राजस्थान: कुलपतियों को राज्यपाल की जीवनी के साथ बिल भी दिए जाने पर विवाद, राजभवन ने दी सफाई

राजभवन में एक जुलाई को आयोजित राज्यपाल कलराज मिश्र की जीवनी के विमोचन कार्यक्रम में शामिल राज्य के विश्वविद्यालयों के कुलपतियों के वाहनों में प्रकाशक ने पुस्तक की प्रतियां रख दीं और उनका बिल उनके वाहन चालकों को थमा दिया था. राजभवन ने अपने स्पष्टीकरण में कहा कि पुस्तक के विपणन और इससे संबंधित किसी व्यावसायिक गतिविधि में उसकी कोई भूमिका नहीं है.

मुसलमानों का अनदेखा किया गया सच है, ‘बॉर्न अ मुस्लिम’

वीडियो: कुछ ही समय पहले पत्रकार ग़ज़ाला वहाब की एक किताब आई है, ‘बॉर्न अ मुस्लिम- सम ट्रूथ्स अबाउट इस्लाम इन इंडिया’. इस सिलसिले में ग़ज़ाला से विशेष बातचीत.

क्या आरएसएस बदल रहा है?

वीडियो: हाल ही में आई किताब ‘रिपब्लिक ऑफ हिंदुत्व’ के लेखक बद्री नारायण बता रहे हैं कि आरएसएस किस तरह से ज़मीन पर काम करता है. पहले के और अभी के आरएसएस में क्या-क्या बदल गया है. इस किताब और आरएसएस से जुड़े कई मुद्दों पर प्रोफेसर अपूर्वानंद ने उनसे बातचीत की.

नेहरू को भुला भी दो तो भी देश के प्रति उनका योगदान उन्हें मिटने नहीं देगा: पुरुषोत्तम अग्रवाल

वीडियो: हाल ही में एक किताब आई है, ‘कौन हैं भारत माता’. इसमें पंडित जवाहर लाल नेहरू द्वारा लिखे गए लेखों और खुद उन पर लिखे गए लेखों संकलन किया गया है. इस किताब के संपादक साहित्यकार पुरुषोत्तम अग्रवाल हैं. उनसे ख़ास बातचीत.

हामिद अंसारी: नरेंद्र मोदी से रिश्ते और मुस्लिम पहचान का द्वंद्व

वीडियो: हाल ही में प्रकाशित किताब ‘बाई मैनी अ हैपी एक्सीडेंट: रिकलेक्शंस ऑफ अ लाइफ’ में एक राजदूत, एएमयू के उप-कुलपति और फ़िर उप-राष्ट्रपति और दो दफ़ा राज्यसभा के अध्यक्ष के रूप में हामिद अंसारी के जीवन का चित्रण किया गया है. इस किताब पर हामिद अंसारी से द वायर की सीनियर एडिटर आरफ़ा ख़ानम शेरवानी की बातचीत.

द अदर साइड ऑफ द डिवाइड: पंजाब की साझी विरासत, संस्कृति और भाषा का आईना

पुस्तक समीक्षा: किसी यात्रा वृतांत को पढ़ने के बाद अगर उस जगह जाने की इच्छा न जगे, तो ऐसे वृतांत का बहुत अर्थ नहीं है. पत्रकार समीर अरशद खतलानी द्वारा अपनी एक लाहौर यात्रा पर लिखी गई किताब 'द अदर साइड ऑफ द डिवाइड' इस मायने पर खरी उतरती है.

‘गांधी और जिन्ना ने एक दूसरे को समझा होता तो देश का इतिहास कुछ और होता’

वरिष्ठ पत्रकार और लेखिका शीला रेड्डी से उनकी किताब ‘मिस्टर एंड मिसेज़ जिन्नाः द मैरिज दैट शूक इंडिया’ को लेकर रीतू तोमर से बातचीत.

क्यों बंद हो गया दिल्ली की पहचान रहा संडे बुक मार्केट

नई दिल्ली स्थित दरियागंज के चर्चित संडे बुक मार्केट को ट्रैफिक पुलिस की याचिका पर दिल्ली हाईकोर्ट के आदेश के बाद बंद कर दिया गया है. इस फैसले के बाद यहां किताब की दुकान लगाने वाले व्यापारियों के सामने रोज़गार का संकट पैदा हो गया है.

‘साल 2002 में गुजरात दो हिस्सों में बंट गया, वही राजनीति अब पूरे देश में फैल गई है’

वीडियो: गुजरात दंगों पर आधारित किताब ‘द एनाटमी ऑफ हेट’ की लेखिका वरिष्ठ पत्रकार रेवती लाल से द वायर हिंदी के कार्यकारी संपादक बृजेश सिंह की बातचीत.

क्या ‘जूठन’ पाठ्यक्रमों से बाहर कर दी जाएगी?

हिमाचल विश्वविद्यालय में ओम प्रकाश वाल्मीकि की ‘जूठन’ बीते 3 सालों से पढ़ाई जा रही थी, तब भावनाएं अचानक कहां से आहत हो गईं? क्या इसका ताल्लुक़ राज्य में हुए हालिया सत्ता परिवर्तन से है?

कांचा इलैया की किताब बैन करने से सुप्रीम कोर्ट का इनकार

इलैया की किताब बैन करने की याचिका ख़ारिज करते हुए चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा की बेंच ने कहा कि हम किताबों पर प्रतिबंध लगाने के लिए यहां नहीं बैठे हैं. किसी किताब को सिर्फ इसलिए बैन नहीं किया जा सकता क्योंकि वो विवादित है.

डीडी कोसंबी: एक अनोखी प्रतिभा की ज़िद्दी धुन

डीडी कोसंबी हमारे सामने एक अनोखे रोल मॉडल के तौर पर सामने आते हैं, जिनकी गणितीय प्रतिभा उनके इतिहास ज्ञान और अटल राजनीतिक विचारों पर छा गई थी. प्रतिभाओं का ऐसा मिलान किसी सपने की तरह है.

इंदिरा ने गोवध पर रोक के लिए समिति बनाई थी, गोलवरकर की सदस्यता वाली समिति ने नहीं दी रिपोर्ट

भारत की पहली महिला प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के जीवन पर आधारित वरिष्ठ कांग्रेस नेता जयराम रमेश की नई किताब ‘इंदिरा गांधी: अ लाइफ इन नेचर’ का नई दिल्ली में विमोचन हुआ.

पद्म भूषण के लिए पीछे पड़ने वाले गडकरी के बयान ने मुझे दुख पहुंचाया: आशा पारेख

बीते ज़माने की मशहूर अभिनेत्री आशा पारेख ने कहा है कि केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी का यह बयान कि पद्मभूषण पुरस्कार पाने के लिए मैं उनके पीछे पड़ी थी, काफी दुखद था.