, कांग्रेस ने 19 सीटों पर, भाकपा माले ने 12 सीटों पर, भाकपा एवं माकपा ने दो-दो सीटों पर जीत दर्ज की है.
मध्य प्रदेश उपचुनाव में मिली इस जीत के साथ 230 सदस्यीय सदन में अब भाजपा विधायकों की संख्या 107 से बढ़कर 126 हो गई है, जबकि कांग्रेस के विधायकों की संख्या 87 से बढ़कर 96 हो गई है.
कर्नाटक के बेंगलुरु शहरी ज़िला स्थित आरआर नगर सीट पर भाजपा उम्मीदवार एन. मुनिरत्न और तुमकुरु ज़िले की सिरा सीट पर पार्टी उम्मीदवार बीएम राजेश गौड़ा विजयी रहे.
243 सीटों वाले बिहार विधानसभा चुनाव की मतगणना जारी है. ताज़ा आंकड़ों के अनुसार, महागठबंधन के तहत चुनाव लड़ने वाली माकपा और भाकपा तीन-तीन सीटों और भाकपा-माले 12 सीटों पर आगे चल रही है.
तिरंगा न थामने से संबंधित अपने एक बयान को लेकर विवाद होने के बाद पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी प्रमुख महबूबा मुफ़्ती ने कहा कि जब वह पहली बार विधायक बनी थीं, तब उन्होंने जम्मू कश्मीर के संविधान में अपने विश्वास की पुष्टि की थी, साथ ही भारत की संप्रभुता और अखंडता का भी समर्थन किया था. दोनों एक दूसरे से जुड़े हुए हैं.
मतगणना के रुझानों में महागठबंधन को बढ़त मिलने के बाद जदयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता केसी त्यागी ने एक टीवी चैनल से बात करते हुए कहा कि न तो ब्रांड नीतीश गायब हुआ है और न ही तेजस्वी यादव स्थापित हुए हैं.
मतदान का तीसरा और आखिरी चरण आते-आते नीतीश कुमार, नरेंद्र मोदी और अन्य भाजपा नेताओं के बीच सामंजस्य और तालमेल की कमी बेहद स्पष्ट तौर पर दिखने लगी थी, इसके उलट राजद की अगुवाई वाला गठबंधन कहीं ज़्यादा एकजुट दिखा.
इस बार के बिहार विधानसभा चुनाव में मुस्लिम मतदाताओं में नीतीश सरकार द्वारा उनके कल्याण के लिए की गई पहल की बातें थीं, लेकिन महागठबंधन से अलग होने और बीजेपी के साथ सरकार बनाने को अल्पसंख्यक समुदाय में उनके जनादेश के तौहीन की तरह देखा जा रहा था.
वीडियो: बिहार चुनाव के मद्देनज़र मौजूदा एनडीए सरकार में हिस्सेदार भाजपा के प्रवक्ता विनोद शर्मा से द वायर की सीनियर एडिटर आरफ़ा ख़ानम शेरवानी की बातचीत.
विधानसभा चुनाव राउंडअप: अंतिम चरण के लिए 78 सीटों पर हो रहा मतदान में शनिवार शाम पांच बजे तक 55.22 फीसदी मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया. नतीजे 10 नवंबर को आएंगे.
नीतीश कुमार ने तीसरे चरण के चुनाव प्रचार के आख़िरी दिन कहा कि यह उनका अंतिम चुनाव है. क्या यह मतदान से पहले सीमांचल के अल्पसंख्यकों समेत उनके पारंपरिक मतदाताओं की सहानुभूति लेने का कोई चुनावी हथकंडा है या इसका कोई गहरा सियासी अर्थ है?