शिवसेना ने सहयोगी भाजपा पर हमला जारी रखते हुए गुजरात चुनाव में ईवीएम से छेड़छाड़ किए जाने की ओर इशारा किया.
जन गण मन की बात की 166वीं कड़ी में विनोद दुआ गुजरात चुनाव परिणाम और संसद के शीतकालीन सत्र पर चर्चा कर रहे हैं.
विधान परिषद में सपा सदस्यों ने 16 दिसंबर को विधानसभा के नज़दीक पूर्व भाजपा विधायक प्रेम प्रकाश के बेटे वैभव की हत्या का मामला उठाते हुए कानून व्यवस्था पर सवाल उठाए थे.
गुजरात में भाजपा की मामूली अंतर से जीत को लेकर राजनीति दलों में छिड़ा वाकयुद्ध. शिवसेना और सपा ने कहा- गुजरात मॉडल की पोल खुली, गहलोत बोले- भाजपा की उल्टी गिनती शुरू.
आम आदमी पार्टी ने 27 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे, जिनमें से 14 पर कांग्रेस जीती और 13 सीटें भाजपा के खाते में गईं.
हम भी भारत की 14वीं कड़ी में आरफ़ा ख़ानम शेरवानी, गुजरात विधानसभा चुनाव परिणाम के मद्देनज़र नरेंद्र मोदी के अजेय होने की संभावना पर चर्चा कर रही हैं.
कांग्रेस अध्यक्ष ने मोदी की विश्वसनीयता पर सवाल उठाते हुए कहा, गुजरात ने मुझे सिखाया कि क्रोध, धन और बल को आप प्यार और भाईचारे से टक्कर दे सकते हैं.
गुजरात चुनाव में जातीय और आर्थिक असमानता की आंच पर ऐसी खिचड़ी पकी, जिसका स्वाद भाजपा को अब कड़वा लग रहा है.
गुजरात में भाजपा को साधारण बहुमत मिला है और हारने वाले पांच मंत्रियों में से दो कैबिनेट मंत्री हैं.
मेहसाणा जिले की दो विधानसभाओं- ऊंझा, वडनगर और बेचराजी में भाजपा को हार का सामना करना पड़ा है.
गुजरात राज्यसभा चुनाव के वक्त कांग्रेस छोड़ भाजपा का दामन थामने वाले 6 में से 5 विधायकों को भाजपा ने मैदान में उतारा, लेकिन एक को छोड़ सभी कांग्रेस उम्मीदवारों से हार गए.
हिमाचल विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह और बेटे विक्रमादित्य सिंह ने अर्की और शिमला ग्रामीण से जीत दर्ज की.
हार्दिक ने दावा किया, मतदान के दौरान कई जगह वाई-फाई नेटवर्क पकड़ा गया. कई स्थानों पर मतगणना से पहले ईवीएम की सील टूटी मिली.
कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अर्जुन मोढ़वाडिया, सिद्धार्थ चिमनभाई पटेल और राष्ट्रीय प्रवक्ता शक्तिसिंह गोहिल को क़रारी शिकस्त का सामना करना पड़ा है.
गुजरात में अपनी कमज़ोरियों के कारण कांग्रेस भले ही बाज़ी नहीं पलट पायी, लेकिन मतदाताओं ने पिछली बार से डेढ़ दर्जन ज़्यादा सीटें देकर साफ कर दिया है कि वे ‘अपने’ प्रधानमंत्री के ‘कांग्रेसमुक्त भारत’ के आह्वान को कान नहीं दे रहे.