उत्तर प्रदेश के हाथरस में 19 साल की दलित युवती के गैंगरेप और मौत के मामले में यूपी पुलिस ने 21 एफ़आईआर दर्ज की है, जिसमें से छह हाथरस ज़िले में और बाकि बिजनौर, सहारनपुर, बुलंदशहर, इलाहाबाद, अयोध्या और लखनऊ में दर्ज की गई हैं. इस संबंध में विभिन्न शहरों से कई लोगों को गिरफ़्तार भी किया गया है.
उत्तर प्रदेश पुलिस ने हाथरस के चंदपा थाने में अज्ञात लोगों के ख़िलाफ़ राजद्रोह सहित आईपीसी की विभिन्न धाराओं में एफआईआर दर्ज करते हुए दावा किया है कि 19 वर्षीय दलित युवती के साथ हुई हिंसा और कथित गैंगरेप मामले को लेकर उन्हें जाति आधारित दंगे भड़काने वाले एक अंतरराष्ट्रीय षड्यंत्र का पता चला है.
मामला उत्तर प्रदेश के कुशीनगर ज़िले का है. एक शिक्षक की उनके घर में घुसकर हत्या कर दी गई. हत्या के कारणों का अभी पता नहीं चल सका है.
उत्तर प्रदेश के आगरा ज़िले का मामला. आरोप है कि चिकित्सा बिल के बदले एक लाख रुपये में अस्पताल प्रशासन ने दंपति को बच्चा बेचने के लिए मजबूर किया, वहीं अस्पताल ने इस आरोप का खंडन किया है.
मामला लखीमपुर खीरी ज़िले का है. बीते दस दिनों में जनपद में बलात्कार और हत्या का यह दूसरा मामला है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आरोपी पर रासुका के तहत कार्रवाई का आदेश दिया है.
मामला उत्तर प्रदेश के आगरा ज़िले का है. पांच वर्षीय बच्ची के पिता के टीबी से पीड़ित हैं. परिवार के पास पिछले एक महीने से कोई काम नहीं था और हाल के दिनों में उनके पास भोजन भी खत्म हो गया था.
बीते 14 अगस्त को आज़मगढ़ ज़िले के तरवां थाना क्षेत्र के बांसगांव के ग्राम प्रधान सत्यमेव जयते की गोली मारकर हत्या कर दी गई. अनुसूचित जाति से आने वाले प्रधान के परिजनों का आरोप है कि गांव के कथित ऊंची जाति के लोगों ने ऐसा यह संदेश देने के लिए किया कि आगे कोई दलित निर्भीकता से खड़ा न हो सके.
मामला लखीमपुर खीरी ज़िले का है. पीड़िता के पिता का आरोप है कि उनकी बेटी की आंखें निकाल दी गईं और ज़बान भी काट दी गई, पर पुलिस ने इससे इनकार किया है. मामले में दो लोगों को गिरफ़्तारी हुई है.
मामला आज़मगढ़ ज़िले के तरवां थाना क्षेत्र के बासगांव का है. घटना के बाद तरवां इंस्पेक्टर और स्थानीय चौकी प्रभारी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है. मुख्यमंत्री ने अपराधियों के विरुद्ध गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्यवाही कर उनकी संपत्ति ज़ब्त करते हुए एनएसए लगाने का निर्देश दिया है.
उत्तर प्रदेश में 12 ज़िलों के क़रीब 293 गांव बाढ़ प्रभावित हैं, जिनमें 67 पूरी तरह बाढ़ से घिरे हुए हैं. वहीं बहराइच के अपर जिलाधिकारी ने बताया कि नेपाल से छोड़े गए लाखों क्यूसेक पानी के कारण ज़िले के क़रीब 60 गांवों में बाढ़ अथवा जलभराव के हालात हैं.
यूपी सरकार में कैबिनेट मंत्री और कानपुर के घाटमपुर से विधायक कमल रानी वरुण की कोरोना वायरस से संक्रमित होने की रिपोर्ट 18 जुलाई को आई थी. इसके बाद उन्हें लखनऊ के पीजीआई अस्पताल में भर्ती कराया गया था.
मामला आगरा के काकरपुर गांव का है. नट समुदाय की एक महिला की 19 जुलाई को मौत हो गई थी. उनके दाह संस्कार के समय गांव के सवर्णों ने श्मशान भूमि को किसी और द्वारा प्रयोग न करने देने की बात कहते हुए इसे रोक दिया और महिला के परिवार को चार किलोमीटर दूर दलितों के लिए बनी जगह पर शव जलाने को कहा.
मामला गोरखपुर ज़िले के पिपराइच इलाके का है, जहां अपहरण किए गए एक छठी कक्षा के छात्र का शव नाले में मिला. प्रदेश में बढ़ते अपराधों का हवाला देते हुए विपक्ष ने क़ानून और व्यवस्था की स्थिति को लेकर राज्य सरकार पर निशाना साधा है.
मामला कासगंज का है, जहां 2016 में पारिवारिक रंज़िश में एक 13 वर्षीय नाबालिग को अगवाकर उसके साथ सामूहिक बलात्कार किया गया था. तब आरोपियों को गिरफ़्तार कर जेल भेज दिया गया. मंगलवार को ज़मानत पर बाहर आने के बाद एक आरोपी ने पीड़िता और उसकी मां पर ट्रैक्टर चढ़ा दिया.
5 जुलाई को गाज़ियाबाद ज़िले में मोमबत्ती बनाने के एक अवैध कारखाने में भीषण आग लग गई थी, जिसमें छह महिला श्रमिकों समेत आठ लोगों की मौत हो गई. मृतकों में एक नाबालिग भी शामिल था. एनएचआरसी ने राज्य सरकार से चार सप्ताह के अंदर इस बारे में विस्तृत रिपोर्ट देने को कहा है.