तुलसीदास का ‘निषाद’ अब राजनीति के अखाडे़ में ताल ठोक रहा है

तुलसीदास का निषाद प्रभु राम से विवाद बढ़ाने से डरता था जबकि 2017 में निषादों ने राजनीति के अखाडे़ में ताल ठोक दी है. उत्तर प्रदेश के इस विधानसभा चुनाव में निषाद एक बड़ी ताकत के रूप में उभरे हैं.

…द्वार खड़ी औरत चिल्लाए, मेरा मरद गया नसबंदी में

चुनावी नारों की भारत की राजनीति में बड़ी भूमिका रही है. जुमलेबाजी के इस दौर में एक निगाह डालते हैं उन नारों पर जो नेता से लेकर जनता के बीच काफी चर्चित रहे.

राजनीति को अपराध-मुक्त करने का ज्ञान देने से पहले भाजपा को अपने गिरेबान में झांकना चाहिए!

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों में 35-40 फीसदी प्रत्याशियों का अापराधिक रिकॉर्ड है. कई अपराधों को वैचारिक वैधता भी मिल चुकी है क्योंकि इसके दोषियों को सज़ा के बजाय कोई बड़ी ज़िम्मेदारी या पद दे दिया जाता है. भाजपा के उत्तर प्रदेश अध्यक्ष इसका सटीक उदाहरण हैं.

एक्सक्लूसिव: अरुणाचल के पूर्व सीएम का विस्फोटक सुसाइड नोट, कई सनसनीखेज खुलासे

द वायर के पास 60 पन्नों का वह सुसाइड लेटर है जिसे अरुणाचल प्रदेश के पूर्व सीएम कालिखो पुल ने आत्महत्या करने के चंद घंटे पहले लिखा था, जिसमें उन्होंने संवैधानिक पदों पर बैठे कई लोगों पर बेहद गंभीर आरोप लगाए हैं.

भारत की सांस्कृतिक कल्पना में श्मशान सदैव शामिल रहे हैं

श्मशान पुरातत्व के जानकारों और मानवशास्त्रियों के लिए एक महत्वपूर्ण जगह रहे हैं. इसके अध्ययन के द्वारा वे अतीत के मनुष्यों की संस्कृति, धर्म और जीवन के अन्य पक्षों के बारे में अपनी समझ बनाते हैं.

यूपी विधानसभा चुनाव: उन्नाव का राजनीतिक रंग

आज उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव कवर करने के क्रम में उन्नाव आया हूं. उन्नाव रेलवे स्टेशन के पास चौराहे पर निराला की प्रतिमा लगी है. इसका भी एक इतिहास है जो ज़िले की राजनीति की झलक दिखाता है.

यूपी इलेक्शन : तीसरे चरण में बढ़ सकती हैं सपा की मुश्किलें

उम्मीदवारों के चयन से उभरे असंतोष और मतदाताओं में बदले जातीय गुणा-गणित से यूपी इलेक्शन के तीसरे चरण में समाजवादी पार्टी की राह मुश्किल हो सकती है

अगर नोटबंदी सफल रही तो भाजपा यूपी चुनाव में इसका ज़िक्र क्यों नहीं कर रही?

उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में सपा और कांग्रेस के गठबंधन ने नोटबंदी को एक बड़ा राजनीतिक मुद्दा बना दिया है, लेकिन भाजपा इससे परहेज़ करने की कोशिश कर रही है.

व्यापमं घोटाले में शिवराज सिंह चौहान के खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं हुई?

व्यापमं मामले और अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की रणनीति पर पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह से बातचीत